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मध्य प्रदेश
पानी है..पनाह चाहिए
Posted on 12 Dec, 2008 07:25 AMभास्कर न्यूज/इंदौर। तालाबों के गहरीकरण के लिए यह समय मुनासिब है, यदि समय रहते इनकी गाद निकालकर ढांचे में जरूरी बदलाव कर दिए जाए तो शहर से पानी की किल्लत हमेशा के लिए दूर हो सकती है। शहर में चार प्रमुख तालाब हैं, जिनमें से केवल यशवंत सागर ही पानी की 15 फीसदी जरूरत पूरी करता है।पानी है..पनाह चाहिए
Posted on 12 Dec, 2008 07:20 AMभास्कर न्यूज/इंदौर। तालाबों के गहरीकरण के लिए यह समय मुनासिब है, यदि समय रहते इनकी गाद निकालकर ढांचे में जरूरी बदलाव कर दिए जाए तो शहर से पानी की किल्लत हमेशा के लिए दूर हो सकती है। शहर में चार प्रमुख तालाब हैं, जिनमें से केवल यशवंत सागर ही पानी की 15 फीसदी जरूरत पूरी करता है।ये अमृत की खान है..
Posted on 11 Dec, 2008 10:03 AMजय द्विवेदी/अभिषेक/भास्कर न्यूज, इंदौर। खान नदी.. या खान नाला.. शहर के लोग लंबे समय से इस सवाल से जूझ रहे हैं। यह नदी प्राकृतिक ही नहीं शहर की सांस्कृतिक विरासत है, जिसके घाट कई ऐतिहासिक, सामाजिक और धार्मिक घटनाओं के साक्षी रहे हैं। इसका पानी लोगों के साथ खेतों की भी प्यास बूझाता था। भूजल स्तर को बनाए रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका थी लेकिन अब नदी अस्तित्व खो चुकी है। 1985 से इसे पुनर्जीवित करने की
खोल दें बूंदों का खजाना
Posted on 10 Dec, 2008 07:07 AMभास्कर न्यूज, इंदौर। पांच लोगों के औसत परिवार को प्रतिदिन १२0 लीटर पानी की आवश्यकता होती है। शहर में मौजूद पारंपरिक जल स्रोतों का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया जाए तो निगम द्वारा आने वाले समय में तीन दिनों में पानी देने की घोषणा रद्द हो सकती है। जरूरत है सिर्फ इनकी जलस्रोतों की सफाई के बाद इन्हें निगम की वाटर सप्लाई से जोड़ने की।
भारत में परिवारों की सुरक्षित पेयजल तक पहुंच
Posted on 13 Oct, 2008 01:21 PMभारत के पास विश्व की समस्त भूमि का केवल 2.4 प्रतिशत भाग ही है जबकि विश्व की जनसंख्या का 16.7 प्रतिशत जनसंख्या भारत वर्ष में निवास करती है। जनसंख्या में वृद्धि होने के साथ-साथ प्राकृतिक संसाधनों पर और भार बढ़ रहा है। जनसंख्या दबाव के कारण कृषि के लिए व्यक्ति को भूमि कम उपलब्ध होगी जिससे खाद्यान्न, पेयजल की उपलब्धता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है, लोग वांचित होते जा रहे हैं आईये देखें - भारत में परिवारों की सुरक्षित पेयजल तक पहुंच