बिहार

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जल के खिलाफ जंग!
Posted on 09 Nov, 2014 12:19 PM कुसहा (नेपाल) । बिहार की उत्तर-पूर्वी सीमा पर भीषण युद्ध चल रहा है। तलवार-बन्दूक के युद्ध से भी भीषण और खतरनाक। पगलायी सी कोसी के खिलाफ युद्ध। बिहार के जल संसाधन आयुक्त और इस युद्ध के कमांडर शंकर दुबे के शब्दों में- ‘वार अगेंस्ट वाटर !' जल के खिलाफ जंग।
kosi
सफाई के लिए अमेरिकी पुरस्कार
Posted on 22 Oct, 2014 11:16 AM इसे महज संयोग ही कहा जाना चाहिए कि एक ओर केंद्र सरकार ने गांधी जयंती पर देशव्यापी सफाई अभियान शुरू किया और दूसरी ओर एक भारतीय को अमेरिका की एक संस्था की ओर से सफाई को लेकर जागरूकता करने और बड़े पैमाने पर बदलाव लाने के लिए एक लाख डॉलर के पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है। इसमें कोई संदेह नहीं कि बिहार जैसे प्रदेश में ह्यूमेन्यूर पॉवर संस्था के माध्यम से सस्ते
नदी की तरफ पीठ करके बैठी एक सभ्यता
Posted on 20 Oct, 2014 10:28 AM इंसान नदियों के किनारे बसते ही इसलिए थे कि नदियां इंसानों के जीवन में हर तरह से सुविधा का इंतजाम करती थी। नहाने-धोने-खाने-पकाने से लेकर घर के हर काम में आने वाली पानी की जरूरत नदियां पूरी करती थी। फिर खेतों की सिंचाई से लेकर परिवहन तक में नदियां सहायक रही हैं। इसी वजह से नदियां लोगों के लिए बाद में धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व का केंद्र बनी। मगर जैसे ही इंसान ने मशीनों की मदद से धरती के अंदर से पानी निकालने का हुनर सीखा नदियां उसके लिए नकारा होने लगी।

यह कहानी अगर किसी और नदी की हो तो फर्क नहीं पड़ता, मगर जब सांस्कृतिक रूप से समृद्ध कोसी-मिथिला के इलाके के लोग नदी की तरफ पीठ करके बैठ जाएं तो सचमुच अजीब लगता है। मगर यह सच है, लगभग पिछले पचास सालों से हम कोसी वासी अपनी सबसे प्रिय नदी कोसी की तरफ पीठ करके बैठे हैं।
बिहार और उसका पानी
Posted on 03 Oct, 2014 09:07 AM

वर्ष 2008 कोसी का तटबंध नहीं टूटा होता तो यह वर्ष भी सूखे की भेंट ही चढ़ गया था। इस तरह से राज्य में सिंचाई के लिए पानी के उपयोग की वर्तमान स्थिति किसी भी पैमाने से संतोषजनक नहीं कही जा सकती है।

. पश्चिम बंगाल, उसके पूर्व में है, पश्चिम में उत्तर प्रदेश, दक्षिण मेें झारखंड और उत्तर में नेपाल से घिरा भारत का एक राज्य है बिहार। यहां की आबादी 10.38 करोड़ ( 2011) है और यह उत्तर प्रदेश-महाराष्ट्र के बाद भारत का सबसे अधिक आबादी वाला राज्य है। इसका भौगोलिक क्षेत्र 94163 वर्ग किमी है और 1102 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर के जनसंख्या घनत्व के साथ यह सघन आबादी वाला इलाका है। राज्य में लिंग अनुपात 1000 पुरुषों पर 916 महिलाओं का है। यहां की साक्षरता की दर अभी भी 63.82 (2011) प्रतिशत है। जिसमें 73.39 प्रतिशत पुरुष और 53.33 प्रतिशत महिलाएं साक्षर हैं। केवल दस प्रतिशत हिस्सा शहर में और बांकि आबादी गांव में रहती है।

बिहार भारत का सबसे अधिक बाढ़ग्रस्त राज्यों में है और यहां बाढ़ पीड़ितों का घनत्व सबसे अधिक है।

flood in kosi
जैविक खेती देती है ज्यादा मुनाफा
Posted on 11 Sep, 2014 11:21 AM

जैविक खेती सस्ती तो है ही, जीवन और जमीन को बचाने के लिए भी जरूरी है। 1960 से 1990 तक कृषि उत्पादन को बढ़ाने के लिए जिस तेजी से और जिस तरह से रासायनिक खादों और कीटनाशकों का इस्तेमाल किया गया, उसने हमारे खेतों और जीवन दोनों को संकट में डाल दिया। तब पर्यावरण की अनदेखी की गई थी, जिसकी कीमत हम आज चुका रहे हैं। 1990 के बाद से जैविक खाद की ओर खेती को लौटाने का अभ

organic farming
बहाल होंगे 45 हजार स्वच्छता दूत
Posted on 07 Sep, 2014 10:30 AM खुले में शौचराज्य में 45 हजार स्वच्छता दूतों की नियुक्ति शीघ्र होगी। इनकी चयन प्रक्रिया, कर्तव्य एवं कार्य के संबंध में मार्गदर्शिका भी तैयार कर ली गई है। स्वच्छता संबंधी लक्ष
बिहार को बैराज से बचाओ
Posted on 29 Aug, 2014 10:06 AM समुद्र से उठने वाले मॉनसून और नदियों के जरिए हिमालय से आने वाली गाद
barrage
ई-प्रशासन से गांवों का बदलता स्वरूप
Posted on 07 Aug, 2014 12:33 PM ई-प्रशासन से गांवों का स्वरूप तेजी से बदला है। इसने आम आदमी की भी पहुंच को सरकार और उसकी गतिविधियों तक सुनिश्चित की है। अब गांव का एक युवक घर बैठे देश-विदेश की सेवाएं प्राप्त कर रहा है। चाहे रेल टिकट हो या आरक्षण की स्थिति जानना, किसी परीक्षा का फॉर्म भरना हो या परिणाम का पता लगाना, जन्म, आयु, आवासीय और जातीय प्रमाण-पत्र बनवाना हो या टैक्स जमा करना, ई-सेवा से यह सब उनके लिए आसान हुआ है। अभी ई-
ताजपुर गांव के हर घर में शौचालय
Posted on 05 Aug, 2014 04:25 PM अंधराठाढ़ी से झंझारपुर फोरलेन की ओर जानेवाली सड़क के किनारे ताजपुर गांव है। गांव में 240 घर अल्पसंख्यकों (मुस्लिमों) के हैं। गांव के अंदर की सड़क पर साफ-सफाई दिखती है। गांव में गाड़ी घुसते ही लोगों की उत्सुकता बढ़ जाती है। आस-पास लोग इकट्ठा हो जाते हैं। गांव के कायापलट की कहानी सुनाने को ये लोग बेताब दिखते हैं। ननौर पंचायत में पड़ने वाले इस गांव की मुखिया मीरा देवी हैं। केंद्र से लेकर राज्य सरकार की
कर्म ने मोड़ दिया जिंदगी का रुख
Posted on 05 Aug, 2014 03:27 PM जैबुनेशाप्रेरणा लेकर इंसान अपनी तकदीर संवार सकता है। इस बात को जैबुनेशा से बेहतर कोई नहीं बयां कर सकता है। टीवी से प्रेरणा लेकर फर्श-से-अर्श तक पहुंचने की कहानी बिल्कुल फिल्मी लगत
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