मध्य प्रदेश

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समवर्ती सूची में पानीः औचित्य पर बहस
Posted on 30 Jul, 2016 04:19 PM
योजनाकार, सन 2016 में मराठवाड़ा, बुन्देलखण्ड जैसे इलाकों में
फ्लोराइड पीड़ित गाँवों में पहुँची सरकार
Posted on 30 Jul, 2016 01:09 PM


वसुंधरा दाश प्राइम मिनिस्टर रूरल डेवलपमेंट फेलोशिप (अध्येतावृत्ति) के तहत मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के गाँवों में काम कर रही हैं। प्रधानमंत्री ग्रामीण विकास फेलोशिप तत्कालीन संयुक्त प्रगतिशील गठबन्धन सरकार के समय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश की पहल पर शुरू हुई थी। सम्प्रति 226 युवा इस फेलोशिप के तहत 18 राज्यों के 111 जिलों में काम कर रहे हैं। ये लोग स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर काम करते हैं। वसुंधरा दाश वर्ष 2014 से काम कर रही हैं।

छिंदवाड़ा में काम करते हुए उन्होंने कई ऐसे गाँवों के बारे में पता लगाया जो फ्लोराइड से प्रभावित हैं। इन गाँवों में वे स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर कई तरह के काम कर रही हैं।

कुओं में पानी की जगह शराब
Posted on 29 Jul, 2016 03:27 PM
यहाँ के कुओं से पानी उलीचेंगे तो शराब की तरह का लाल पानी ही निकलेगा। इस पानी से शराब की तरह की दुर्गन्ध आती है। इससे पानी दूषित हो चुका है। यह पीने के लिये तो दूर उपयोग करने लायक भी नहीं रह गया है। इसमें मछलियों और अन्य जीव भी जिन्दा नहीं रह पा रहे हैं। पानी का उपयोग करने वाले बीमार हो रहे हैं।
हरसूद के बाद
Posted on 29 Jul, 2016 11:02 AM
बहते पानी के किनारे बसने वाला समाज सूखी और दलदली भूमि में बद
बूँद बूँद से घड़ा भरना होगा
Posted on 28 Jul, 2016 10:46 AM


पानी का संकट मौसमी नहीं, स्थायी हो गया है। कुछ समय पहले तक सतपुड़ा अंचल में पानी की बहुत समस्या नहीं थी। कुएँ, तालाब, बावड़ियाँ, झरने जैसे परम्परागत स्रोत सदानीरा थे। लेकिन अब मैदानी क्षेत्र में पानी हर साल नीचे चला जा रहा है और यहाँ के परम्परागत स्रोत सूख गए हैं।

देवास के किसानों की मौन क्रांति
Posted on 26 Jul, 2016 11:47 AM
मध्य प्रदेश के देवास शहर में लगभग एक दशक पूर्व पीने का पानी ट्रेन से लाया गया था, उस समय के दौर में यह घटना अकल्पनीय थी। इसी के चलते चारों ओर शोर हुआ। चहुँ ओर लोगों ने यह पीड़ा और वेदना सुनी थी। लेकिन अब देश में किसी स्थान में इस प्रकार की स्थिति उत्पन्न होना अकल्पनीय नहीं रहा। शायद अब यह एक सामान्य घटना होगी। देवास के किसानों के चेहरे पर अब मुस्कुराहट है। उनकी स्थिति बयाँ करने के लिये शा
बर्बादी की राह पर तालाब
Posted on 22 Jul, 2016 04:31 PM

गौरतलब है कि भोपाल ही नहीं प्रदेश के अन्य महानगरों से लेकर छोटे शहरों तक के जलस्रोत अतिक्

कानून पर जिद की जीत
Posted on 22 Jul, 2016 03:54 PM

हम सब जानते हैं कि इस मुद्दे पर विश्व बैंक की मोर्स कमेटी रिपोर्ट में विशेषज्ञों ने गम्भी

हलमा से पानी और हरियाली बचाने की अनूठी मुहिम
Posted on 19 Jul, 2016 04:03 PM

अपढ़ माने जाने वाले आदिवासी समाज ने बिना पैसों के 15 हजार जल संरचनाएँ सुबह 7 से 12 बजे तक

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