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भारत
एक्वाया इंस्टीट्यूट के कार्य
Posted on 30 Nov, 2008 11:39 AMसाफ और सुरक्षित जल के द्वारा स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए एक्वाया इंस्टीट्यूट ने नई तकनीकियाँ अपनाई हैं।इंस्टीट्यूट द्वारा अपनाई गई रणनीतियों की एक प्रस्तुति-
नदियों में प्रदूषण के स्रोत
Posted on 29 Nov, 2008 06:01 PM(1) गंगा अथवा ऐसी किसी भी नदी के प्रदूषण के स्रोतों को दो प्रकार की श्रेणियों में बांटा जा सकता है :( (अ) पाइंट स्रोत -
ये प्रदूषण के ऐसे संगठित स्रोत हैं जहां प्रदूषण के भार को मापा जा सकता है जैसे - औद्योगिक कचरा और म्यूनिसिपल सीवेज बहाकर लाने वाले नाले, सीवेज पम्पिंग स्टेशन और सीवेज सिस्टमस्, उद्योगों से व्यापारिक कचरा आदि।
नदियों का वर्गीकरण
Posted on 29 Nov, 2008 05:44 PMअन्तर्देशीय सतही जल का प्रयोग के आधार पर वर्गीकरण
देश के आन्तरिक भागों में उपलब्ध सतही जल को प्रयोग के आधार पर पांच श्रेणियों में बांटा गया है- ए, बी, सी, डी और ई।
समाचार
Posted on 15 Nov, 2008 07:09 PMहिन्दी लिखें
Posted on 03 Nov, 2008 07:42 PMहिन्दी लिखने के लिए इस टूल्स का इस्तेमाल करें -तरीका
पानी (के लिए) Pani
जल (के लिए) jal
इंडिया वाटर पोर्टल (के लिए) India Water Portal
रोमन में लिखें हिन्दी पाएं
जैसे ही Spacebar दबाएंगे अपनेआप हिन्दी हो जाएगा ।
अच्छे स्वास्थ्य के लिए अच्छी आदतें
Posted on 22 Oct, 2008 10:31 AMहाथ धोने से हम स्वस्थ रह सकते हैं
हानिकारक जीवाणु और वायरस हमारे हाथ से चिपक सकते हैं। हाथ धोना ही संक्रमण के प्रसार को कम करने का एकमात्र सबसे अच्छा तरीका है. यह सभी के लिए एक अनिवार्य आदत होनी चाहिए!
कैसे करें
प्यास बुझाने की चुनौती
Posted on 14 Oct, 2008 09:19 AMकिसी के लिए भी अपने बच्चों को हर जगह मिलने वाले पानी को पीने से रोकना हमेशा चुनौतीपूर्ण रहा है। बच्चों को यह समझाना मुश्किल है कि कौन-सा पानी पीने के लिए अच्छा होता है और कौन सा नहीं?
भारत में जल संसाधन
Posted on 13 Oct, 2008 02:54 PMदेश में सतही और उप-सतही स्रोतों से जल की उपलब्धता का समुचित मूल्यांकन उचित आयोजना, विकास और प्रबंधन का आधार है । जल संसाधनों की आयोजना, विकास और प्रबंधन को बहु-क्षेत्रीय, बहु-विभागीय और भागीदारीपूर्ण दृष्टिकोण के साथ ही राष्ट्रीय जल नीति, 2002 के अनुसार समन्वित गुणवत्ता, संख्या और पर्यावरण संबंधी पहलुओं पर आधारित एक जलविज्ञान इकाई के आधार पर किया जाना चाहिए ।
बांध तथा जल विद्युत शक्ति
Posted on 13 Oct, 2008 01:35 PMबांध तथा जल विद्युत शक्ति
कुछ बांधों को विशेषतौर पर जल विद्युत जो जल द्वारा निर्मित विद्युत होती है, का निर्माण करने के लिए बनाया जाता है । इस किस्म की विद्युत कार्यशील, प्रदूषण-मुक्त तथा कम लागत की होती है । जल विद्युत सयंत्र घरो, स्कूलों, खेतों, फैक्टियों तथा व्यवसायों को उपयुक्त दर पर विद्युत मुहैया कराते हैं । जल को विशाल पाइपों के जरिए बांध में प्रायः उपलब्ध एक पावर हाऊस तक लाया जाता है । पावर हाऊस में जल की शक्ति टरबाईंनों को गोल-गोल धुमाती है तथा इस निरंतर गति से एक बल उत्पन्न होता है जिससे विद्युत-शक्ति का निर्माण किया जाता है । विद्युत सयंत्र में उत्पन्न विद्युत ऊर्जा बांध के पीछे के जल की स्थिजित ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तन के परिणामस्वरूप प्राप्त की जाती है । यह जल विद्युत शक्ति को तब संग्रहित करके घरों में वितरित किया जाता है जहाँ यह टीवी देखने, कम्प्यूटर पर खेलने, खाना बनाने इत्यादि के काम आती है ।