स्वाती दीपक जो बरै


स्वाती दीपक जो बरै, खेल बिसाखा गाय।
घना गयंदा रन चढ़ै, उपजी साख नसाय।।


भावार्थ- यदि दीपावली के दिन स्वाति नक्षत्र हो एवं कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा को विशाखा नक्षत्र में चन्द्रमा हो तो बड़ी लड़ाई होगी और खेती को नुकसान होगा।

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Post By: tridmin
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