केरल

Term Path Alias

/regions/kerala-1

आफत में परिंदों का जीवन
Posted on 04 Jun, 2012 11:49 AM प्रकृति की सबसे खूबसूरत सौगात पर्यावरण का जिस प्रकार हमने अपनी जरूरतों की खातिर क्रूरता से दोहन किया है। उससे उत्पन्न हो रहे खतरों की फेहरिस्त बड़ी लंबी हो गई है। पर्यावरण पर इंसानी क्रूर प्रहार और दोहन की वजह से परिंदों का बसेरा भी अब छिन गया है। पक्षियों की कई खूबसूरत प्रजातियां अब नजर नहीं आती और पर्यावरण के दोहन से हमने उनके विलुप्त होने की बुनियाद रख दी है। जाहिर सी बात है शहरीकरण और कटते
श्री सुब्रह्मण्य मंदिर की बावड़ी
Posted on 25 May, 2012 10:16 AM श्री सुब्रह्मण्य मंदिर की बावड़ी। यह मंदिर मंडलूर से 15 किमी. दूर केरल के कन्नूर जिले में स्थित है।
संकट में समुद्र तट
Posted on 30 Jan, 2012 06:04 PM केरल का मशहूर कोवलम तट सैलानियों के आकर्षण का केंद्र रहा है। लेकिन बाजार के बढ़ते प्रभाव ने कोवलम की खूबसूरती को संकट में डाल दिया है। इस तट की खूबसूरती और खतरे की जानकारी दे रहे हैं अंबरीश कुमार।
ज्यादा कारगर साबित हुए हैं छोटे बांध
Posted on 04 Jan, 2012 12:59 PM

बड़े बांधों से जुड़े विवादों की अंतहीन श्रृंखलाओं को देखते हुए इनकी जगह छोटे बांध प्रासंगिक बन

विवाद का बांध
Posted on 17 Dec, 2011 10:43 AM

इनके मद्देनजर प्रधानमंत्री ने कई बार दोनों राज्यों के राजनीतिकों को संयम बरतने की सलाह दी है।

मॉनसून की पहली पुकार -केरल
Posted on 16 Aug, 2011 04:57 PM

केरल का नाम आते ही मॉनसून की रिमझिम फुहारों का मौसम याद आ जाता है। गर्मी से बेहाल कुछ लोग तो मॉनसून का स्वागत करने केरल ही जा धमकते हैं और पंच कर्म चिकित्सा का भी लाभ ले कर लौटते हैं। प्रकृति ने भारत को जो उपहार दिया है केरल उनमें अद्वितीय है। अद्भुत झीलों और सुन्दर पहाड़ियों से सजा हरा-भरा केरल हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करता है। केरल में छुट्टियां बिता कर पर्यटक प्रफुल्लित मन से लौटते हैं। के

केरल का एक सुंदर दृश्य
एंडोसल्फान पर पाबंदी से राहत
Posted on 07 May, 2011 10:07 AM

एक अनुमान के मुताबिक भारत में यदि एंडोसल्फान पर पाबंदी लगी तो इस उद्योग को हर साल 279 से 450 कर

यूं ही बहता रहेगा अथिरापल्ली का पानी!
Posted on 06 May, 2011 02:17 PM

केरल में पश्चिमी घाट स्थित वझाचल के जंगलों में बहने वाली चलाकुडी नदी को छोड़ते हुए मैं जैसे-जैसे आगे बढ़ रही हूं। मेरे दिल में एक अजीब तरह की चिंता घर करती जा रही है। मैं जो लिख रही हूं, इसे पढ़ने वालों में कम लोग ही यहां तक आए होंगे। लेकिन, जो लोग मेरे अनुभवों के साझीदार हैं, वे इसकी अहमियत समझ सकते हैं। जैसे-जैसे मैं पारिस्थितिकी रूप से कमज़ोर हो चुके इस इलाक़े से दूर जा रही हूं, वैसे-वैसे मे

पानी के लिए जनता की पहल
Posted on 02 Feb, 2011 04:10 PM

केरल का ओलवान्ना गांव भारत रास्ता दिखा रहा है


ओलवान्ना

वर्षाजल संचयन का अनूठा उदाहरण
Posted on 19 Apr, 2009 06:36 PM
रेनवाटर हारवेस्टिंग तकनीक सप्लाई वाटर की कमी से निपटने का तरीका भर नहीं है, कई बार इसकी मदद से इतना पानी जमा हो जाता है कि दूसरे स्रोत की जरूरत नहीं पडती और कुछ नियमित रेनवाटर स्रोत तो दूसरों को उधार तक देने की स्थिति में भी आ जाते हैं. केरल के एक जिला पंचायत कार्यालय की यात्रा कर श्री पद्रे ने ऐसा ही एक उदाहरण खोज निकाला है.
×