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The Mandovi river disputed between Karnataka and Goa (Source: IWP Flickr Photos)
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Picture credit: Romit Sen
November 14, 2019 A study finds that India may run out of water to cool power plants in the near future.
Tuticorin power plant in Tamil Nadu (Image: Ram Kumar, Wikimedia Commons; CC BY-SA 2.0)
October 22, 2019 A forum discusses the need to stop illegal land transfers and land alienation of the poor.
The maldharis from kutch on their own road trip (Image: Malay Maniar, Flickr Commons, CC BY-NC-ND 2.0)
October 21, 2019 In this interview, Joy talks about his work as an activist working in rural Maharashtra, and how he came to work on water conflicts in India.
KJ Joy speaks at a felicitation for the late Professor Ramaswamy Iyer.
खनन के चलते मौत के कगार पर पहुंची यमुना
मशीनों के शोर ने पक्षियों को यहां से जाने पर मजबूर कर दिया है। रात्रिचर जीव भी पलायन कर गए हैं। खनन के चलते यमुना मरने की कगार पर पहुंच गई है। Posted on 28 Oct, 2023 11:35 AM

हमारे यहां सारस, लाल सुर्खाब, सफेद सुर्खाब, नीलसर, जलकाग जैसे प्रवासी पक्षी हज़ारों की संख्या में आया करते थे। महासीर जैसी दुर्लभ मछली, लालपरी, सुआ, सेवड़ा, लोंछी, किरण, गोल्डन फिश, रोहू जैसी मछलियां हजारों की संख्या में रहती थीं। हमने यहां 70-70 किलो वज़न तक के कछुए देखे हैं। जब से रेत-बजरी का खनन शुरू हुआ, नदी के भीतर से जीव-जंतु, जलीय पौधे सब घटने लगे। मशीनों के शोर ने पक्षियों को यहां से जा

खनन के चलते मौत के कगार पर पहुंची यमुना
रानीगंज कोयलांचल के खदान जल की गुणवत्ता का अध्ययन एक समीक्षा
इन नमूनों से विभिन्न प्रावल पैरामीटर जैसे पी एवं चालकता, कुल घुलनशील ठोस, टर्बोडिटी, घुलनशील ऑक्सीजन, कठोरता, क्लोराइड, सल्फेट, बाइकार्बोनेट, क्षारियता, सोडियम, पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम इत्यादि का विश्लेषण किया गया। खदान जल के नमूनों की पी एच 6.5 से 8.2 के बीच पायी गयी जो कि भारतीय पेयजल मानक 10500 के अनुसार अपनी उचित सीमा 65 से 8.5 के मध्य में पायी गयी Posted on 02 May, 2023 12:11 PM

सारांश : रानीगंज कोयलांचल को भारत में कोल खनन क्षेत्र के नाम से जाना जाता है। रानीगंज कोयलांचल के खदान जल की गुणवत्ता का आकलन करने के लिये खदान जल के भौतिक और रासायनिक गुणों की विशेषताओं का अध्ययन किया गया। वर्तमान अध्ययन में खदान जल को घरेलू और पेयजल में उपयोग करने हेतु खदान जल के विभिन्न प्राचल पैरामीटरों की भारतीय पेयजल मानक IS;10500 के साथ तुलना की गया। 8 खनन क्षेत्रों से ख

रानीगंज कोयलांचल के खदान जल की गुणवत्ता का अध्ययन एक समीक्षा,Pc- patrika
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