Posted on 25 Mar, 2010 03:38 PM पाँच सनीचर पाँच रवि, पाँच मंगर जो होय। छत्र टूट धरनी परै, अन्न महँगो होय।।
भावार्थ- भड्डरी कहते हैं कि यदि एक महीने में पाँच शनिवार, पाँच रविवार और पाँच मंगलवार पड़ें तो महा अशुभ होता है। यदि ऐसा होता है तो या तो राजा का नाश होगा या अन्न महँगा होगा।
Posted on 25 Mar, 2010 03:34 PM दूजे तीजे किरबरो, रस कुसुम्भ महँगाय। पहले छठयें आठयें, पिरथी परलै जाय।।
शब्दार्थ- किरबरो-खराब, गड़बड़। परलय-प्रलय।
भावार्थ- यदि सूर्य संक्रांति के बाद दूसरा और तीसरा दिन गड़बड़ है तो रसदार पदार्थ और तेल महँगे होंगे। यदि पहला, छठाँ और आठवाँ दिन खराब है तो पृथ्वी पर प्रलय मचेगी।