प्रियरंजन राय

प्रियरंजन राय
ई-प्रशासन से गांवों का बदलता स्वरूप
Posted on 07 Aug, 2014 12:33 PM
ई-प्रशासन से गांवों का स्वरूप तेजी से बदला है। इसने आम आदमी की भी पहुंच को सरकार और उसकी गतिविधियों तक सुनिश्चित की है। अब गांव का एक युवक घर बैठे देश-विदेश की सेवाएं प्राप्त कर रहा है। चाहे रेल टिकट हो या आरक्षण की स्थिति जानना, किसी परीक्षा का फॉर्म भरना हो या परिणाम का पता लगाना, जन्म, आयु, आवासीय और जातीय प्रमाण-पत्र बनवाना हो या टैक्स जमा करना, ई-सेवा से यह सब उनके लिए आसान हुआ है। अभी ई-
पंचायत में बजट की व्यवस्था
Posted on 02 Aug, 2014 01:45 PM
पाठकों की मांग पर पंचायती राजकाज पेज हम फिर शुरू कर रहे हैं। इस बार हम उन विषयों पर तकनीकी सुझावों और जानकारी को आप तक पहुंचाएंगे, जिन पर पंचायती राज व्यवस्था से जुड़े लोगों और जनप्रतिनिधियों के अनुभव हमें प्राप्त होंगे। इस बार कई लोगों ने पंचायतों में बजट की व्यवस्था को लेकर अपनी जिज्ञासा हम तक पहुंचाई है। कई मुखिया ने अपना अनुभव साझा करते हुए यह जानना चाहा कि पंचायत सरकारें अपना बजट कैसे बना स
बिहार में ई-प्रशासन का विकास एवं संभावनाएं
Posted on 10 Sep, 2014 04:02 PM
बिहार के कई पंचायत एवं गांव सूचना प्रौद्योगिकी का प्रयोग कर ई-प्रशा
ई-प्रशासन से उभर रही नई कार्य संस्कृति
Posted on 21 Aug, 2014 10:31 PM
देश के 50 जिलों में ई-प्रशासन की पहल लागू है। इनमें से 14 जिला केव
ई-प्रशासन
सामाजिक अंकेक्षण की पूर्व तैयारी जरूरी
Posted on 09 Aug, 2014 09:18 PM
हमने पिछले अंक में यह चर्चा की कि पंचायतों के कार्यों सामाजिक अंकेक्षण क्या है? इसका उद्देश्य क्या है और यह क्यों जरूरी है? हमने यह भी चर्चा की कि सामाजिक अंकेक्षण फोरम क्या है और इसका संचालन किस प्रकार होता है? इस अंक में हम बात कर रहे हैं कि सामाजिक अंकेक्षण फोरम को अंकेक्षण के पूर्व किस-किस तरह की तैयारी करनी चाहिए, ताकि ठोस नतीजे तक आप पहुंच सकें।
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