समाचार और आलेख

Term Path Alias

/sub-categories/news-and-articles

कब रुकेगा हरे-भरे जंगलों का विनाश !
जानिए जंगलो के लगातार खत्म होने से कैसा होगा पर्यावरण का स्वरुप
Posted on 11 Mar, 2024 05:07 PM

पिछले कुछ वर्षों से हिमालय क्षेत्र में होने वाली परिस्थितिकीय गड़बड़ियां जो बेलाकूची, तवाघाट, डबराणी और टौसघाटी की तबाही के रूप में प्रकट हुई है और इस वर्ष कौथा, रिवाड़ी और शिशना के भयंकर भू-स्खलन के पश्चात् यह आशा की जाती थी कि उत्तर प्रदेश सरकार इनके कारणों की तह तक जाएगी। इस वर्ष का अप्रत्याशित सूखा प्रकृति की ओर से एक नई चेतावनी है। परन्तु बाढ़, भू-स्खलन और सूखे से सर्वाधिक प्रभावित राज्य उ

कब रुकेगा हरे-भरे जंगलों का विनाश !
जिंदा रहने के लिए पेड़
जानिए जीवन के लिए पेड़ो का महत्व क्या है Posted on 11 Mar, 2024 02:33 PM

मैं यहां पर एक तीर्थयात्री के रूप में आया हूँ। आप पूछेंगे, "यहां कौन-सा तीर्थ है ?

जिंदा रहने के लिए पेड़
बिलासपुर, हिमाचल : अली-खड्ड (नदी) संघर्ष समिति ने आंदोलन को तेज करने का किया ऐलान
आगामी 10 मार्च को होने वाली महापंचायत में लिया जाएगा निर्णय, पिछले 44 दिनों से तंबू लगाकर पानी को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे लोग : रजनीश शर्मा
Posted on 09 Mar, 2024 02:27 PM

बिलासपुर और सोलन जिले की सीमा पर त्रिवेणी घाट में चल रहे जल विवाद पर अली-खड्ड संघर्ष समिति ने उग्र आंदोलन करने व संघर्ष को तेज करने का ऐलान कर दिया है। जिसके लिए जिला प्रशासन व प्रदेश सरकार जिम्मेवार होगी। अली खडड संघर्ष समिति ने प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाए हैं। समिति ने सरकार से इस मसले पर उचित कार्रवाई शुरू करने की मांग की है। यहां पर वीरवार को पत्रकारों 

पानी को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे लोग
मानव द्वारा निर्मित गतिविधियों ने की जंगलों की हालत गंभीर
जानिए कैसे मानविय जरूरतों को पूरा करने के लिए कभी ईंधन के नाम पर, कभी इमारतों के नाम पर, कभी खेती के नाम पर तो कभी आबादी के नाम पर, मानव बहुमूल्य जैव विविधता का तेज़ी से शोधन कर रहा है Posted on 09 Mar, 2024 01:50 PM

कभी ईंधन के नाम पर, कभी इमारतों के नाम पर, कभी खेती के नाम पर तो कभी आबादी के नाम पर, हमारे बहुमूल्य जंगलों का लगातार सफाया होता जा रहा है। कितनी गम्भीर है जंगलों की यह समस्या ? प्रस्तुत है एक विचारोत्तेजक सर्वेक्षण ।

बहुमूल्य जंगलों का लगातार सफाया
हिमाचल:असामान्य बर्फबारी और बारिश से लोगों में दहशत का माहौल
इस ब्लॉग में हम आपको बताएँगे हिमाचल प्रदेश में हाल ही में हुई असामान्य बारिश और बर्फबारी के कारण आम जनमानस को किन चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है और विभिन्न जिलों में हिमस्खलन की घटनाएं तेज़ी से बढ़ रही हैं Posted on 09 Mar, 2024 12:43 PM

हिमाचल शब्द संस्कृत के दो शब्दों हिमा (बर्फ) और अचला (पर्वत) से बना है, जिसका अर्थ है बर्फीले-पहाड़ या बर्फीली-श्रृंखला। इसी प्रकार हिमालय शब्द हिमा और आलय (निवास) से बना है, जिसका अर्थ है घर या बर्फ का निवास।     

हिमाचल में हिमस्खलन की घटनाएं
बिजली की रोशनी से जगमगाया नैनीताल
जानिए नैनीताल में जल विद्युत परियोजना और जलापूर्ति की व्यवस्थाओं के बारे में Posted on 07 Mar, 2024 05:17 PM

1920 में जल विद्युत परियोजना का काम प्रारंभ हो गया। पहले साल इस काम में 4,13,948 रुपये खर्च हुए। नगर पालिका ने 1650 रुपये खर्च कर मनोरा के संक्रामक अस्पताल तक पानी की लाइन डाली। तीन हजार रुपये की लागत से खुर्पाताल तक पानी की लाइन बिछा दी गई। इस साल वाटर वर्क्स को चलाने के लिए नगर पालिका के कोयले का भण्डार समाप्ति की ओर था गोदाम में सिर्फ 24 टन कोयला बचा था। नगर में पानी की आपूर्ति बाधित होने का

बिजली की रोशनी से जगमगाया नैनीताल
नैनीताल में यातायात और पर्यावरणीय समस्याएँ  
जाने नैनीताल में यातायात और पर्यावरणीय समस्याएँ के बारे में   Posted on 07 Mar, 2024 03:32 PM

1915 में काठगोदाम-नैनीताल मोटर सड़क बनकर तैयार हो गई थी। लेफ्टिनेंट राइडर ने जिला इंजीनियर होल्मस के निर्देशन में इस सड़क का निर्माण कार्य सम्पन्न कराया। उस दौर में इस सड़क की वार्षिक मरम्मत में 29 हजार रुपये खर्च किए जाते थे। अब नैनीताल में गाडियां आने लगी थी। ताँगा अब यातायात का मुख्य साधन नहीं रह गया था। ताँगे को जल्दी ही टा-टा कह दिया गया। बेबरी से कार्ट रोड द्वारा कुलियों के सामान ढोने पर

नैनीताल में यातायात और पर्यावरणीय समस्याएँ  
पशुधन बना आमदनी का साधन
इस ब्लॉग में जानिए कि कैसे किसानों की आमदनी दोगुनी करने में पशुधन प्रमुख भूमिका निभाते हैं | In this blog know how livestock plays a major role in doubling the income of farmers Posted on 06 Mar, 2024 02:43 PM

देश के ग्रामीण क्षेत्रों में आय का सबसे सशक्त माध्यम कृषि है. देश की आधी से अधिक ग्रामीण आबादी कृषि पर निर्भर करती है. इसके बाद जिस व्यवसाय पर ग्रामीण सबसे अधिक निर्भर करते हैं वह है पशुपालन. बड़ी संख्या में ग्रामीण भेड़, बकरी और मुर्गी पालन कर इससे आय प्राप्त करते हैं.

पशुधन बना आमदनी का साधन
कैलाखान भूस्खलन की जांच में कई कारण आए सामने
जानिए कैलाखान भू-स्खलन की जाँच पर विस्तृत रिपोर्ट Posted on 05 Mar, 2024 12:31 PM

17 अगस्त 1898, नैनीताल।

1.उपरोक्त विषय पर मेरी प्रारंभिक आख्या जो उत्तर, पश्चिम प्रान्त और अवध के शासन को मैंने मुख्य आंकलन के बाद भेजी। मेरे नैनीताल में कुछ समय रहने के बाद यह आख्या मेरे द्वारा स्वयं देखी गई और रखी गई।

कैलाखान भू-स्खलन की जाँच 
सर्दियों में लगातार दूसरे साल गर्मी का एहसास, बन रही है पानी की चिंता अब खास
जानिए तापमान में वृद्धि क्यों बढ़ा रही है जलापूर्ति की चिंता | Know why increase in temperature is increasing the concern about water supply
Posted on 05 Mar, 2024 11:17 AM

भारत लगातार दूसरे साल गर्म सर्दियों से जूझ रहा है, जिससे देश की जल आपूर्ति को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं. क्लाइमेट ट्रेंड्स की एक हालिया रिपोर्ट स्थिति की गंभीरता पर प्रकाश डालती है. रिपोर्ट में कहा गया है कि बीते सर्दी के सीज़न में बारिश कम हुई है, जिससे कुल वर्षा की मात्रा में भारी कमी हुई है. वर्षा की यह कमी पानी की कमी और पर्यावरणीय स्थिरता के बारे में मौजूदा चिंताओं को बढ़ा रही है.

गर्मी का एहसास बढ़ा रही पानी की चिंता
×