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समाचार और आलेख
संदर्भ मुम्बई बाढ़: भ्रष्टाचार में जा रहा है नालों की सफाई का पैसा
Posted on 15 Jul, 2024 03:45 PMमुंबई में जलभराव की भी समस्या रहती है‚ और जल संकट भी रहता है। दोनों समस्याएं कुछ मानवनिर्मित हैं‚ ओैर कुछ जलवायु परिवर्तन की वजह से निर्मित हुई हैं। मुंबई पर शहरीकरण का बीते कई दशकों में शायद सबसे ज्यादा दबाव रहा है। रोजगार की तलाश में गांवों से बड़़ी तादाद में लोग मुंबई जैसे शहरों में आकर बसे हैं। मुंबई में पानी की उपलब्धता तो बढ़ी नहीं लेकिन इसका इस्तेमाल बढ़ गया। पानी पर मुंबई में रहने वाले सभ
![शहरी बाढ़ अब ऩए स्तर पर (courtesy - needpix.com)](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-07/high-water-Delhi-Flood_1.jpg?itok=clGDWeBB)
नाला नहीं, अब सदानीरा बनेगी कुकरैल नदी
Posted on 15 Jul, 2024 11:41 AMदरअसल योगी आदित्यनाथ ने ठान लिया है कि दशकों से नाला बनने को अभिशप्त रही गोमती की सहायक नदी कुकरैल को वह सदानीरा बनाएंगे। कुकरैल की भूमि को कब्जा मुक्त कराने के लिये योगी सरकार को सुप्रीम कोर्ट तक लड़ाई लड़नी पड़ी, लेकिन अटल इच्छाशक्ति के धनी योगी आदित्यनाथ ने सुनिश्चित किया कि कुकरैल को नाला से नदी बनाने की राह में आ रही हर अड़चन दूर की जाएगी। लखनऊ के अकबरनगर में चलाए गए अतिक्रमण हटाओ अभियान अ
![कुकरैल नदी प्रदूषण](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-07/IMG-20240715-WA0044.jpg?itok=Jwoq4UaJ)
पटना नगर निकाय के दावे बेमानी
Posted on 12 Jul, 2024 04:13 PMइस बार बरसात में राजधानी पटना की सड़कें और कॉलोनियां डूबीं तो ठीकरा किसके सिर फूटेगाॽ जब भी शहर डूबा है तो संबंधित विभागों ने एक दूसरे के सिर पर ही ठीकरा फोड़ा है। शहर डूबने या डुबोने के इल्जाम में कद्दावर अधिकारी तो बचते रहे‚ लेकिन छोटे हर बार नपते रहे। शायद इसी के मद्देनजर नगर निकाय के कुछ अधिकारियों ने अपने बचाव की तैयारी भी शुरू की दी हैं। इस बार बरसात में शहर नहीं डूबेगा‚ यह दावा करने के ल
![शहरी बाढ़ (courtesy - needpix.com)](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-07/flooded-village-urbanflood_2.jpg?itok=S2oRNtmR)
संदर्भ दिल्ली बाढ़: प्रशासनिक खींचतान को भुगत रही दिल्ली
Posted on 12 Jul, 2024 09:49 AMदिल्ली में 17 नाले ऐसे हैं जिनका पानी यमुना में ड़ाला जाता है। पिछले दस साल से तो इन नालों की सफाई ईमानदारी से कभी हुई ही नहीं। सीवर भी इन्हीं नालों में ड़ाला जाता है। सीवर और भवन निर्माण से निकली सामग्री नालों की तलहटी (या तल) में चिपक जाती है जिसकी वजह से थोड़़ी सी बारिश होने पर भी नालों में पानी का भारी जमाव हो जाता है। अनधिकृत कालोनियों में से आधी में जल निकाली (ड्रे़नेज) जैसी व्यवस्था ही न
![शहरी बाढ़ (courtesy needpix.com)](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-07/flooded-village-urbanflood_1.jpg?itok=HoytGPs4)
बदलते वन परिदृश्य में वनीय-जलविज्ञान के क्षेत्र में शोध आवश्यकताएं
Posted on 09 Jul, 2024 08:50 AMसारांश: वनाच्छादित क्षेत्र अक्सर अनेक वृहत नदियों के शीर्ष जल आवाह क्षेत्र को निर्मित करते हैं। अतः सरिता प्रवाह वनों से होने वाले सर्वाधिक महत्वपूर्ण वहिर्वाह में से एक है। यह एक महत्वपूर्ण वैज्ञानिक सत्य है कि वनों के प्रकार एवं उनकी प्रबन्धन पद्धतियाँ विभिन्न जलविज्ञानीय प्रक्रियाओं उदाहरणतः अवरोधन, वाष्पोत्सर्जन, मृदा अन्तःस्यंदन तथा अपवाह में उपलब्ध पोषकों एवं अवसाद की मात्रा को प्रभावित क
![(छवि: अश्विन कुमार, विकिमीडिया कॉमन्स)](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-07/Cherrapunjee_Rain_Forests.jpg?itok=0kKDKwEG)
पश्चिमी घाट का अनोखा प्राकृतिक सौंदर्य : सैकड़ों नदियों का उद्गम
Posted on 09 Jul, 2024 08:13 AMहां भारत जैसे विशाल देश में अनोखी पारिस्थितिकीय विविधता पाई जाती है, वहीं पश्चिमी घाट की भारत देश में अपनी एक विशिष्ट पहचान है। पश्चिमी घाट प्रायद्वीपीय भारत की पूर्व दिशा में बहने वाली तीन प्रमुख नदियों गोदावरी, कृष्णा और कावेरी सहित बड़ी संख्या में बारहमासी नदियों का उद्गम स्थल है। यह ऐसे कई पेड़-पौधे और जीव-जन्तुओं का आवास क्षेत्र है, जो विश्व में कहीं और नहीं पाए जाते। उत्तर-पूर्व के वन क्ष
![गोबिचेत्तिपालयम से दिखने वाले पश्चिमी घाट. (स्रोत: www.wikipedia.org)](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-07/western_ghats_gobi.jpg?itok=QPd5PGTk)
20 साल में उत्तर भारत ने बर्बाद कर दिया 450 घन किमी भूजल
Posted on 09 Jul, 2024 07:51 AMआने वाले दिनों में जल संकट गहरा सकता है। क्योंकि धरती के नीचे पानी का तेजी से घट रहा है। यह जानकारी एक स्टडी में सामने आई है। स्टडी के मुताबिक उत्तर भारत में साल 2002 से लेकर 2021 तक लगभग 450 घन किलोमीटर भूजल (ग्राउंड वाटर) घट गया और निकट भविष्य में जलवायु परिवर्तन के कारण इसकी मात्रा में और भी गिरावट आएगी। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) गांधीनगर में सिविल इंजीनियरिंग और पृथ्वी विज्ञान के
![भूजल, एक सीमित संसाधन (स्रोत: टीवी मनोज, विकिमीडिया कॉमन्स के माध्यम से)](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-07/GK-Kerla.png?itok=cMFi8SKS)
संदर्भ दिल्ली बाढ़: कचरा प्रबंधन के बिना बाढ़ मुक्ति नहीं
Posted on 08 Jul, 2024 09:38 AMइस बार देश की राजधानी दिल्ली में हुए जलभराव की काफी चर्चा हो रही है। जलभराव की वजह से लोगों का जनजीवन प्रभावित होता है‚ और उन्हें परेशानी होती है। इसलिए चर्चा होने स्वाभाविक है। अगर इस समस्या को दो प्रश्नों के जरिए समझा जाए तो यह विषय संभवतः ठीक से समझ में आएगा। जलभराव क्यों हुआॽ क्या जलभराव रोका जा सकता हैॽ दिल्ली में 28 नाले हैं‚ जिनमें दिल्ली की बस्तियों और कॉलोनियों का पानी होता है। इन नालो
![बाढ़ (courtesy - needpix.com)](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-07/high-water-Delhi-Flood_0.jpg?itok=aGyzsORM)
संदर्भ शहरी बाढ़: पानी ने नहीं भूली राहें, भटक तो शहर गया है
Posted on 08 Jul, 2024 09:23 AMबरसात पहले भयावह सिर्फ शहर के उन्हीं इलाकों के लिए होती थी जिन्हें गरीब–गुरबों के झोपड़पट्टी वाला इलाका कहा जाता था। पर अब बरसात हर शहरी और उससे भी बढ़कर शहरी निकायों के अधिकारियों के लिए भी भयावह होने लगी है। क्योंकि बरसात आते ही बड़े जतन से छुपाए गए भ्रष्टाचार और झूठ को बेपर्दा कर जनता के सामने रख देती है। शहरियों के लिए तो यह छोटे–मोटे प्रलयकाल की तरह का अनुभव देने लगी है। लगता है मानो नदिया
![शहरी बाढ़ (courtesy needpix.com )](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-07/flooded-village-urbanflood.jpg?itok=2MSNXaIV)
जीवन को बचाना है तो जीवनशैली बदलिए
Posted on 08 Jul, 2024 09:18 AMपरिवर्तन संसार का अपरिवर्तनीय नियम है। सर्दी, गर्मी और बरसात समय अनुसार आते ही रहते हैं। मनुष्य अपने जीवन जीने की सभी तैयारियां कर लेता है। गर्मी से बचने के लिए सबसे सामान्य उपाय में फ्रिज और एयर कंडीशनर जैसे उपकरणों का प्रयोग देश में क्या, पूरे विश्व में दिल खोलकर लगभग सभी वर्गों द्वारा किया जाता है। हालांकि फ्रिज और एसी से क्लोरोफ्लोरोकार्बन गैसों का उत्सर्जन होता है जो ओजोन परत को बहुत ज्याद
![प्रतिकात्मक तस्वीर](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-07/climate-change-drought.jpg?itok=tjjpSnFJ)