Posted on 25 Mar, 2010 04:08 PM मूल गल्यो रोहिनि गली, अद्रा बाजी बाय। हाली बेंचो बरधिया, खेती लाभ नसाय।।
भावार्थ- यदि मूल और रोहिणी नक्षत्र में बादल छाये हों और आद्रा नक्षत्र में हवा चल रही हो तो किसान को चाहिए कि वह जल्दी से बैलों को बेच डालें क्योंकि खेती में लाभ की सम्भावना नहीं है।
Posted on 25 Mar, 2010 04:00 PM माघ छठी गरजै नहीं, महँगो होय कपास। सातें देखा निर्मली, तो नाहीं कछु आस।।
भावार्थ- यदि माघ शुक्ल पक्ष की छठ को आसमान में बादल न गरजें तो कपास महँगा होगा लेकिन यदि सप्तमी को आकाश बिल्कुल स्वच्छ रहा तो कुछ भी होने की आशा नहीं है।