दिल्ली

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हो रहा है जलवायु परिवर्तन
Posted on 26 Apr, 2015 01:50 PM हमें गर्मी के मौसम में गर्मी व सर्दी के मौसम में ठण्ड लगती है। ये
लड़खड़ाता पर्यावरण
Posted on 26 Apr, 2015 01:42 PM पृथ्वी मानव का आवास है। भूमि, जल, वायु और प्राणी पर्यावरण के प्रमुख घटक है। पर्यावरण शब्द एक लम्बे समय से जीव, पादप और प्रकृति वैज्ञानिकों के लिए एक पहेली बना रहा है। मानव अपनी आदिम अवस्था से ही अपने पर्यावरण का प्रेक्षण करता रहा है। ग्रीस, रोम, चीन, फारस, मिस्र, बेबीलोन और भारतवर्ष में विभिन्न विद्वानों द्वारा व्यवस्थित अध्ययन, अनुसन्धान और ज्ञानार्जन के प्
Nature
खुदकुशी का साक्षी बनने का अक्षम्य अपराध
Posted on 25 Apr, 2015 11:43 AM दिल्ली में कुछ ही समय पूर्व प्रचण्ड बहुमत से सत्तारूढ़ हुई आम आदमी
किसान की तबाही से अलगर्ज सियासत
Posted on 25 Apr, 2015 11:30 AM जब आजादी के बाद पहली बार फसलों की तबाही हुई थी तो उसका जो राजनीतिक
एक खुदकुशी अनेक सवाल!
Posted on 24 Apr, 2015 12:11 PM चूँकि राजधानी राजधानी होती है और फिर दिल्ली में तो दो-दो सरकारें ब
गजेन्द्र की खुदकुशी की धमक
Posted on 24 Apr, 2015 12:02 PM दिल्ली में आम आदमी पार्टी की किसान रैली में गजेन्द्र सिंह नामक किसान द्वारा खुदकुशी करना व्यवस्था के खिलाफ शहीद भगत सिंह के असेम्बली बम काण्ड से कम नहीं है। गजेन्द्र ने दिल्ली में खुदकुशी करते हुए सुसाइड नोट में कम शब्दों में अपनी जिस बेचारगी और लाचारी का जिक्र किया है, वह सिहरन पैदा करने वाला है। किसानों के नाम पर की जा रही राजनीति से हमारे राजनेताओं को कुछ तो शर्म आनी चाहिए। देखना यह होगा कि गजे
कब तक करते रहेंगे धरा का दोहन
Posted on 23 Apr, 2015 12:10 PM एक आँकड़े के मुताबिक पृथ्वी इस समय 75 करोड़ वाहनों का भार सह रही है,
किसान के गले में फन्दा
Posted on 23 Apr, 2015 09:32 AM इतनी सरकारी योजनाओं और कार्यक्रमों की भीड़भाड़ के बावजूद तन्त्र का व
किसान समस्या और सरकार
Posted on 23 Apr, 2015 09:13 AM भारत में करीब साढ़े पाँच लाख गाँव हैं। इनमें देश की 68 फीसदी आबादी रहती है। ग्रामीण भारत में करीब 67 फीसदी किसान-मजदूर हैं। जाहिर है, इतनी बड़ी आबादी के खुशहाल हुए बिना देश का विकास सम्भव नहीं है। हकीकत यह है कि गरीब किसान-मजदूर आज भी बदहाल है। आजादी के कई दशक बीत जाने पर भी इस बहुसंख्यक आबादी का कोई पुरसाहाल नहीं है। आँकड़े और हालात चीख-चीखकर इस बात की गवाही देते हैं।
स्कूल पाठ्यक्रम में आपदा प्रबन्धन
Posted on 21 Apr, 2015 10:57 AM आपदा एकदम और प्राकृतिक रूप से आती है और इसके कारण किसी देश या प्रद
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