बाबा मायाराम

बाबा मायाराम
बरमान घाट पर नर्मदा
Posted on 03 Jan, 2016 11:17 AM

साल के जाते-जाते नर्मदा से फिर भेंट हो गई। मन में आस लगी ही रहती है, उसके दर्शन की। इस बार 26 दिसम्बर को जब नरसिंहपुर में था तो बहन बोली- चलो भैया नर्मदा चलते हैं। सुबह ठंड बहुत थी तो निकलते-निकलते देर हो गई। आटो से चले तो राजमार्ग से होते हुए कुछ ही देर में बरमान पहुँच गए।

नियमगिरी के आदिवासियों का खानपान
Posted on 05 Dec, 2015 09:47 AM

उन्तीस सितम्बर की दोपहर मैं मुनिगुड़ा पहुँचा। यह ओड़िशा के नियमगिरी की पर्वत शृंखला के बीच स्थित है। यहाँ दो दिन रहा। आदिवासी जन जीवन को नज़दीक से देखने के साथ मैंने उनके जंगल से खानपान को भी जाना।

आदिवासियों की खेती से सीखें
Posted on 05 Dec, 2015 09:37 AM

देश के कई इलाकों में आदिवासी परम्परागत रूप से अब भी खेती कर रहे हैं। इनमें एक है ओडिशा का नियमगिरी पहाड़ का इलाका। सितम्बर महीने में वहाँ गया था। आदिवासियों की मिश्रित खेती से बहुत कुछ सीखा जा सकता है। वहाँ देखकर और आदिवासियों से उनके अनुभव सुनकर मेरा यह विश्वास और भी पक्का हो गया।

कहाँ गया नदियों का पानी
Posted on 21 Sep, 2015 11:49 AM

विश्व नदी दिवस, 27 सितम्बर 2015 पर विशेष

dry river
किसानों का हल सत्याग्रह
Posted on 05 Sep, 2015 01:47 PM
खेती की लागत बढ़ती जा रही है पर उपज नहीं बढ़ रही है। फसल के दाम नही
kisan andolan
किसानों को आगे आना होगा
Posted on 05 Sep, 2015 01:06 PM
पंजाब में बेजा रासायनिक खाद और कीटनाशकों के इस्तेमाल से अनाज, सब्ज
farmers movement
क्या है किसानी के संकट का समाधान
Posted on 17 Aug, 2015 10:53 AM

इन दिनों खेती- संकट और किसान आत्महत्या का मुद्दा गरम है। किसानों की मुसीबतें कम होने की बजाय बढ़ती जा रही हैं। बेमौसम बारिश ने गेहूँ की फसल चौपट कर दी थी। किसान अपनी जान देने पर मजबूर हैं। एक के बाद एक किसानों की खुदकुशी की घटनाएँ सामने आ रही हैं। दो दशकों में अब तक 3 लाख किसान आत्महत्या कर चुके हैं। इस बीच खेती के संकट के समाधान के रूप में कई छोटे-छोटे र

Subhash palekar
क्यों है दालों का संकट
Posted on 17 Aug, 2015 09:44 AM
मिट्टी की उर्वरता कायम रखने में दलहन की खेती बहुत महत्त्वपूर्ण होती
pulses
जैविक खेती से बदलती जिन्दगी
Posted on 14 Jun, 2015 03:55 PM


तमिलनाडु के एक छोटे गाँव का गरीब किसान अब समृद्ध हो गया है। ज्यादा लागत और कम उपज वाली रासायनिक खेती को छोड़कर वह जैविक खेती की ओर मुड़ा और सफलता की सीढ़ियाँ चढ़ता गया। अब वह खुद ही नहीं बल्कि दूसरों को भी जैविक खेती के तौर-तरीके सिखाता है। वह एक गुमनाम किसान नहीं, जाना-माना जैविक खेती का ट्रेनर बन गया है।

organic farming
आखिर क्यों जान दी किसान ने
Posted on 10 May, 2015 10:48 AM
पिछले कुछ सालों से ग्लोबल वार्मिंग ने किसानों के संकट को और बढ़ा द
farmers in crisis
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