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देहरादून जिला
संकट में है उत्तराखंड के वन्य प्राणियों का अस्तित्व
Posted on 14 Aug, 2012 09:58 AMविशेषज्ञ मानते हैं कि तस्करों द्वारा गुलदार के अवैध शिकार के साथ ही जंगलों में लगने वाली आग, विकास के नाम पर हो
विकास के नाम पर पिंडरगंगा घाटी की लूट
Posted on 10 Aug, 2012 04:29 PMविकास के नाम पर भारत में हर जगह सरकारी जोर जबरदस्ती जारी है। पतित पावनी गंगा को मारने में कोई कसर नहीं छोड़ा जा रहा है। कहीं बांध बनाकर तो कहीं सीवर का गंदा पानी डालकर। इसी कड़ी में गंगा की सहायक नदी पिंडरगंगा भी है। पिंडरगंगा पर बांध बगैर पर्यावरणीय जनसुनवाई के ही बनाया जा रहा है। एक तरफ जल, जंगल और जमीन की हालत दिनों-दिन बद से बदतर हो रही है, वहीं दूसरी तरफ उत्तराखंड में पिंडरगंगा घाटी में देउत्तराखंड में राजनीति में उलझी गंगा
Posted on 10 Aug, 2012 11:33 AMगंगा को लेकर राजनीति बराबर चलती आ रही है चाहे वह गंगा पर बन रहे बांधों को लेकर राजनीति हो या गंगा प्रदूषण तथा अविरल निर्मल प्रवाह की राजनीति। पहले गंगा पर बन रहे बांधों को रुकवाने का श्रेय लेने के लिए राजनीति होती थी। लेकिन अब पर्यावरण की अनदेखी करके बांधों पर जल विद्युत परियोजना को जोरशोर से बनाने की राजनीति हो रही है। गंगा को लेकर जिस तरह से उत्तराखंड सरकार के दो कांग्रेसी दिग्गज आपस में लड़उत्तराखंड जंगल की आग : कई सवाल कई आरोप
Posted on 04 Aug, 2012 02:57 PMउत्तराखंड के जंगलों में आग कुदरत की बजाय इंसानी हरकतें ज्यादा है। पिछले दस सालों में हर साल औसतन तीन हजार हेक्टेयर वन जले हैं। उत्तराखंड में जंगलों का बदस्तूर जलना कई तरह के संकटों को निमंत्रण देना है। जंगलों के जलने से उपजाऊ मिट्टी का कटाव तेजी से होता है। साथ ही जल संभरण का काम भी प्रभावित होता है। वन विभाग के मनमानेपन ने आम लोगों को उनके हक हकूकों से दूर करके इस संकट को और बढ़ा लिया है। वनागकमजोर मानसून ने बढ़ाई सरकार की चिंता
Posted on 01 Aug, 2012 05:00 PMउत्तराखंड में कमजोर मानसून के चलते सूखे की ओर इशारा कर रहा है। राज्य सरकार ने जिलों से फसलों का ब्यौरा मांगा है।
सिर्फ फसल नहीं, कृषि संस्कृति है बारहनाजा
Posted on 23 Jul, 2012 09:47 AMजिस तरह प्रकृति में विविधता है उसी तरह फसलों में भी दिखाई देती है। कहीं गरम, कहीं ठंडा, कहीं कम गरम और ज्यादा ठं
देवभूमि में उड़ी लोकतांत्रिक मर्यादाओं की धज्जियां
Posted on 12 Jul, 2012 01:04 PMएक तरफ कांग्रेस का एक मंत्री धारी देवी को डुबाने वाली परियोजना को चालू करने की मांग करे और दूसरी तरफ प्रधानमंत्र
देहरादून का पानी
Posted on 11 Jul, 2012 04:15 PMउत्तराखंड की राजधानी देहरादून में पानी की समस्या इन दिनों काफी बढ़ गई है। वहां के पानी में क्लोरिन तथा फीकल कॉलीफार्म की मात्रा बहुत ज्यादा पाई गई है जिससे वहां के लोगों में बाल सफेद होना, बालों व त्वचा में खुश्की, आंखों में जलन पेट में गैस व अल्सर की बीमारियां पैदा हो रही हैं। इसके बाद भी आम पब्लिक को पानी के लिए लंबी कतार में खड़ा रहना पड़ता है। एक खास वर्ग को कार धोने, बगीचे सींचने, होटल, हॉसानंद के साथ बदसलूकी, भरत झुनझुनवाला पर हमला
Posted on 23 Jun, 2012 04:32 PM22 जून की सुबह जी.डी अग्रवाल के साथ धारी देवी के जाने के दौरान बांध समर्थकों ने बदसलूकी की और उनकी गाड़ी का पीछा किया और पथराव किया। फिर बाद में प्रसिद्ध लेखक भरत झुनझुनवाला के घर पर तोड़फोड़ की।पुलिस स्वामी ज्ञानस्वरुप सानंद को अपनी गाड़ी में बैठाकर धारी देवी मंदिर से निकली तो बांध समर्थक भी बाइक और कारों में सवार होकर पीछे हो लिए। उन्होंने लछमोली तक पुलिस वाहन का पीछा किया। रास्ते में ढामक, चमधार, श्रीनगर, कीर्तिनगर और जुयालगढ़ में पुलिस वाहन रोकने का भी प्रयास किया गया। इस दौरान उन्होंने वाहन पर पथराव कर सानंद पर स्याही डालने की कोशिश भी की। यहां पहुंचे बांध समर्थकों का अगला निशाना सानंद के मित्र डॉ. झुनझुनवाला बने। लछमोली में उनके आवास पर धावा बोलकर तोड़फोड़ की गई। बांध समर्थकों ने उनके चेहरे पर स्याही उड़ेली और उनकी पत्नी के साथ मारपीट की।
22 जून 2012 जागरण टीम, श्रीनगर / हरिद्वार। श्रीनगर जल विद्युत परियोजना बंद होने की चर्चा के बीच पहली बार धारी देवी मंदिर पहुंचे स्वामी ज्ञान स्वरूप सानंद (प्रो.जीडी अग्रवाल), जल पुरुष राजेंद्र सिंह और वरिष्ठ पत्रकार वेदप्रताप वैदिक को परियोजना समर्थकों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। हालात की गंभीरता को देखते हुए पुलिस सुरक्षा में उन्हें वहां से निकाला गया, लेकिन गुस्साए लोगों ने उनका 19 किलोमीटर दूर लछमोली तक पीछा किया। उग्र रूप ले चुके प्रदर्शनकारियों ने यहां भी जमकर बवाल काटा। इन लोगों ने स्वामी सानंद के मित्र वरिष्ठ साहित्यकार डॉ.भरत झुनझुनवाला के घर पर जमकर तोड़फोड की। आक्रोशित प्रदर्शनकारियों ने डॉ. झुनझुनवाला के चेहरे पर स्याही उड़ेल दी और पत्नी के साथ मारपीट की। उधर, सानंद और उनके साथियों को पुलिस ऋषिकेश होते हुए हरिद्वार ले गई। दोपहर बाद सानंद को पुलिस सुरक्षा में मुजफ्फरनगर के लिए रवाना कर दिया गया।