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समाचार और आलेख
पानी के पोर्टल की कहानी
Posted on 05 Dec, 2008 09:29 AM'यदि हम कार्य करने में केवल यह सोचकर सकुचाते हैं कि हमारे सारे सपने पूरे नहीं हो सकते अथवा इसलिए कि कोई हमारा साथ नहीं दे रहा तो इससे केवल हमारी कोशिशों में बाधा ही पड़ती है।' - महात्मा गांधी
प्यास बुझाने की चुनौती
Posted on 14 Oct, 2008 09:19 AMकिसी के लिए भी अपने बच्चों को हर जगह मिलने वाले पानी को पीने से रोकना हमेशा चुनौतीपूर्ण रहा है। बच्चों को यह समझाना मुश्किल है कि कौन-सा पानी पीने के लिए अच्छा होता है और कौन सा नहीं?
रोज 4000 की जान लेता है दूषित पानी
Posted on 17 Sep, 2008 08:40 AMएजेंसी / सिंगापुर/ प्रदूषित पानी पीने से होने वाली बीमारियों के कारण दुनियाभर में रोजाना 4000 लोगों की मौत हो जाती है। यदि सरकारों ने जल आपूर्ति व्यवस्था को साफ-सुथरा बनाने के ठोस उपाय नहीं किए तो प्रदूषित जल से इस साल करीब 16 लाख लोगों की मौत हो जाएगी। यह चेतावनी विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने सोमवार को जारी एक रिपोर्ट में दी है।बिन पानी सब सून
Posted on 17 Sep, 2008 08:32 AMपूनम गुजरानी/ पाश्चात्य देशों में टायलेट वॉटर पर शोध की विस्तृत कार्य-योजना चल रही है ताकि उसे पीने योग्य बनाया जा सके।रेनवाटर हार्वेस्टिंग प्लांट लगाने के निर्देश
Posted on 01 Sep, 2008 10:36 PMसाधना सिंह, साहिबाबाद/ उत्तर प्रदेश/ जागरण: आने वाले समय में लोग पानी की बूंद-बूंद को तरसेंगे, यह आशंका अन्य के अलावा वैज्ञानिक भी जता चुके हैं। गाजियाबाद महायोजना-2021 के अनुसार वर्ष 2021 में महानगर की जनसंख्या 23.50 लाख होगी। ऐसे में यदि लोग अभी से जागरूक नहीं हुए तो स्थिति कितनी गंभीर होगी, इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है। यूं भी तो भूजल का स्तर जिस तेजी
भयावह : बरेली मंडल के 18 ब्लाक डार्क जोन
Posted on 01 Sep, 2008 10:17 PMबरेली / उत्तर प्रदेश/ जागरण धरती के गर्भ से मिल रहा अमृत तुल्य जल सीमित है। इसका जरूरत से ज्यादा दोहन हमको भयावह भविष्य की ओर ले जायेगा। इस बाबत चेतावनी तो काफी समय पहले से दी जा रही थी, मगर अब हालात बेकाबू हो चुके हैं। खेतों की सिंचाई के लिये जमीन के नीचे से लगातार निकाले जा रहे पानी का भंडार अब चुकने लगा है। भूगर्भ में जल का स्तर लगातार नीचे गिर रहा है।
अंधाधुंध जल दोहन ने तबाह किया बुंदेलखंड
Posted on 01 Sep, 2008 09:43 PMबांदा/ उत्तर प्रदेश/ जागरण पिछले चार सालों से सूखे ने पूरे बुंदेलखंड को तबाह कर रखा है। धरती फटने की घटनाएं बढ़ रही हैं। सच तो यह है कि विदेशी तकनीक और जल प्रबंधन प्रणाली अपनाने से सिंचाई और पेयजल के इंतजाम में गंभीर गड़बड़ियां हुई हैं। बुंदेलखंड क्षेत्र आधुनिक तकनीक से अंधाधुंध इस्तेमाल का सर्वाधिक शिकार हुआ है। यहां लगाये गये राजकीय नलकूपों, हैंडपंपों आदि
जल के ज्यादा दोहन पर यूपी में मिलेगी जेल
Posted on 01 Sep, 2008 08:50 PMसिध्दार्थ कलहंस / लखनऊ / बिजनेस स्टैंडर्ड: उत्तर प्रदेश में भूजल का अंधाधुंध दोहन लगता है कि अब बीते समय की बात हो जाएगी। सरकार ने दोहन पर अंकुश के लिए कानून बना दिया है, साथ ही जल प्रबंधन और नियामक आयोग के गठन को भी मंजूरी दे दी गई है। प्रांत में भूजल का दोहन करने वालों को नए कानून के तहत एक साल तक की कैद का प्रावधान है। इसके साथ ही जान-बूझकर भूजल का दोह