पुस्तकें और पुस्तक समीक्षा

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जलागम विकास परियोजनाओं के लिए समान मार्गदर्शी सिद्धान्त 2008
Posted on 14 Aug, 2015 12:51 PM पाठ - 4
भारत सरकार 2008

सामुदायिक पहल- समुदाय द्वारा- समुदाय के लिए


.ग्राम पंचायतों की भूमिका
1. जल एवं जलागम समिति का सहयोग करना व सुझाव देना।
जलागम संरक्षण एवं विकास एक परिचय
Posted on 14 Aug, 2015 10:08 AM पाठ - 3
लोक विज्ञान संस्थान देहरादूर
जलागम क्या है?
जलागम विकास क्यों?
जलागम विकास के मूल सिद्धान्त।
जलागत विकास के सफल परिणाम।
अनुभवजन्य कहावतों का वैज्ञानिक पक्ष
Posted on 09 Aug, 2015 01:07 PM मुढ़ैनी, मनासा, मोड़ीमाता और मोरवन की चौपालों में एकत्रित लोगों का कहना था कि उनके क्षेत्र के बड़े-बूढ़ों को सैकड़ों अनुभवजन्य कहावतें याद हैं। उन कहावतों में जीवन के प्रत्येक पक्ष पर सुझाव, मार्गदर्शन या वर्जना प्रगट करता संदेश होता है। सामान्य बातचीत में भी उनका उपयोग होता है। झांतला के नेमीचन्द छीपा इत्यादि कई लोगों ने महीनों से सम्बन्धित अनेक कहावतें सुनाई।
चलक 99 : अलकनन्दा के पानी में घुले थे तबाही के निशान
Posted on 03 Aug, 2015 01:49 PM अट्ठाइस मार्च की देर रात आये भूकम्प का झटका महसूस करने और टेलीफोन से अन्यत्र हुई तबाही के अधूरे समाचार मिलने के बाद हम लोग (मैं, ‘पहाड़’ के शेखर पाठक, बीबीसी संवाददाता महेश पाण्डे व संस्कृतिकर्मी प्रेम ‘पिरम’) साढे नौ बजे नैनीताल से गोपेश्वर के लिये रवाना हुए। नैनीताल में सैकड़ों भयातुर लोगों ने फ्लैट्स पर रात गुजारी थी तो अल्मोड़ा में पुलिस-प्रशासन ने लोगो
बाढ़, भूस्खलन और तबाही
Posted on 03 Aug, 2015 11:54 AM

उत्तराखंड के हृदय, गढ़वाल की तत्कालीन राजधानी श्रीनगर के प्रत्येक मकान को भूचाल से भारी क्षति प

हिमालय ने युद्ध छेड़ दिया है
Posted on 03 Aug, 2015 11:07 AM

तवाघाट क्षेत्र के लोगों को छोटी-मोटी सहायता पहुँचाकर मरहम पट्टी कर देना उस वास्तविकता को भुला द

विकास सिर्फ एक परिवार का होता है
Posted on 02 Aug, 2015 11:58 AM लोग जब तक यह महसूस नहीं करते या इसको महसूस कराने वाला कोई संगठन जब
कैसा होगा वह पर्वतीय राज्य
Posted on 02 Aug, 2015 11:45 AM हिन्दुस्तान की सम्पदा ने कभी फिरंगियों को आकर्षित किया था, यहाँ की
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