दुनिया

Term Path Alias

/regions/world

प्लेट विवर्तनिकी सिद्धान्त
Posted on 12 Jan, 2015 04:02 PM भौतिक भूगोल, भू-आकृति विज्ञान एवं भू-विज्ञान में प्लेट विवर्तनिकी का विचार नवीन है जिसके आधार पर महाद्वीपों व महासागरों की उत्पत्ति, ज्वालामुखी एवं भूकम्पों की क्रिया तथा वलित पर्वतों के निर्माण आदि का वैज्ञानिक स्पष्टीकरण दिया जा सकता है। प्लेट विवर्तनिकी का सिद्धान्त बीसवीं शताब्दी के 60वें दशक में प्रस्तुत किया गया जिसका प्रभाव समस्त भू-विज्ञानों पर पड़ा। इसके आधार पर महाद्वीपों एवं महासागरों क
लीमा में नहीं बनी सहमति
Posted on 09 Jan, 2015 11:36 AM पेरू की राजधानी लीमा में आयोजित पर्यावरण सम्मेलन को अपेक्षित सफलता नहीं मिली। माना जा रहा है कि इस वजह से अगले साल पेरिस में होने वाले पर्यावरण सम्मेलन में आने वाले सालों में पूरी दुनिया के लिए पर्यावरण संरक्षण के अंतिम लक्ष्य तय करना मुश्किल होगा। हालांकि, इस सम्मेलन के बाद एक बार फिर से विकसित देश भारत पर कार्बन उत्सर्जन में काफी कमी की प्रतिबद्धता देने के लिए दबाव बढ़ा रहे हैं।

लीमा में आयोजित पर्यावरण सम्मेलन में 190 देशों ने हिस्सा लिया। इन देशों में सहमति नहीं बनने की वजह से सम्मेलन अपने तय समय से 36 घण्टे अधिक चला। इसके बावजूद सभी देशों में सहमति को लेकर जो प्रारूप सामने आया, उसके बारे में पर्यावरण के जानकारों का कहना है कि यह बेहद कमजोर है।
सीमा के बाद जल विवाद
Posted on 09 Jan, 2015 10:47 AM भारत के पुरजोर विरोध के बावजूद चीन ने आखिरकार तिब्बत में ब्रह्मपुत्र नदी पर देश के सबसे बड़े हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट का निर्माण कार्य पूरा कर लिया है। इससे चीन से भारत के उत्तर पूर्वी राज्यों और बांग्लादेश में भी बहने वाली इस बड़ी नदी में जल का प्रवाह कभी भी प्रभावित हो सकता है। ऐसे में देखा जाए तो चीन की इस परियोजना से करोड़ों लोगों की जान खतरे में पड़ सकती है। यही कारण है कि असम आदि राज्यों में इसका तीव्र विरोध हो रहा है।

चीन की ओर से मिली जानकारी के अनुसार 1.5 अरब डॉलर की लागत से आठ साल में बनकर तैयार हुआ जांगमू हाइड्रोपावर स्टेशन की पहली जनरेटिंग यूनिट समुद्र की सतह से 3300 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। बताया जा रहा है कि इसकी पाँच अन्य बिजली उत्पादन इकाइयों के निर्माण का काम अगले साल पूरा हो जाएगा। इन छह यूनिटों के पूरी तरह शुरू होने पर विशाल परियोजना की कुल स्थापित क्षमता 5.10 लाख किलोवाट होगी।
भारत-नेपाल के बीच बनेगा पंचेश्वर बाँध
Posted on 06 Jan, 2015 04:11 PM

सरकार उन पनबिजली परियोजनाओं पर तेजी से आगे बढ़ रही है जो दो-तीन दशकों से नेपाल और भारत के बीच अविश्वास के चलते मूर्तरूप नहीं ले पाई। इनमें सबसे महत्वपूर्ण पंचेश्वर बाँध जैसी विशालकाय परियोजना भी शामिल हैं।

Pancheshwar power plant
अद्भुत रचना : ग्रेट बैरियर रीफ
Posted on 03 Jan, 2015 04:03 PM द ग्रेट बैरियर रीफ समुद्र के नीचे एक रंगीन और विविधता से भरी दुनिया है। यहाँ बेहद नाज़ुक पारिस्थितिकी कोरल, शैवाल, मछली, केकड़े और शार्क के जटिल सहजीवी सम्बन्ध पाया जाता है। समुद्र के नीचे की इस जादुई दुनिया में रीफ में रहने वाले अद्भुत जन्तु एक दूसरे से प्रतिस्पर्धा और सहयोग करते हैं। मछलियों का शिकार करने वाले खतरनाक घोंघे से लेकर शार्क तक और लड़ने वाले कोरल व पैरट मछली तक जो हर रात अपने सोन
‘उड़ती नदियों’ का अध्ययन करेगा अमेजन टावर
Posted on 03 Jan, 2015 03:59 PM तैयार हो जाने पर 325 मी. ऊँचे ‘द अमेजन टाल टावर ऑब्जर्वेटरी’ यानी ‘एट्टो’ से नीचे देखने पर किसी को भी घबराहट होना यकीनी है।
ग्लोबल वार्मिंग के साथ कड़ी ठण्ड के लिए भी तैयार रहें
Posted on 28 Dec, 2014 10:52 AM

आर्कटिक समुद्र में बर्फ के पिघलने से कई देशाें में गर्मी और सर्दी के मौसम में बदलाव के संकेत

Global warming
लीमा, भारत और अमेरिका-चीन करार
Posted on 21 Dec, 2014 12:30 PM गरीब भारतीयों और तीसरी दुनिया वालों के लिए विनाशकारी है बड़ी ताकतों का समझौता

आउटलुक टीम द्वारा नागराज अडवे के साक्षात्कार पर आधारित लेख।
पर्यावरण सन्तुलन पर सहमति की कवायद
Posted on 19 Dec, 2014 04:09 PM पिछले दिनों जलवायु परिवर्तन और कार्बन उत्सर्जन को लेकर पेरू की राजधानी लीमा में 190 देशों के प्रतिनिधि पर्यावरण के बदलाव पर चर्चा करने के लिए एकत्र हुए थे।

12 दिनों तक चलने वाले इस शिखर सम्मलेन का आयोजन यूनाइटेड नेशन फ्रेमवर्क कन्वेंशन ऑन क्लाइमेट चेंज (यूएनएफसीसीसी) द्वारा किया गया था जिसमें दुनिया भर के 12,500 राजनीतिज्ञ, राजनयिक, जलवायु कार्यकर्ता और पत्रकारों ने भाग लिया। लेकिन यह सम्मलेन रस्म अदायगी का एक और सम्मलेन बनकर रह गया जिसमें कोई ठोस निष्कर्ष नहीं निकला।

इस शिखर सम्मेलन का उद्देश्य नई जलवायु परिवर्तन सन्धि के लिए मसौदा तैयार करना था, ताकि 2015 में पेरिस में होने वाली वार्ता में सभी देश सन्धि पर हस्ताक्षर कर सकें।
मनुष्य को नकारती नई विश्व व्यवस्था
Posted on 11 Dec, 2014 10:17 AM

वातावरण में कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा बहुत बढ़ रही है और जलवायु परिवर्तन हो रहा है। यह अवधारण

×