महाराष्ट्र

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पत्थर पर दूध और धान की सफल खेती
Posted on 29 Jun, 2012 04:07 PM रासायनिक खादों के अंधाधुंध इस्तेमाल से पुणे जिले की खेतों का उर्वरा शक्ति खत्म हो गई थी। आज वहां के किसान लिफ्ट इरिगेशन की सहायता से अच्छी खेती कर रहे हैं। विश्वनाथ कभी ठेके पर मजदूर के तौर पर काम करते थे आज पुणे जिले में एक सफल किसान हैं और अपने घर में साल भर के लिए अनाज इकट्ठा करके और बाकी का अनाज गांव के लोगों को अच्छे दामों में बेच देते हैं। जिससे उनको अच्छी आमदनी होती है। संदीप खानेकर पॉल्
तेलंगाना के हितों की बलि चढ़ता विदर्भ
Posted on 14 May, 2012 11:15 AM अपनी सरकार को संकट से बचाने के लिए आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री किरण कुमार रेड्डी ने कांग्रेस आलाकमान को इस परियोजना के लिए महाराष्ट्र सरकार से हरी झंडी दिलवाने की गुहार लगाई। इसके बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने परियोजना के करार पर हस्ताक्षर कर अपने विदर्भ के हितों की बलि दे दी। वैसे पश्चिम महाराष्ट्र के नेताओं द्वारा विदर्भ के हितों की बलि कोई पहली बार नहीं दी गई। इन्हीं विदर्भ के हितों के बल
पानी के लिए तरसता महाराष्ट्र
Posted on 07 May, 2012 09:22 AM महाराष्ट्र राज्य के जलाशयों की हालत इतनी खराब है कि अभी सही से गर्मी भी नहीं पड़ रही है और राज्य के सभी बांधों में मात्र 27 प्रतिशत पानी बचा है। पिछले साल यह प्रतिशत 42 था। पुणे क्षेत्र के पिंपलगांव, जोग, टेमघर, गुंजवणी और कूर्डि-वडज बांधों में मात्र चार प्रतिशत पानी बचा है। राज्य के 12 बांध पूरी तरह से सूख गए हैं। राज्य के बड़े बांधों की हालत भी ठीक नहीं है। महाराष्ट्र के पानी की परेशानी के बा
आखिर सामने आई सुनहरे दावों की हकीकत
Posted on 11 Apr, 2012 09:31 AM

आंध्रप्रदेश में 2011 में खरीफ सीजन के दौरान 47 लाख हेक्टेयर जमीन पर बीटी कपास बोया गया था और खुद राज्य सरकार का क

farmer
लातूर भूकंप
Posted on 27 Feb, 2012 04:57 PM

लातूर जिले में जो अधिकांश मकान ध्वस्त हुए वे सब पत्थर से निर्मित थे। लेकिन यहां मकान पर जो पत्थर थोपे गए थे वे ब

कूड़ा बीनने वालों को मिली नई संभावनाएं
Posted on 23 Feb, 2012 11:08 AM

नगर निगम व पुलिस से संपर्क स्थापित कर कूड़ा बीनने वालों को परेशान करने वाली प्रवृत्तियों पर काफी हद तक रोक लगाई

जल संरक्षण को लेकर 'धार्मिक जलयात्रा'
Posted on 31 Dec, 2011 11:25 AM जल संरक्षण के संदेश के साथ विख्यात संत ज्ञानेश्वर की पालकी लेकर लगभग एक दर्जन नौकाएं धार्मिक स्थल पंढरपुर तक एक अनूठी जल यात्रा पर रवाना हुई हैं। इस यात्रा को इसकी शुरूआत करने वाले विश्वास येओले ने ‘जल डिंडी’ का नाम दिया है। इस पर्यावरण जागरुकता कार्यक्रम के तहत भगवान विट्ठल के भक्त वरकारी पंथ के लोग हर साल पैदल पंढरपुर जाते हैं। येओले ने कहा, ‘‘यह हमारे लिए खास मौका है क्योंकि 2002 में पर्यावरणवि
जल संसाधन के प्रबंधनः वाघाड़ परियोजना (वाघाड़ महासंघ जिला-नासिक, महाराष्ट्र) का अध्ययन
Posted on 26 Dec, 2011 01:08 PM
हिन्दुस्तान में सहभागी सिंचाई की परंपरा है। किसान भाई जल स्रोतों का रखरखाव और परिचालन अपनी भागीदारी से करते हैं। महाराष्ट्र के माल गुजारी तलाब फड़ पद्धति राजस्थान की वाराबंदी लोक सहभाग से सिंचाई के उत्तम उदाहरण है। मुगलों के जमाने में भी जल सिंचाई परियोजना बनाई जाती थी जिसे प्रबंधन हेतु किसानों के हाथों सौप दिया जाता था। उस वक्त किसानों में उन योजनाओं के प्रति अपनेपन की भावना थी। इसी भावना स
देवनदी पुनर्जीवन कार्यक्रम के अंतर्गत जल संसाधन के प्रबन्धन में जन भागीदारी
Posted on 26 Dec, 2011 11:19 AM युवा मित्र पिछले 11 सालों से सिन्नर तहसील में काम कर रही है। वर्तमान में युवा मित्र सिन्नर और इगतपुरी तहसील के 81 गाँवों में ग्राम विकास, बच्चों का व्यक्तित्व विकास, महिला सक्षमीकरण, बायोडायवर्सिटी कंजर्वेशन, और नैसर्गिक स्रोतों के संरक्षण और शाश्वत विकास हेतु काम कर रही है, साथ ही युवा मित्र ग्रामीण लोगों की उपजीविका हेतु डेयरी जैसे नियमित और तात्कालिक आय अर्जित करने वाले खेती के लिए पूरक उत्पादन
देव नदी
साफ आबोहवा के दुश्मनों का राज्य
Posted on 07 Dec, 2011 01:55 PM

महाराष्ट्र की नदियों को खतरा सिर्फ इस कचरे से ही नहीं है बल्कि उनके दामन पर खनन माफिया के हमले

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