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मध्य प्रदेश
अलीराजपुर-एक परिचय
Posted on 03 Jul, 2015 12:04 PMस्वास्थ्य विभाग के स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा फ्लोरोसिस बीमारी के गम्नाम पानीगाँव, पर तरस रहे पानी को
Posted on 02 Jul, 2015 12:20 PMकभी यह गाँव इतना पानीदार था कि बुजुर्गों ने इसका नाम ही पानी-गाँव रख दिया था। हालात इतने बुरे हैं कि बरसात के मौसम में भी यहाँ के लोगों को सुबह से शाम तक यहाँ–वहाँ एक–एक केन पानी के लिए भटकना पड़ रहा है। यहाँ दलित बस्ती की तो और भी बदतर हालत है।
फ्लोराइडमुक्त पानी के हाल बेहाल
Posted on 02 Jul, 2015 12:17 PMपीने के पानी की जाँच में कुछ गाँवों में फ्लोराईडयुक्त पानी मिला था, वहाँ प्रशासन ने साफ़ पानी मुहैया करने के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना तैयार की थी। करोड़ों रूपये खर्च कर योजना कागजों से उतारकर गाँवों में आ भी गई लेकिन जिन गाँवों के आदिवासियों को साफ़ पानी पिलाने के लिए यह योजना शुरू की गई थी, उन्हें आज तक इसका कोई फायदा नहीं मिल पा रहा है। गाँव के लोग अब भी दूर-दूर से पीने का पानी लाने को मजबूर ह
जब नदी खुद पहुँची डेढ़ सौ किमी दूर
Posted on 02 Jul, 2015 11:44 AMक्या आप यकीन कर सकते हैं कि कोई नदी किसी गाँव की प्यास बुझाने के लिए डेढ़ सौ से ज्यादा कि.मी. का रास्ता जंगल–पहाड़ लाँघती हुई पहुँचे। मध्यप्रदेश के धार जिले में यही हुआ है। जब नदी खुद 162 कि.मी.
चम्बल संग जीवन धारा
Posted on 02 Jul, 2015 10:48 AMहो सकता है कि एकबारगी चम्बल का नाम सुनकर आपके मन में आस्था का वह ज्वार न उमड़े जैसे गंगा का नाम सुनकर उमड़ता है। लेकिन इससे चम्बल उपेक्षिता नहीं हो जाती है। महाभारत काल में भी इसका उल्लेख मिलता है। चर्मण्वती यानी आज की चम्बल के सहारे ही कुन्ती पुत्र कर्ण के राधेय बनने की यात्रा शुरू हुई थी। इस पौराणिक नदी के संग-साथ बिताए अपने दिनों के बहाने नदी और मानवीय सम्बन्धों की पड़ताल कर रही हैं लेखिकाफ्लोराइडमुक्त पानी : 78 गाँवों को 90 करोड़ खर्च कर देंगे
Posted on 02 Jul, 2015 10:12 AMमध्यप्रदेश के फ्लोराइडग्रस्त धार जिले के 78 गाँवों में पीने का साफ़ पानी पहुँचाने के लिए करीब 90 करोड़ रुपये खर्चकर एक महती योजना आकार ले चुकी है। यह अनूठी योजना प्रदेश में अपनी तरह की पहली है और इससे करीब 25 से 50 किमी दूर नर्मदा नदी से ग्रेविटी सिस्टम के जरिये इन गाँवों के करीब डेढ़ लाख लोगों को साफ़ पानी मिल सकेगा। कुछ गाँवों तक पानी पहुँच भी गया है वहीं इस साल के आखिर तक यह सभी 78 गाँवों तक पहु
ग्रीन ब्रिज से नर्मदा होगी प्रदूषण मुक्त
Posted on 23 Jun, 2015 03:29 PMमध्यप्रदेश में तेजी से प्रदूषित होती जा रही नर्मदा नदी को अब ग्रीन ब्रिज से साफ़–सुथरा और प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए मुहिम शुरू हो चुकी है। जबलपुर में 3 संरचनाएँ बन चुकी हैं तो अब 12 और नगर–कस्बों में ग्रीन ब्रिज बनाने का काम भी जल्द ही शुरू होगा। महँगे और बिजली से चलने वाले ट्रीटमेंट प्लांट की जगह अब सरकार ने नदी के पानी की सफाई के लिए आधुनिक, किफायती, सरल, पर्यावरण हितैषी, नवाचारी और प्राकृतिक
नीमच : हैण्डपम्प का पानी बना अभिशाप
Posted on 22 Jun, 2015 11:09 AMपानी में किस तरह की अशुद्धि है और इन बीमारियों का कारण क्या है?लकड़ी के बाँध से रोका पहाड़ी का पानी
Posted on 20 Jun, 2015 11:48 AMकहते हैं जहाँ चाह, वहाँ राह इस बात को चरितार्थ किया है देवास में पानी-मिट्टी बचाने की मुहिम में लगे लोगों ने। उन्होंने यहाँ करीब सवा दो सौ फीट ऊँची पहाड़ी को अपने पुराने अस्तित्व में लाने की कोशिशों में जल संरचनाओं के जरिये ऐसे काम किये हैं, जिनके सकारात्मक परिणाम आज सबके सामने हैं। यहाँ लकड़ियों, बाँस और चारकोल के ड्रम से इतनी लुभावनी संरचनाएँ बनाई है कि इससे पहाड़ी से हर साल बारिश में व्यर्थ बह