दिल्ली

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ताजा पानी वाली पारिस्थितिकी को खतरा
Posted on 29 Dec, 2014 10:35 AM पश्चिमी घाट है दुनिया का सबसे सघन जैव विविधता वाला केन्द्र
यमुना हुई और मैली, प्यासी है दिल्ली
Posted on 28 Dec, 2014 09:51 AM

नदी में अमोनिया की मात्रा बढ़ने से जल बोर्ड ने बन्द किए दो संयंत्र

धूप
Posted on 26 Dec, 2014 01:38 PM देख रहा हूँ
लम्बी खिड़की पर रक्खे पौधे
धूप की ओर बाहर झुके जा रहे हैं
हर साल की तरह गोरैया
अबकि भी कार्निस पर ला-ला के धरने लगी है तिनके
हालाँकि यह वह गोरैया नहीं
यह वह मकान भी नहीं
ये वे गमले भी नहीं, यह वह खिड़की भी नहीं
कितनी सही है मेरी पहचान इस धूप की

कितने सही हैं ये गुलाब
कुछ कसे हुए और कुछ झरने-झरने को
आज भीषण जल संकट
Posted on 24 Dec, 2014 10:45 AM

पहली बार पूरी तरह से बन्द किए गए हैं दो जल शोधन संयन्त्र


अमोनिया की मात्रा बढ़ने के कारण लिया गया निर्णय
यह दौर नदियों की जलराशि के हरण का है - अनुपम मिश्र
Posted on 23 Dec, 2014 04:04 PM जब हम अपने देश की नदियों – गंगा, यमुना, नर्मदा और ब्रह्मपुत्र और इनके किनारे गुजर-बसर करने वाले करोड़ों जिन्दगियों के बारे में सोचें तो यह भी सोचें कि किस तरह कुछ मुट्ठी भर राजनेता बीते तीन-चार दशकों से उनकी ज़िन्दगी तय या बरबाद कर रहे हैं। ये नदियाँ कई लाख वर्षों से सदानीरा बह रही हैं लेकिन इधर कुछ सालों से विकास की अन्धाधुन्ध दौड़ में लगा समाज इन्हें नष्ट करने में लगा है। नदियों के बढ़ते प्रदूषण और इनके खत्म होने की कहानी पर आधारित अनुपम मिश्र जी का यह लेख।

. देश की तीन नदियाँ- गंगा, यमुना और नर्मदा अपने किनारे करोड़ों जिन्दगियों को आश्रय देती हैं। उन्हें पीने का पानी, खेतों की सिंचाई से लेकर उनके मल तक धोने का काम करती हैं। मैं इस पंक्ति के साथ मुट्ठी भर राजनेता भी जोड़ना चाहूँगा। जब भी हम इन तीन नदियों और करोड़ों जिन्दगियों के बारे में सोचें तो यह भी सोचें कि किस तरह कुछ मुट्ठी भर राजनेता पिछले चार दशकों से उनकी जिन्दगी तय या बरबाद कर रहे हैं।
पर्यावरण की ‘वन्दना’
Posted on 22 Dec, 2014 10:49 AM 1982 में वन्दना जी ने देहरादून में विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं पर्याव
जी. एम. जिन्न का बोतल से बाहर आना
Posted on 21 Dec, 2014 11:50 AM भारत में खुले खेतों मेें जी एम फसलों के परीक्षण की कहानी जैवसुरक्षा
ग्रामीण रोजगार गारण्टी योजना अब पूरे देश में लागू
Posted on 20 Dec, 2014 09:45 AM राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारण्टी योजना की नीतिगत रूपरेखा ग्रामीण ब
खतरनाक होगा ‘ग्लोबल वार्मिंग’ का असर
Posted on 19 Dec, 2014 04:28 PM ‘ग्लोबल वार्मिंग’ दुनिया के लिए कितनी बड़ी समस्या है, यह बात एक आम आदमी समझ नहीं पाता है। उसे यह शब्द थोड़ा टेक्निकल लगता है इसलिए वह इसकी तह तक नहीं जाता। लिहाजा एक वैज्ञानिक परिभाषा मानकर छोड़ दिया जाता है। ज्यादातर लोगों को लगता है कि यह एक दूर की कौड़ी है और फिलहाल संसार को इससे कोई खतरा नहीं है। कई लोग इस शब्द को पिछले दशक से ज्यादा सुन रहे हैं इसलिए उन्हें ये बासी लगने लगा है।
आदर्श ग्राम योजना में महात्मा गाँधी की संकल्पना दिखेगी
Posted on 19 Dec, 2014 12:57 PM आदर्श ग्राम योजनाप्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने महात्मा गाँधी से प्रभावित होकर हरेक सांसद को एक गाँव गोद लेने की अपील की है। प्रधानमन्त्री ने गाँवों को महात्मा गाँधी के ग
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