/regions/world
दुनिया
प्रकृति – एक मुफ़्त चिकित्सक व मुफ़्त दवाओं का खजाना
Posted on 12 Aug, 2023 05:03 PMप्रत्येक व्यक्ति में प्रकृति ने स्वयं ठीक होने की ताकत भरी है। अच्छे स्वास्थ्य की सबसे अच्छी दवा है पानी, ताजी हवा, सूरज की रोशनी और नींद, जिसे समृद्धशाली प्रकृति ने बिना किसी कीमत के हमें मुफ्त में दिया है। स्वयं को सेहतमंद रखना जटिल काम नहीं है। सबसे आसान काम यानि चलना भी सबसे अच्छी औषधि है। अगर प्रतिदिन सूर्य की रोशनी लें, पानी पिएं, सही तरीके से सांस लें और अच्छी नींद सोएं तो दुनिया में चिक
सोने से ज्यादा कीमती है पानी
Posted on 12 Aug, 2023 01:23 PMक्या आप जानते हैं कि पानी सोने से भी ज्यादा मूल्यवान है? सोने के बगैर तो आप ताउम्र जिंदगी काट सकते हैं लेकिन पानी के बगैर शायद एक दिन भी नहीं। जो चीज इतनी अनिवार्य और कीमती है, क्या आप उसे व्यर्थ में बहा तो नहीं रहे?
लोकरंग पानी के
Posted on 10 Aug, 2023 03:32 PMयह तथ्य समय सिद्ध सत्य है। कि जीवन का मूल आधार जल है। जल जीवन का प्राणदायी रूप लेकर जीवन निर्माण के पाँच तत्वों में से एक हैं। जल प्रकृति की देन है तथा जीवनभाव के लिए अमृत समान है। जल, पानी, नीर आदि अनेकों नामों से असामान्य गुणों के साथ सहज सर्वत्र उपलब्ध है। सामान्य रूप से जल का महत्व उसकी सहज, आसान तथा प्रचुर उपलब्धियाँ हैं। उसकी महत्ता के परिप्रेक्ष्य में हम उसका उपयोग नहीं रोक पाते है। समस्
जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए कुछ करने को सक्षम हम आखिरी पीढ़ी हैं
Posted on 10 Aug, 2023 01:02 PMजलवायु परिवर्तन एवं जलवायु चुस्त कृषि
Posted on 10 Aug, 2023 12:06 PMजलवायु परिवर्तन अर्थ केन्द्रित विकास का परिणाम है, जिसे 21वीं शताब्दी की सबसे बड़ी चुनौती के रूप में देखा जा रहा है। विकास मानव की अपनी क्षमताओं की पहचान और उसमें वृद्धि कराने वाली और बेहतर जीवन शैली प्राप्त करने के लिए सक्षम बनाने वाली अनवरत प्रक्रिया है। अतः विश्व जनसंख्या के बढ़ने और जीवन शैली में आए परिवर्तन से खाद्य की मांग बढी है, लेकिन बढ़ती आबादी की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए फसलों
पृथ्वी हमारा परिवार बदलें नकारात्मक एवं आत्मघाती व्यवहार
Posted on 07 Aug, 2023 05:08 PMपृथ्वी के प्रति हमारा नकारात्मक व्यवहार हम सभी को किस प्रकार कष्ट पहुँचाता है, इसे हम सभी जानते हैं। पेड़ों को काटना और जलाना, प्रदूषण फैलाना और पृथ्वी के प्राणियों की उपेक्षा करना हमारे ग्रह के लिए अच्छा नहीं है। लेकिन फिर भी, हम पृथ्वी को बचाने के लिए कदम उठाने का अभ्यास नहीं कर रहे हैं। ऐसा क्यों हम पर्यावरण और स्वयं पर अपने कार्यों के परिणामों की उपेक्षा क्यों करते हैं?
भारत के बड़े बैंक जलवायु संकट के लिए तैयार नहीं
Posted on 07 Aug, 2023 11:17 AM
- भारत के बड़े बैंक जलवायु संकट के लिए तैयार नहीं
- रिर्जव बैंक -अनिवार्य दिशा निर्देशों पर विचार कर रहा है
- केवल 10 बैंकों ने स्कोप उत्सर्जन के प्रति जागरूकता दिखाई है
थिंक टैंक क्लाइमेट रिस्क होराइजन्स के नए विश्लेषण के अनुसार भारत के प्रमुख बैंक जलवायु जोखिमों का सामना करने के लिए
मंगल पर मीथेन, पानी तथा अन्य खनिज पदार्थों की उपस्थिति
Posted on 05 Aug, 2023 04:04 PMमीथेन की प्राप्ति जैविक प्रक्रियाओं से अधिक तथा अजैविक प्रक्रियाओं से कम होती है। मीथेन का बहुत छोटा सा भाग जमीन में दबे हुए या अपघटित पौधों के ऐसे अविलय हिस्सों से भी निकलता है जो केरोजन नामक पदार्थ में तब्दील हो जाते हैं, यही केरोजन जब उष्णता के कारण टूट जाते हैं तो मीथेन गैस पैदा करते हैं, इसके साथ अन्य हाइड्रोकार्बन जैसे-इथेन (C₂H₆), प्रोपेन (C₃H₈,) तथा ब्यूटेन (C₄H₁₀) भी पैदा होते हैं। का
तकनीक से हासिल निर्मल जल
Posted on 05 Aug, 2023 01:54 PMवर्तमान युग में एक ओर लोगों को साफ जल उपलब्ध नहीं हो पा रहा है तो दूसरी ओर जल से संबंधित समस्याएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। जल संबंधी समस्याओं में सर्वप्रमुख है जल का खारापन, जिसके लिए अब विलवणीकरण या डिसेलिनेशन तकनीक का व्यापक प्रयोग किया जा रहा है। सरल भाषा में कहें तो विलवणीकरण उस प्रक्रिया को कहते हैं.
पानी को 'पानी की तरह' न बहावें
Posted on 02 Aug, 2023 05:37 PMदुनिया के लगभग हर बड़े शहर में जल प्रबन्धन व्यवस्था गड़बड़ा चुकी है। विशेषज्ञों ने कह दिया है कि पानी अब एक साधारण वस्तु नहीं रह गई है, इसे एक दुर्लभ उपयोगी वस्तु मान लेना ही समय का तकाजा है दुनिया भर में इस सवाल पर तीखी बहस चल रही है कि क्या अन्य वस्तुओं की तरह पानी को भी संसाधन माना जाना चाहिये। विश्व बैंक का मानना है कि उपभोक्ता को बिजली की तरह पानी की कीमत का भुगतान करना चाहिये अनेक स्वयंसे