दिल्ली

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वायदों का सच
Posted on 08 Jun, 2015 09:51 PM प्रस्तावित रोजगार गारण्टी अधिनियम को भारत में सामाजिक नीति की बृहत
इक्कीसवीं सदी की चुनौती : स्वच्छ पेयजल
Posted on 07 Jun, 2015 07:47 AM हमारे देश में 1950 में लगभग 5 लाख तालाब थे, जिनमें 36 लाख हेक्टेयर
जल प्रबन्धन : चुनौतियाँ और समाधान
Posted on 06 Jun, 2015 10:22 AM देश में बढ़ती जनसंख्या, बड़े पैमाने पर शहरीकरण और औद्योगीकरण के कारण
ग्रामीण पेयजल और स्वास्थ्य रक्षा
Posted on 05 Jun, 2015 05:34 PM अनुमान है कि वर्तमान में विश्व की 1 अरब 10 करोड़ आबादी को पीने का
हिमालय की पहाड़ियों में आटा चक्कियाँ
Posted on 14 May, 2015 04:29 PM जरा सोचिए हाथ से चलाई जाने वाली उन आटा चक्कियों को, जिनको देखते ही भारत के महान सन्त कबीर के आँखों में आँसू आ गए, क्योंकि उनके मन में इन्हें देखते ही भाव जागा। कुदरत के उस चक्की के दो पाटों का जिन्हें हम धरती व आकाश कहते हैं और जिनके बीच में मानव उसी तरह पिसता है जैसे चक्की के दो पाटों के बीच में अनाज के दाने पिसते हैं। कबीर ने जिस चक्की से कुदरत के इस महान चक्की की परिकल्पना की वह आज भी भारत के ग
एक तालाब का कायाकल्प
Posted on 14 May, 2015 01:34 PM आज से 200 वर्ष पूर्व इस नगर के सुप्रसिद्ध मुगलकालीन पर्यटन स्थल खु
जल ही जीवन है
Posted on 14 May, 2015 11:43 AM जल को विभिन्न भाषाओं में अलग-अलग नामों से जाना जाता है। लैटिन में इसे एक्वा, अंग्रेजी में वाटर, हिन्दी में जल या पानी, संस्कृत में पानीय या सलिल या अम्बु, मराठी व गुजराती में पाणी, बंगाली में जल, कन्नड़ में नीरू, तेलुगू में नीलू तथा फारसी में आब कहते हैं।
जल क्या वास्तव में सामाजिक वस्तु है
Posted on 12 May, 2015 11:54 AM इस बात पर गौर करना हमेशा ही दिलचस्प रहा है कि समय के साथ-साथ हमारी विचार शैली कैसे बदलती रहती है। सौ वर्ष पहले किसी ने शायद कभी सोचा भी न होगा कि एक दिन हमें खरीदकर पानी पीना पड़ेगा, ठीक उसी प्रकार जिस प्रकार आजकल हम सब स्वच्छ हवा के बारे में सोचते हैं कि यह तो प्रकृति की देन है, इसे भी क्या खरीद कर सांस लेनी होगी?
जल के अधिकार का क्रियान्वयन
Posted on 10 May, 2015 06:18 PM यह सुनिश्चित करना महत्त्वपूर्ण है कि आबादी के सभी वर्गों को पानी औ
पेयजल और स्वच्छता - मुद्दे
Posted on 10 May, 2015 06:10 PM सुरक्षित और पर्याप्त पेयजल तथा स्वच्छता की सुविधा हमारे देश के लोग
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