Posted on 08 Jan, 2015 03:32 PMजनसत्ता संवाददाता, नई दिल्ली, 06 जनवरी। दिल्ली जल बोर्ड ने सावदा घेवरा, राजनगर और दिल्ली के अन्य क्षेत्रों में पायलट परियोजना के रूप में वाटर एटीएम की स्थापना की है। दिल्ली जल बोर्ड की दिल्ली में ऐसे 500 एटीएम चरणबद्ध तरीके से स्थापित करने की योजना है। इन वाटर एटीएम की वहाँ के क्षेत्र के निवासियों ने भी सराहना की है।
Posted on 06 Jan, 2015 02:54 PMएक बागबाहरा की उस रात में चाँद नाखूनी था तारों के बीच बस शुक्र हंसमुख
बागबाहरा के घर को जब छोड़ रहा था माँ थी कर्मठ वहाँ पिता ने दिखाये थे स्वर्णा, मासूरी और महामाया धान के खेत भाइयों ने अंतरंगता की एक फिल्म छोड़ दी थी दिल-दिमाग में मेरे
Posted on 05 Jan, 2015 03:56 PM(यहाँ जो दस्तावेज दिया जा रहा है, वह सरकार के आंकड़ों पर आधारित है, इस आलेख का उद्देश्य मात्र भारतीय नदीजोड़ योजना से परिचय कराने का है। इसमें भारतीय नदीजोड़ योजना से पड़ने वाले प्रभावों के बारे में भी सरकार का कथन ही दिया गया है। )
भारत में नदियों को जोड़ने का विचार, जो बहुत दिनों से शांत पड़ा था, खासकर 2002 के कावेरी विवाद एवं उसी वर्ष देशभर के विभिन्न हिस्सों में पड़े सूखे के कारण एक बार फिर चर्चा में आ गया है। एक जनहित याचिका के जवाब में उच्चतम न्यायालय ने इच्छा जतायी है कि भारत में नदियों को जोड़ने की परियोजना आगे बढ़ायी जा सकती है।
प्रधानमन्त्री ने परियोजना के अमलीकरण के तौर-तरीके पर विचार करने के लिए एक कार्यदल के गठन की घोषणा की एवं घोषित किया कि इस काम को ‘युद्ध गति’ से आगे बढ़ाया जाएगा। सरकार द्वारा इसे भावी जल समस्या के स्थायी हल के प्रयास के तौर पर प्रस्तुत किया गया। इस निर्णय पर बहुत गंभीरता से ध्यान देने की आवश्यकता है एवं इस पर आगे बढ़ने से पहले सरकार द्वारा बहुत सावधानीपूर्वक पुनर्विचार की आवश्यकता है।
Posted on 05 Jan, 2015 12:12 PM सारी दुनिया में अधिकांश बीमारियाँ अशुद्ध पानी पीने के कारण होती हैं। इस बात को ध्यान में रखकर भारत सरकार ने पीने के पानी की शुद्धता के मापदण्ड (¼ Indian Standard Drinking Water Specification (BIS 10500 : 2009) तय किए हैं। इन मापदण्डों की कुल संख्या 34 है। उनमें पानी के भौतिक गुण, रासायनिक गुण और बैक्टेरालाजिकल गुण सम्मिलित है। पानी सप्लाई करने वाली संस्था का दायित्व है कि वह उनका सख्ती से
Posted on 04 Jan, 2015 03:57 PMवैसे तो नोएडा की पहचान एक उभरते हुए विकसित इलाके के तौर पर है लेकिन यहाँ के कई गाँव वहाँ रच-बस चुकी कैंसर की बीमारी के कारण जाने जाते हैं। अच्छेजा गाँव में बीते पाँच साल में दस लोग इस असाध्य बीमारी से असामयिक काल के गाल में समा चुके हैं। अब अच्छेजा व ऐसे ही कई गाँवों में लोग अपना रोटी-बेटी का नाता भी नहीं रखते हैं। दिल्ली से सटे पश्चिम उत्तर प्रदेश का दोआब इ