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संरक्षण - जल उपयोग को कम करना
वर्षा जल संचयन एवं इसका बहुआयामी उपयोग तथा प्रबंधन
Posted on 19 May, 2023 11:34 AMप्रस्तावना
कृषि उत्पादन में जल की बहुत ही महत्त्वपूर्ण भूमिका है। सिंचित स्थिति की तुलना में असिंचित स्थिति में उगाई गई फसलों की पैदावार लगभग आधी ही प्राप्त होती है जिससे किसानों को कृषि में भारी नुकसान का सामना करना पड़ता है। देश के उत्तरप्रदेश राज्य में औसतन वर्षा लगभग 1000 मिलीमीटर ही प्राप्त होती हैं जिसका अधिकांश भाग भूमि की ऊपरी सतह से बहकर नदी एवं नालों
![वर्षा जल संचयन एवं इसका बहुआयामी उपयोग तथा प्रबंधन,PC-MONCHASHA](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-05/fish.jpg?itok=WaBDCTWQ)
मेरा पानी मेरी विरासत योजना जल संरक्षण
Posted on 08 May, 2023 03:26 PMप्राकृतिक जलभृत के रूप में माना जाने वाला भू जल हमारे लिए उपलब्ध सबसे आवश्यक प्राकृतिक संसाधनों में से एक घरों या सार्वजनिक कार्यालयों में लगभग 33% जलापूर्ति इसी भू जल के माध्यम से होती है। ग्रामीण क्षेत्रों में 90% आबादी पीने के लिए भू-जल पर निर्भर है क्योंकि कई बार शहर के जल आपूर्ति विभाग या कंपनियां उन्हें पीने के लिए पानी की बुनियादी आवश्यकता प्रदान करने में विफल रहती हैं। वर्ष 2015 में लगभ
![जल संरक्षण, Pc-villageera](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-05/%E0%A4%9C%E0%A4%B2%20%E0%A4%B8%E0%A4%82%E0%A4%B0%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%B7%E0%A4%A3%20.jpg?itok=IPgYP0yL)
घटता भूजल स्तर : कारण और निवारण
Posted on 05 May, 2023 04:02 PMजल केवल मानव जाति के लिए ही नही बल्कि जीव-जन्तुओं और पेड़ पौधों के लिए भी आवश्यक है. पृथ्वी पर जल के बिना जीने की कल्पना नहीं की जा सकती है. समस्त जीव जगत का आधार ही जल है. हमारे शरीर के अंदर चलने वाली समस्त जैवरासायनिक प्रक्रियाएं तो जल के अभाव में पूर्णरूप से रुक ही जाएंगी. यदि हम जल ग्रहण करना बंद कर दें तो क्या हमने और आपने कभी सोचा था कि पानी एक दिन बोतलों में बिकेगा.
![घटता भूजल स्तर : कारण और निवारण, Pc-News18](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-05/%E0%A4%98%E0%A4%9F%E0%A4%A4%E0%A4%BE%20%E0%A4%AD%E0%A5%82%E0%A4%9C%E0%A4%B2%20%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%A4%E0%A4%B0%20.jpg?itok=tuSPX7Y-)
जल संरक्षण एक राष्ट्रीय दायित्व
Posted on 25 Apr, 2023 05:30 PMआज समूची दुनिया के जल संसाधन गहरे संकट में हैं। भारत भी जल संकट का सामना कर रहा है। देश के बहुत बड़े भूभाग पर जल संकट की छाया मंडरा रही है। देश के जल स्रोत सिमटते जा रहे हैं। नदियों तथा झीलों में जल की मात्रा कम होती जा रही है। जो जल शेष है, वह भी प्रदूषण की चपेट में है। शहरों में भूजल स्तर लगातार नीचे को खिसकता जा रहा है। पारंपरिक जल संरक्षण के व्यावहारिक उपायों को हमने आधुनिकता के दबाव में त्
![जल संरक्षण एक राष्ट्रीय दायित्व,Pc-DB](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-04/0521_water_conservation.jpg?itok=b7FsV5W9)
जल प्रबंधन में आदर्श गांव बनने को तैयार है पल्थरा
Posted on 25 Apr, 2023 11:39 AMपल्थरा एक छोटा सा आदिवासी गांव है, जो मध्यप्रदेश के पन्ना जिला मुख्यालय से करीब 35 किलोमीटर दूर जंगल में है। यहां समुदाय ने आगे बढ़कर जल प्रबंधन का काम अपने हाथ में ले लिया है और यहां न केवल वर्तमान में नल-जल योजना का सुचारू संचालन हो रहा है, बल्कि भविष्य में पानी की दिक्कत न हो, इस पर भी ध्यान दिया जा रहा है। यहां हर घर में नल कनेक्शन है। ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति के माध्यम से ग्रामीण हर महीन
![जल प्रबंधन में आदर्श गांव बनने को तैयार है पल्थरा](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-04/Photo%20related%20to%20Palthara%20story%201.jpg?itok=AOcftaso)
पानी की खेती
Posted on 07 Apr, 2023 11:11 AMतकरीबन 100 वर्ष पहले भारत के वाइसरॉय लॉर्ड कर्जन ने कहा था कि भारतीय अर्थव्यवस्था मॉनसून के बिसात पर हर साल खेला जाने वाला जुआ है। आज़ादी के 50 साल बाद भी यह बात एक वास्तविकता बनी हुई है। लेकिन क्यों ?
![उत्तर अर्काट जिले के आर्कोणम ताल्लुका के वेगामंगलम गांव की पालर नदी पर बनी कासम तालाब। कासम एक लम्बा तालाब है जो नदी के तल से नीचा खोदा जाता है। नदी का पानी रिसकर इसमें पहुंचता है।,PC-विशेष फीचर्स](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-04/%E0%A4%AA%E0%A4%BE%E0%A4%B2%E0%A4%B0%20%E0%A4%A8%E0%A4%A6%E0%A5%80%20.png?itok=0InO7Kbh)
आभासी जल (Virtual Water in Hindi)
Posted on 05 Apr, 2023 04:31 PMहम आमतौर पर जल का उपयोग स्नान करने, पीने और सफाई के लिए करते है, जो हमें तरल रूप में साक्षात दिखाई देता है, वह वास्तविक जल कहलाता है। लेकिन जो जल हमें नहीं दिखाई नहीं देता है, वह आभासी जल (वर्चुअल वाटर) कहलाता है। आभासी जल हमारी दैनिक जीवन के उपयोग में आने वाली लगभग सभी वस्तुओं जैसे-अनाज, सब्जी, कागज, पेंसिल, कपड़े, मिठाई, मोबाइल, टीवी, फ्रिज इत्यादि में होता है।आभासी जल की अवधारणा सर्वप्रथम प्
![आभासी जल](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-04/virutal%20water.png?itok=67NiPJoS)
क्या जून 2023 तक जम्मू कश्मीर में पानी की समस्या का हल हो पाएगा?
Posted on 30 Mar, 2023 05:53 PMजल प्रकृति द्वारा मनुष्य को दी गई एक महत्वपूर्ण संपत्ति में से एक है. यह हमारे जीवन के लिए सबसे बड़ी आवश्यकता है. इसके बिना हमारा जीवन कुछ भी नहीं है. खाना बनाने से लेकर नहाने, कपड़े धोने, पीने और खेती करने आदि के कामों के लिए पानी की आवश्यकता होती है. लेकिन देश में सभी नागरिकों को एक समान पानी उपलब्ध नहीं हो पाता है.
![जोदान गांव के लोग एक ही कुएं से पीने और कपड़े धोने के लिए मजबूर, Pc-(चरखा फीचर)](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-03/People%20of%20Jodan%20village%20helpless%20to%20drink%20and%20wash%20clothes%20from%20the%20only%20well%20pic%201%20%281%29_0.jpg?itok=HJep2OvV)
जलस्रोत और नदियों को बचाना है तो पानी बोओ और पानी उगाओ
Posted on 28 Mar, 2023 04:58 PMजल दिवस पर पानी बोओ पानी उगाओ अभियान के तहत बृहस्पतिवार को नगर पंचायत सभागार में महेश त्रिपाठी की अध्यक्षता में विचार गोष्ठी हुई। तेजी से सूख रहे प्राकृतिक जल स्रोतों को लेकर गोष्ठी में चिंता जताई गई। अभियान के संयोजक मोहन कांडपाल ने कहा कि समय पर जागरूकता नहीं आई तो भविष्य में भीषण पेयजल संकट उत्पन्न होगा। उन्होंने कहा कि नदी और जल स्रोतों को बचाने के लिए पिछले 30 वर्षों से काम कर रहे है, वर्त
![जलस्रोत और नदियों को बचाना है तो पानी बोओ और पानी उगाओ](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-03/mohan%20chand%20kandpal_01.png?itok=nwLFUpjW)
पानी की कमी से जूझते देशो की सूची में भारत 13वें स्थान पर
Posted on 28 Mar, 2023 02:48 PMपानी को बचाने के लिए और उसे पीने लायक बनाए रखने के लिए विश्व में हर देश अपने स्तर पर कुछ न कुछ योजनाएं चला रहे है। पिछले कुछ समय में देखा गया है कि पीने के पानी की तादाद में गिरावट आई है।एक व्यक्ति को प्रतिदिन औसतन 30 से 50 लीटर स्वच्छ जल की आवश्यकता होती है लेकिन हमारे देश में करीब 88 करोड़ लोगों को जरूरत का 10 प्रतिशत हिस्सा भी नहीं मिल पाता यानी इस बात से यह तो साफ़ हो गया है कि लोगो को कम मा
![पानी की कमी से जूझते देशो की सूची में भारत 13वें स्थान पर (Pc-Patrika)](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-03/WATER%20TANK.png?itok=noRl_Nh8)