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मध्य प्रदेश
तालाब तो कई थे पर
Posted on 01 Jan, 2016 02:46 PMविदिशा में जहाँ ज्यादातर नलकूप सूखे निकलते हैं वहीं इन पौधों को पानी देने के लिये सूखे ता
जल प्रबन्धन का पुराना नज़रिया
Posted on 01 Jan, 2016 02:30 PMसन् 1929 से पहले कावेरी नदी के ऊपर जो नया बाँध बनाया गया है उसकी खुदाई में टीपू सुल्तान के समय का फारसी अक्षरों में खुदा एक शिलालेख मिला। 1797 ई. में टीपू सुल्तान ने इसी जगह बाँध की बुनियाद रखते समय यह शिलालेख लगवाया था। यह शिलालेख हमारे पुराने जल प्रबन्धन की एक झलक दिखाता है।
धीमी मौत मर रहा है बड़ा तालाब
Posted on 20 Dec, 2015 10:57 AMगन्दे नालों से आ रही गन्दगी और खेतों की रासायनिक खाद के कारण न केवल भोपाल के मशहूर बड़े तालाब का पानी खराब हो रहा है बल्कि जलीय जीवों के लिये भी खतरा पैदा हो गया है।
तकरीबन 35 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला और 362 वर्ग किलोमीटर जल भराव क्षेत्र वाला भोपाल का बड़ा तालाब शहर के कई मोहल्लों की नालियों की गन्दगी अपने आप में समेटता हुआ धीमी मौत की ओर बढ़ रहा है। उल्लेखनीय है कि पर्यटकों और पक्षियों को समान रूप से प्रिय इस तालाब से ही शहर की तकरीबन 40 फीसदी आबादी को पेयजल की आपूर्ति की जाती है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विधानसभा में एक लिखित प्रश्न के उत्तर में यह स्वीकार किया कि भोपाल शहर के नेहरू नगर, नया बसेरा, खानुगाँव, हलालपुरा, संजय नगर, राजेन्द्र नगर और बैरागढ़ समेत नौ नालों की गन्दगी लम्बे समय से लगातार बड़े तालाब में मिल रही है।
बोतलबन्द, पाउचों में बिक रहा दूषित पानी
Posted on 17 Dec, 2015 03:32 PMभारत में अब तक करीब दो सौ से ज्यादा ब्रांड का पानी बाज़ार में उपलब्धएनटीपीसी व बी एंड आर को एनजीटी की फटकार
Posted on 17 Dec, 2015 11:18 AMबी एंड आर ने बताए रेत आपूर्तिकर्ताओं के नामसिया और प्रदूषण नियंत्रण मंडल से मांगा खदानों का हिसाब
कैचमेंट क्षेत्र में अवैध रेत खनन प्रकरण
Posted on 12 Dec, 2015 11:34 AMमेधा ने कहा- ग्रामसभा की अनुमति के बिना हो रहा खननहरित अधिकरण ने जाँच कमेटी गठित कर 8 जनवरी तक रिपोर्ट तलब किया
प्रणामियों की गंगा भी हो गई मैली
Posted on 11 Dec, 2015 12:35 PMआज भी इस सम्प्रदाय के मानने वाले श्रद्धालु जब यहाँ आते हैं तो वे स्नान, आचमन के साथ–साथ इसका जल
सूखे ने सुखा दी जान
Posted on 09 Dec, 2015 05:54 PMमध्य प्रदेश में बारिश न होने से खरीफ की फसल सूख गई है। रबी की फसल के लिये भी बारिश न हुई तो अधिकांश किसानों के घरों का चूल्हा जलना मुश्किल हो जाएगा। सरकार ने मुआवजा देने का भरोसा दिला था, लेकिन अब उसमें कई शर्तें जोड़ देने
गैस रिसाव और प्रदूषित भूजल से तीसरी पीढ़ी के ढाई हजार बच्चे जन्मजात विकृत
Posted on 07 Dec, 2015 03:35 PM2-3 दिसम्बर 1984 की रात को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित यूनियन कार्बाइड इण्डिया लिमिटेड की कीटनाशक कारखाने की टंकी से रिसी 40 टन मिथाइल आयसोसायनेट (एमआईसी) गैस (जो एक गम्भीर रूप से घातक ज़हरीली गैस है) के कारण एक भयावह हादसा हुआ।कारखाने के प्रबन्धन की लापरवाही और सुरक्षा के उपायों के प्रति गैर-ज़िम्मेदाराना रवैए के कारण एमआईसी की एक टंकी में पानी और दूसरी अशुद्धियाँ घुस गईं जिनके साथ एमआईसी की प्रचंड प्रतिक्रिया हुई और एमआईसी तथा दूसरी गैसें वातावरण में रिस गईं।