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मध्य प्रदेश
गरीबी की अवधारणा
Posted on 10 Aug, 2011 07:32 PMइस व्यवस्था में महिला सरपंचों को ज्यादा संघर्ष करना पड़ रहा है और जहां वे सक्षम है उन पंचायतों
मध्यप्रदेश पर एक नजर
Posted on 10 Aug, 2011 06:35 PMऐतिहासिक पृष्ठभूमि
अनियोजित विकास कार्यक्रमों और भ्रष्टाचार के कारण मालवांचल में पानी क
मध्यप्रदेश में आजीविका
Posted on 10 Aug, 2011 12:54 PMमध्यप्रदेश की उत्तर-पश्चिमी दिशा में बसे सात जिलों में सहरिया आदिवासी रहते हैं। सहरिया आदिवासी समुदाय को भारत सरकार ने पिछड़ी हुई आदिम जनजातियों की श्रेणी में शामिल किया है। आज इसी समुदाय के बीच से खाद्य असुरक्षा के कारण लोगों की असामयिक मौतों के मामले लगातार आने लगे हैं। मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले के कराहल आदिवासी के पूर्वजों के सबसे करीबी रिश्तेदार जंगल
शिप्रा का पुनरुद्धार
Posted on 09 Aug, 2011 12:22 PMशिप्रा को मालव गंगा भी कहा गया है। उत्तर दिशा में बहने के कारण इसे उत्तरवाहिनी भी कहा जाता है, जो धर्म-कर्म के लिये अत्यन्त महत्वपूर्ण मानी जाती है। शिप्रा में स्नान करने से मोक्ष प्राप्ति की मान्यता अनादिकाल से रही है, किन्तु आज शिप्रा खोजती है, स्वयं का मोक्ष का मार्ग। क्योंकि आज शिप्रा का अस्तित्व समाप्त हो रहा है। शिप्रा एक बरसाती नदी के रूप में या एक गंदे नाले के रूप में परिवर्तित ह
प्रदेश सरकार की योजनाओं पर मारा करारा तमाचा
Posted on 05 Aug, 2011 11:03 AMमदर इंडिया ने अपने परिश्रम से बनाया तालाब
जहां एक ओर राज्य सरकार बलराम सरोवर के नाम पर करोड़ो रूपैया पानी में बहा चुकी है वहीं दुसरी ओर एक मां ने सरकारी योजनाओं को ठेंगा दिखा कर अपने परिश्रम के बल पर नरगीस और सुनीलदत्त की मदर इंडिया की याद ताजा कर दी।
उज्जैन/ उन्हेल(मध्यप्रदेश) यूएफटी न्यूज: मध्यप्रदेश के एक छोटे से गांव उन्हेल की एक मां ने मदर इंडिया की मिसाल कायम की है। मां ने अपने सगे बेटे के साथ मिलकर बिना सरकारी आश लगाए लगातार तीन साल सूखे की मार झेलने के बाद खुद का तालाब बनाने का संकल्प लिया। उन्होंने यह संकल्प 12 बीघा जमीन बेचकर और पांच लाख रुपए कर्ज लेकर पूरा कर दिखाया। दुर्गाबाई और उनके बेटे 29 वर्षीय भेरुलाल गाजी ने सरवना उन्हेल स्थित अपनी कृषि भूमि पर नौ बीघा में दो तालाब बनाए हैं।क्या नर्मदा तालाबों और गटर में बदल जाएगी?
Posted on 05 Aug, 2011 10:25 AMनर्मदा घाटी की 20,000 साल पुरानी सभ्यता, संस्कृति को मिटाने पर कौन तुला है?
जैव विविधता संरक्षण में आदिवासियों को सहभागिता
Posted on 03 Aug, 2011 09:53 AMअभी तक दुनिया भर में 25 हजार औषधीय पौधों और जड़ीबूटियों और उनके तत्वों से तैयार फार्मूले ही सूच
मनरेगा में भी एरियर्स
Posted on 02 Aug, 2011 12:05 PMशासन की योजनायें और घोषणायें किसी फिल्मी ड्रामे से कम नहीं होती है। अभी तक तो यहीं सुनने में आता था कि स्थाई रूप से किसी भी विभाग की सरकारी नौकरी करने वालों को ही एरियर्स मिलता है लेकिन मनरेगा में भी यह व्यवस्था लागू हो गई है। इसमें मनरेगा में एक अप्रैल से 31 मार्च तक काम करने वाले मजूदरों को एरियर्स दिया जा रहा है। दरअसल 21 जनवरी से मनरेगा में मजूदरी की दर बढ़ाकर सौ रूपए के स्थान पर 122 रूपए स
भ्रष्ट्राचार का जलाशय बनी राजीव गांधी जलग्रहण मिशन योजना
Posted on 02 Aug, 2011 11:54 AMकांग्रेस की चुप्पी भी कम चौकाने वाली नहीं है क्योंकि अधिकारियों का कांग्रेस एवं भाजपा के नेताओं
बैतूल जिले की प्रमुख नदियां हो चुकी है प्रदूषित
Posted on 02 Aug, 2011 09:57 AMबैतूल जिला पर्यावरण संरक्षण समिति के बैनर तले चले देनवा नदी बचाओ अभियान की उस समय कमर टूट गई जब