Posted on 26 Jul, 2009 07:42 PMआपकी त्वचा से आपकी उम्र का पता ही नहीं चलता....। यह बात कई बार सुनने में आती है लेकिन क्या आप जानते हैं खूब पानी पीने से जवां और चुस्त-दुरुस्त दिखा जा सकता है। एक रिसर्च ने दावा किया है कि पानी न केवल पाचन ठीक रखता है बल्कि लंबे सयम तक चेहरे से झुर्रियों को भी दूर रखता है।
Posted on 23 Jul, 2009 11:24 AMनरेगा - 'राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना' ने कांग्रेस गठबंधन को सत्ता में फिर से लाने में मदद कर दी । यह दावा कांग्रेस के नेता करते हैं लेकिन इससे यह गलतफहमी नहीं होनी चाहिए कि सचमुच सारे गांव और ग्रामीण बहुत खुशहाल हो गए हैं । ग्रामीण क्षेत्रों में बड़ी संख्या में गरीब मजदूरों को थोड़ी राहत मिली है । वह भी साल में एक सौ दिन की मजदूरी लेकिन खेती करने वाले किसानों की हालत निरंतर खराब होती जा
Posted on 18 Jul, 2009 05:26 PM हर साल श्रावण मास में लाखों की तादाद में कांवडिये सुदूर स्थानों से आकर गंगा जल से भरी कांवड़ लेकर पदयात्रा करके अपने गांव वापस लौटते हैं। श्रावण की चतुर्दशी के दिन उस गंगा जल से अपने निवास के आसपास शिव मंदिरों में शिव का अभिषेक किया जाता है। कहने को तो ये धार्मिक आयोजन भर है, लेकिन इसके सामाजिक सरोकार भी हैं। कांवड के माध्यम से जल की यात्रा का यह पर्व सृष्टि रूपी शिव की आराधना के लिए
सर्वश्रेष्ठ उत्तरदाता जून 2009 के लिए हम जन विज्ञान संस्थान(पीएसआई) के डॉ. पवित्र सिंह के चयन की घोषणा करते हुए प्रसन्नता अभिव्यक्त करते हैं। प्रश्न पूछें सेवा को उनके उल्लेखनीय सहयोग के लिए रु. 500 / - की राशि का प्रकाशन या चेक प्रदान करके हिंदी पोर्टल द्वारा उन्हें सम्मानित किया जा रहा है।
Posted on 17 Jul, 2009 03:01 PMउत्तर - सबसे पहले तो ग्राम पंचायतों को पंजीकरण के आवेदनों की छंटनी कर उन्हें ‘पंजीकृत’ करना है। इसका मतलब है संभावित मजदूरों का पंजीकरण करना, उन्हें जाब कार्ड जारी करना, रोजगार के लिए दिए गए आवेदनों को प्राप्त करना, उन्हें कार्यक्रम अधिकारी को भेजना, और काम उपलब्ध हो तो आवेदकों को उसकी सूचना देना। पंजीकरण और रोजगार पाने के आवेदन सीधे कार्यक्रम अधिकारी को भी प्रेषित किए जा सकते हैं, पर उम्मी
Posted on 17 Jul, 2009 02:49 PMउत्तर - मजदूरों को उनके राज्य में कृषि मजदूरों के लिए मान्य न्यूनतम मजदूरी का हक है, जब तक कि केंद्र सरकार इसे निरस्त करने की अधिसूचना जारी कर कोई भिन्न मजदूरी दर की घोषणा न करे। अगर केंद्र सरकार कोई मजदूरी दर की घोषणा करती है तो यह दर रु. 60 प्रति दिन से कम नहीं होगी (भाग 6)