मनोज रावत

मनोज रावत
उत्तराखंड जंगल की आग : कई सवाल कई आरोप
Posted on 04 Aug, 2012 02:57 PM
उत्तराखंड के जंगलों में आग कुदरत की बजाय इंसानी हरकतें ज्यादा है। पिछले दस सालों में हर साल औसतन तीन हजार हेक्टेयर वन जले हैं। उत्तराखंड में जंगलों का बदस्तूर जलना कई तरह के संकटों को निमंत्रण देना है। जंगलों के जलने से उपजाऊ मिट्टी का कटाव तेजी से होता है। साथ ही जल संभरण का काम भी प्रभावित होता है। वन विभाग के मनमानेपन ने आम लोगों को उनके हक हकूकों से दूर करके इस संकट को और बढ़ा लिया है। वनाग
खनन पर भारी अनशन
Posted on 14 Feb, 2012 01:55 PM
गंगा में खनन के मुद्दे पर हरिद्वार में लंबे समय से चल रही लड़ाई में संत एक बार फिर सरकार पर भारी पड़े हैं।
चिपको, छीनो-झपटो और...
Posted on 20 Jul, 2011 05:00 PM

ग्रामीणों और परियोजनाओं के लिए अलग-अलग और बार-बार बदलते मापदंडों के चलते चिपको की ऐतिहासिक भूम

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