समाचार और आलेख

Term Path Alias

/sub-categories/news-and-articles

हमारी लापरवाही हमें संकट में डाल देती है
बाढ़ के प्रतिकूल प्रभावों में शामिल कुछ ऐसी समस्याएं हैं, जो मानव को कई वर्ष पीछे ले जाती हैं. इस तबाही में मानव जीवन की हानि तो होती ही है, बड़ी संख्या में संपत्ति और बुनियादी ढांचे को भी नुकसान पहुंचता है. सड़कें बर्बाद हो जाती हैं. भूस्खलन का खतरा बढ़ जाता है।


Posted on 26 Jul, 2023 03:16 PM

दक्षिण पश्चिमी मानसून भारत में कुल वर्षा का लगभग 86 प्रतिशत योगदान देते हैं.

हमारी लापरवाही हमें संकट में डाल देती है ,फोटो क्रेडिट - विकिपीडिया
हजारों जलस्रोत अतिक्रमण का शिकार समाज और सरकार करें भूल सुधार
सरकार अब आयोग बनाकर पीड़ितों की सुनवाई करने के पश्चात उनकी संपत्तियां लौटाने की तैयारी में है। ये पीड़ित इस मामले में भाग्यशाली हैं कि उन्हें सताने वाले माफिया का एक चेहरा था और उसके अंत के पश्चात उनकी लूटी संपत्ति वापस मिलने की संभावना है। लेकिन बीते वर्षों में उत्तर प्रदेश में जलस्रोतों की ऐसी लूट हुई है
Posted on 26 Jul, 2023 03:05 PM

हाल के दिनों में एक माफिया की बहुत चर्चा रही। अपने वर्चस्व के दिनों में उक्त माफिया ने किसी पर जबरन की जमीन लूटी, तो किसी के मकान पर जबरन कब्जा किया। उसके जीवित रहते अधिकांश सताए लोग सामने आकर शिकायत की हिम्मत भी नहीं कर पाते थे। माफिया के आखिरी अंजाम तक पहुंचने के बाद उसके सताए हुए लोग एक-एक कर सामने आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि सरकार अब आयोग बनाकर पीड़ितों की सुनवाई करने के पश्चात उनकी संपत्

हजारों जलस्रोत अतिक्रमण,फोटो क्रेडिट-लोक सम्मान
ग्लोबल वार्मिंग पर डरावनी चेतावनी भारत के खाद्य उत्पादन में भारी गिरावट की आशंका
उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं को तापमान को 1.5  डिग्री तक कम करने के लिए वित्तीय और तकनीकी मदद करते हैं।  उन्होंने आगाह किय कि जलवायु टाइम- बम को डिफ्यूज करने में मददगार साबित हो सकती है। गुटेरेस ने कह, रिपोर्ट से पता चला है कि ग्लोबल वार्मिंग को 1.5  डिग्री  सेंटीग्रेड तक नीचे रखा जा सकता है Posted on 26 Jul, 2023 01:11 PM

संयुक्त राष्ट्र के विशेषज्ञों के एक पैनल ने चेतावनी दी है कि अगर ग्लोबल वार्मिंग पर काबू नहीं पाया गया तो भारत के खाद्य उत्पादन में भारी गिरावट आ सकती है। महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा है कि वह जी 20  से वार्मिंग को 1.5 डिग्री सेंटीग्रेड कम करने के लिए एक समझौते का आग्रह कर रहे हैं। जलवायु परिवर्तन पर अंतर सरकारी पैनल (आईपीसीसी) ने एक रिपोर्ट में कहा, 'तापमान में 1 से 4 डिग्री सेंटीग्रेड तक क

भारत के खाद्य उत्पादन में भारी गिरावट की आशंका, फोटो क्रेडिट : लोक सम्मान
जल निधियों का संरक्षण एवं सम्मान, जल उत्सव अभियान
लोक भारती ने इस दिशा में अनेक सार्थक व सफल कदम उठाए हैं। इसी क्रम में 960  किमी परिधि में गोमती नदी से सम्बन्धित सभी 13  जिलों में तथा 33  स्थानों पर गोमती अध्ययन एवं गोमती अलख यात्रा तथा गोमती मित्र मण्डल का गठन किया गया है। इस क्रम में 'मां गंगा समग्र चिंतन द्वि दिवसीय गोष्ठी का दो बार सफल आयोजन हुआ है। इसके परिणामस्वरूप सामाजिक क्षेत्र में 'गंगा समग' के नाम से व्यापक अभियान तथा केंद्र एवं राज्य सरकार के स्तर पर नामामि गंगे जैसे कार्य का शुभारम्भ उत्साहवर्धक एवं प्रेरक है। Posted on 26 Jul, 2023 12:46 PM

लोक भारती पिछले एक दशक से जल संरक्षण एवं जल से जुड़े अन्य अनेक कार्य जैसे नदी, तालाब संरक्षण, कुओं का पुनर्जीवन और उन्हें वर्षा जल भरण कूप के रूप में प्रयोग करना आदि में संलग्न है। गौ आधारित प्राकृतिक खेती, वर्षा जल का संयमित उपयोग, वर्षा जल जहाँ गिरे वहीं उसे रोकने और संरक्षित करने की व्यवस्था, मेड़ बंदी, चेक डैम, छोटे-छोटे गड्ढे, ट्रेंच / खाई बनाना तथा वर्षा जल रोकने और सम्भरण के लिए वृक्षारो

जल निधियों का संरक्षण एवं सम्मान, जल उत्सव अभियान,फोटो क्रेडिट:-लोक सम्मान
निरंतर बढ़ रहा प्रकृति का प्रकोप आत्मघाती होगी खतरे की अनदेखी
आगामी महीनों में विशेषज्ञ जहां अत्यधिक गर्मी पड़ने की आशंका जता रहे हैं, वहीं कुछ पूर्वानुमानों के अनुसार इस बार सामान्य से कम बारिश होने की भी आशंका है। भूकंप और भूस्खलन भी अब नियमित घटना बनते जा रहे हैं। ऐसे में जिन कारणों से प्रकृति का कोप बढ़ रहा है, उनका निवारण करने की नितांत आवश्यकता है। Posted on 25 Jul, 2023 05:09 PM

बेमौसम हुई भारी बारिश, ओलावृष्टि और तेज हवाओं ने कई राज्यों में किसानों की उम्मीद पर पानी फेर दिया है। विशेषकर मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में लाखों हेक्टेयर से अधिक गेहूं की फसल को प्रभावित किया है, जिससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। पहले फरवरी में असामान्य गर्मी और फिर मार्च के महीने में बारिश और ओलावृष्टि ने पुनः जलवायु परिवर्तन और उसके विनाशकारी दुष्परिणाम के प्रति आगाह क

भारत में प्राकृतिक आपदाएं,वीडियो क्रेडिट- विकिपीडिया
प्रदूषण मुक्त ऊर्जा व्यवस्था की उम्मीदों पर फिर गया पानी
भारत की मेजबानी में इस साल गोवा में चौथी G20 एनर्जी ट्रांज़िशन वर्किंग ग्रुप (ETWG) की बैठक आयोजित की गयी। Posted on 25 Jul, 2023 12:39 PM

भारत की मेजबानी में इस साल गोवा में चौथी G20 एनर्जी ट्रांज़िशन वर्किंग ग्रुप (ETWG) की बैठक आयोजित की गयी। उम्मीद थी कि इस बैठक के नतीजे दुनिया को प्रदूषण मुक्त ऊर्जा व्यवस्था की ओर बढ्ने में मदद करेंगे। मगर इस बैठक के बाद यह साफ़ हो गया कि इसका नतीजा दुनिया की उम्मीदों से बहुत दूर रहा। कई दिनों की गहन बातचीत के बाद G20 का एनेर्जी ट्रांज़िशन वर्किंग ग्रुप एक सर्वसम्मति से बना गया था।  इसके चलते अ

G20 एनर्जी ट्रांज़िशन वर्किंग ग्रुप ,PC-विकिपीडिया
कृषि क्षेत्र में बढ़ती महिला उद्यमी
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली के अधीनस्थ केंद्रीय कृषिरत महिला संस्थान, भुवनेश्वर अपने अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना केंद्रों के माध्यम से कृषि और संबद्ध क्षेत्रों में महिला संबंधी विषयों पर शोध कर रहा है। Posted on 24 Jul, 2023 04:22 PM

भारत में पिछले कुछ वर्षों के दौरान कृषि के क्षेत्र में बहुत तेजी से कई बदलाव और परिवर्तन देखने को मिले हैं। पंजाब और हरियाणा जैसे समृद्ध राज्यों के किसान तो कई दशकों पहले ही आधुनिक खेती में मशीन और नई तकनीक के प्रयोग के महत्व को समझ गए थे लेकिन अब बिहार, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में भी किसानों की सोच बदल रही है और सबसे दिलचस्प तथ्य तो यह है कि इस बदलती सोच के पीछे एक बड़ी वजह मह

कृषि क्षेत्र में बढ़ती महिला उद्यमी, फोटो क्रेडिट: कुरुक्षेत्र
सतत कृषि विकास की दिशा में पहल
भारत में कृषि क्षेत्र आज बदलाव की राह पर है। हरितक्रांति भारत के दौर में कृषि क्षेत्र में हम आधुनिक कृषि तकनीक, उच्च उत्पादकता वाले बीजों तथा उर्वरकों के अत्यधिक उपयोग के साक्षी रहे हैं। परंतु अब खाद्य सुरक्षा और सतत कृषि की ओर बढ़ती वैश्विक जागरूकता के दौर में भारतीय कृषि क्षेत्र के भविष्य को पुनः परिभाषित करने की आवष्यकता है। Posted on 22 Jul, 2023 03:08 PM

भारत में कृषि क्षेत्र आज बदलाव की राह पर है। हरितक्रांति भारत के दौर में कृषि क्षेत्र में हम आधुनिक कृषि तकनीक, उच्च उत्पादकता वाले बीजों तथा उर्वरकों के अत्यधिक उपयोग के साक्षी रहे हैं। परंतु अब खाद्य सुरक्षा और सतत कृषि की ओर बढ़ती वैश्विक जागरूकता के दौर में भारतीय कृषि क्षेत्र के भविष्य को पुनः परिभाषित करने की आवष्यकता है।ऊर्जा, पर्यावरण एवं जल परिषद के एक अध्ययन के अनुसार भारत में 5 प्रति

सतत कृषि विकास की दिशा में पहल,फोटो क्रेडिट: विकिपीडिया
जैविक खेती की संभावनाएं
हम भारतवासियों का स्वभाव होता है कि हम हमेशा नए विचारों के स्वागत के लिए तैयार रहते हैं। हम अपनी चीजों से प्रेम करते हैं और नई चीजों को आत्मसात भी करते हैं। इसी का एक उदाहरण है जापान की तकनीक मियावाकी,अगर किसी जगह की मिट्टी उपजाऊ नहीं रही हो, तो मियावाकी तकनीक, उस क्षेत्र को फिर से हरा-भरा करने का बहुत अच्छा तरीका होती है। Posted on 22 Jul, 2023 01:20 PM

दुनिया के कई देशों के उपभोक्ता अब जैविक,खाद्य पदार्थों को प्राथमिकता दे रहे हैं। वैश्विक बाज़ार में भारत के जैविक कृषि उत्पादों की भी मांग बढ़ रही है। ऐसे में भारत के कृषि उत्पादों  जैव खाद्य पदार्थों के रूप में लोकप्रिय बनाया जा सकता है। इससे भारत बाकी दुनिया के लोगों के लिए महत्वपूर्ण योगदान कर सकता है। साथ ही, जैविक खेती को बढ़ावा देने से कृषि उपादानों पर खर्च कम हो सकेगा।

आलू की जैविक खेती,फोटो क्रेडिट:- विकिपीडिया
पटना 'नदी संवाद' की संक्षिप्त रिपोर्ट
देश के स्तर पर देखे तो 1952 में 2.5 करोड़ क्षेत्र बाढ़ प्रवण था जो अब बढ कर  5 करोड़ हेक्टेयर हो गया।  फरक्का बराज के कारण पश्चिम बंगाल और बिहार में बाढ़ से तबाही बढ़ रही है।  दामोदर घाटी परियोजना  के कारण  गंगा के मुहाने पर पानी की कमी और साद  के जमाव की समस्या उत्पन्न हो गई।  इस कारण कोलकाता बंदरगाह पर संकट उत्पन्न हो गया।
Posted on 21 Jul, 2023 10:49 AM

आजादी के बाद विकास की गति को रफ्तार देने के लिए बड़े पैमाने पर भारत में बांध,तटबंध एवं बराज़ो का निर्माण किया गया। इसका उद्देश्य बाढ़ नियंत्रण ,सिंचाई तथा पनबिजली का निर्माण करना था। पहली बहुउद्देशीय परियोजना दामोदर घाटी बनी। उसी के तर्ज पर कोसी परियोजना, गंडक परियोजना आदि का निर्माण हुआ। इसे विकास का मंदिर कहा गया। समय के साथ यह  स्पष्ट हो गया कि ये परियोजनाएं अपने उद्देश्य को हासिल करने में व

पटना में नदी संवाद का आयोजन,फोटो क्रेडिट:-अशोक भारत
×