Posted on 18 Mar, 2015 12:57 PMऊँची भूमि हेतु पूर्वोत्तर क्षेत्र सामुदायिक संसाधन प्रबन्धन परियोजना (एनईआरसीओ आरएमपी) की शुरुआत वर्ष 1999 में अन्तरराष्ट्रीय कृषि विकास कोष (आईएफएडी) के आर्थिक सहयोग से की गई थी। इसका उद्देश्य वंचित समूहों के लिए प्राकृतिक संसाधन के प्रबन्धन में सुधार कर स्थायी रूप से उनकी आजीविका में सुधार करना था। इससे पर्यावरण के संरक्षण में भी मदद मिलेगी।
अब सुनने में आया है कि लखनऊ में शामे अवध की शान गोमती नदी को लन्दन की टेम्स नदी की तरह सँवारा जाएगा। महानगर में आठ किलोमीटर के बहाव मार्ग को घाघरा और शारदा नहर से जोड़कर नदी को सदानीरा बनाया जाएगा। साथ ही इसके सभी घाट व तटों को चमकाया जाएगा। इस पर खर्च आएगा ‘महज’ छह सौ करोड़।
Posted on 14 Mar, 2015 07:15 AMमध्य प्रदेश समेत पूरे देश में बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि से खेती-किसानी जबरदस्त संकट में हैं। इस संकट से बेपरवाह भ्रष्ट प्रशासनिक व्यवस्था और राजनीतिक लापरवाही ने किसान को बेहद मायूस कर दिया है। किसान को जहाँ खरीफ फसल की बुवाई के दौरान सूखे ने परेशानी में डाला, वहीं ओलावृष्टि और बेमौसम बरसात ने किसान को लगभग तबाह कर दिया है। इस कुदरती आपदा का असर मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश
Posted on 13 Mar, 2015 09:54 AM‘बच्चों के लिए हानिकर खाद्य व्यापार’ शीर्षक निबन्ध प्रतियोगिता में पहले, दूसरे और तीसरे पुरस्कार के लिए चयनित निबन्धों को एक-एक कर हम योजना के अंकों में प्रकाशित कर रहे हैं। इस कड़ी में यहाँ प्रस्तुत है द्वितीय पुरस्कार प्राप्त प्रविष्टि —वरिष्ठ सम्पादक
Posted on 11 Mar, 2015 10:56 AMसामाजिक और प्राकृतिक रूप से आज जल संकट एक विकराल रूप धारण कर चुका है। यदि ऐसा ही हाल रहा तो कोई भी सरकार अपने नागरिकों को पर्याप्त मात्रा में खाद्य सामग्री उपलब्ध नहीं करवा पाएगी साथ ही 2025 तक हर तीन में से दो व्यक्ति पानी के संकट से जूझेंगे।
पानी के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए फोर्स संस्था विश्व जल दिवस (22 मार्च 2015) के मौके पर एक पदयात्रा का आयोजन कर रही है। यह पदयात्रा सुबह 9:30 बजे राजघाट से शुरू होकर इण्डिया गेट पर 11:30 बजे खत्म होगी। इस यात्रा में केन्द्रीय जल संसाधन और गंगा विकास मन्त्री उमा भारती, दिल्ली के मुख्यमन्त्री अरविन्द केजरीवाल सहित कई नामचीन हस्तियों के शामिल होने की उम्मीद है।