/topics/ecology-and-environment
पारिस्थितिकी और पर्यावरण
जलांगी नदी को पश्चिम बंगाल चुनाव में 58 वोट मिले
Posted on 18 Jul, 2023 01:01 PMपश्चिमबंगाल पंचायत चुनाव-2023 में पर्यावरण एक बड़ा अहम मुद्दा बना। नदी और पर्यावरण राजनीतिक दलों के एजेंडे से कहीं अधिक आम लोगों के आकर्षण का केन्द्र बने। दो उम्मीदवार लड़े, एक जीता, एक हारा। ‘जलांगी नदी सोसायटी’ द्वारा नामित निर्दलीय उम्मीदवार तारक घोष राजनीतिक क्षेत्र में 'मुझे नदी के लिए वोट चाहिए' कहकर जलांगी नदी को बचाने के लिए लड़े। दूसरी ओर, ‘तापती मैती’ एक स्वतंत्र पार्टी के रूप में पर्
![पश्चिमबंगाल पंचायत चुनाव](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-07/IMG-20230717-WA0600.jpg?itok=yQb_z82b)
प्रकृति का बढ़ता प्रकोप : कारण एवं निवारण (Increasing Fury Of Nature:Causes & Remedies)
Posted on 17 Jul, 2023 11:55 AMप्रकृति का बढ़ता प्रकोप : कारण एवं निवारण
प्रकृति अथवा 'Nature' जिसमें ब्रह्मांड समाया हुआ है। हमारी पृथ्वी इस अनादि अनन्त ब्रह्माण्ड का एक ऐसा पिण्ड है जो खगोलीय अन्य पिण्डों की भाँति ही अपने पर लगाने वाले मूलभूत बलों के प्रभव से प्रभावित होती रहती है। पृथ्वी पर इसके बाहरी पिण्डों एवं स्थितियों के प्रभाव के फलस्वरूप विद्युत चुम्बकीय एवं गुरुत्वीय बलों में परि
![प्राकृतिक आपदा,PC-विकिपीडिया](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-07/images.jpg?itok=u9I2rNTT)
लोक भारती, प्रशासन एवं समाज की संयुक्त पहल निरंतर गतिमान मंदाकिनी नदी पुनर्जीवन अभियान
Posted on 12 Jul, 2023 01:29 PMसरकारी तंत्र प्रतिवर्ष वृक्षारोपण अभियान आयोजित करता है। इस कार्यक्रम के पीछे भाव अच्छा है परंतु धरती पर हरियाली फैलने से अधिक ये आंकड़ों का खेल बनकर रह गया है। हमें अपने लिए स्वच्छ वायु चाहिए, हमारे ही द्वारा उत्सर्जित प्रदूषण का निराकरण चाहिए, वातावरण के बढ़ रहे तापमान पर नियंत्रण चाहिए, वर्षा जल का भू संचयन चाहिए, वायुमंडल की आद्रता में वृद्धि चाहिए, वर्षा के लिए अनुकूल वातावरण चाहिए, जैव व
![लोक भारती, प्रशासन एवं समाज की संयुक्त पहल निरंतर गतिमान मंदाकिनी नदी पुनर्जीवन अभियान,फोटो क्रेडिट:- लोक सम्मान](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-07/%E0%A4%AE%E0%A4%82%E0%A4%A6%E0%A4%BE%E0%A4%95%E0%A4%BF%E0%A4%A8%E0%A5%80%20%E0%A4%A8%E0%A4%A6%E0%A5%80%20%E0%A4%AA%E0%A5%81%E0%A4%A8%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%9C%E0%A5%80%E0%A4%B5%E0%A4%A8%20%E0%A4%85%E0%A4%AD%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%A8.jpg?itok=-NzLJK-n)
एक डॉक्टर की पोषण वाटिका
Posted on 12 Jul, 2023 01:20 PMहरियाली संग स्वस्थ जीवनसूत्र को बढ़ावा
आधुनिक जीवनशैली, खाद्य पदार्थों में अस्वास्थ्य कर बदलाव और तनावपूर्ण जीवन में रहने के कारण आजकल इंसानों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहे हैं। इन सभी परिवर्तनों के बीच, एक ऐसा क्रम चल रहा है जहां स्वस्थ भोजन और पोषक तत्वों की उपलब्धता घट रही है। ऐसे में, पोषण वाटिका एक ऐसा विकल्प है जो यह सुनिश्चित
![पोषण वाटिका,PC-लोक सम्मान](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-07/%E0%A4%8F%E0%A4%95%20%E0%A4%A1%E0%A5%89%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%9F%E0%A4%B0%20%E0%A4%95%E0%A5%80%20%E0%A4%AA%E0%A5%8B%E0%A4%B7%E0%A4%A3%20%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%9F%E0%A4%BF%E0%A4%95%E0%A4%BE.png?itok=4j94SOTl)
जैव विविधता को सहेजने की अपरिहार्यता
Posted on 11 Jul, 2023 03:56 PMयह दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक ओर हम जैव विविधिता के संरक्षण के प्रति चिंता जताते हुए संगोष्ठियां करते हैं, नए कानून बनाते हैं, वहीं प्रति वर्ष लाखों हेक्टेयर वन एवं करोड़ों जीवों का विनाश कर जैव विविधता को चुनौती देते हैं। ऐसे में समझना कठिन हो जाता है कि हमारे इस दोहरे आचरण से जैव विविधता का संरक्षण किस तरह होगा। आंकड़े बताते हैं कि पिछले सैकड़ों सालों में, विशेषकर गत 200 वर्षों में मनुष्य जाति न
![जैविक प्रजातियाँ / लुप्तप्राय, PC-Wikipedia](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-07/Tiger_-_Panthera_tigris_-_T8_Ladli_-_04_%2822499037535%29.jpg?itok=rdY1KqvI)
पर्यावरण संरक्षण का उत्सव
Posted on 10 Jul, 2023 01:40 PMसरकारी तंत्र प्रतिवर्ष वृक्षारोपण अभियान आयोजित करता है। इस कार्यक्रम के पीछे भाव अच्छा है परंतु धरती पर हरियाली फैलने से अधिक ये आंकड़ों का खेल बनकर रह गया है। हमें अपने लिए स्वच्छ वायु चाहिए, हमारे ही द्वारा उत्सर्जित प्रदूषण का निराकरण चाहिए, वातावरण के बढ़ रहे तापमान पर नियंत्रण चाहिए, वर्षा जल का भू संचयन चाहिए, वायुमंडल की आद्रता में वृद्धि चाहिए, वर्षा के लिए अनुकूल वातावरण चाहिए, जैव वि
![पर्यावरण संरक्षण का उत्सव,फोटो क्रेडिट:Wikipedia](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-07/Planting%20trees_0.png?itok=MjoOoRBc)
हजारीबाग बरवाडीह इलाके की दुमुहानी नदी को नष्ट कर किया अवैध खनन, एनटीपीसी पर 1200 करोड़ का जुर्माना
Posted on 20 Jun, 2023 12:18 PMआरोप क्या है
पर्यावरण के मामले में देश के इतिहास में किसी भी पब्लिक सेक्टर कंपनी पर शायद अब तक का यह सबसे बड़ा जुर्माना है। बड़कागांव के मोंटू सोनी की शिकायत पर एनटीपीसी के पंकरी बरवाडीह कोल परियोजना में शर्तों के खिलाफ क्षेत्र की जीवनरेखा दुमुहानी नदी को नष्ट कर अवैध खनन के मामले में पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की केंद्रीय एडवाइजरी कमेटी ने एनटीपीसी पर शर्तों का उल्लंघन क
![NTPC,PC-ग्राउंड वाटर](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-06/high.jpg?itok=f79h3jC6)
भविष्य धन शैवाल ईंधन
Posted on 10 May, 2023 03:24 PMदुनिया के सभी देशों में ईंधन का एक नया रूप विकसित करने की होड़ लगी हुई है। पेट्रोल और डीज़ल की कीमतें आसमान छू रही हैं। ऐसे में पेट्रोलियम पर आधारित ईंधन के लिए विकल्प खोजने की आवश्यकता है। सौभाग्य से, वैज्ञानिक जैवईंधन (एक वैकल्पिक उत्पाद) बनाने में कार्यरत हैं। जैवइंधन बनाने के बहुत से विकल्प खोजे जा चुके हैं। जैसे-जेट्रोफा, सोयाबीन, वनस्पति तेल, सरसों आदि । परन्तु वैज्ञानिक अध्ययनों के अनुसा
![भविष्य धन शैवाल ईंधन, PC- Education Blog](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-05/%E0%A4%B6%E0%A5%88%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%B2%20%28Algae%29%E0%A5%A4.jpg?itok=nSiUu-l_)
पर्यावरण संरक्षण के लिए श्रेयस्कर है गांधी मार्ग
Posted on 09 May, 2023 12:25 PMवर्तमान में तथाकथित आधुनिक, विकसित और सुख सुविधा से पूर्ण जीवन जीने की कभी तृप्त न होने वाली लालसा के कारण पूरी पृथ्वी में पर्यावरण के विनाश की लीला खेली जा रही है। आर्थिक और भौतिक विकास की अंधी दौड़ के कारण, दुनिया में विज्ञान और तकनीकी के हर चार बढ़ते कदम के साथ प्रकृति एक कदम पीछे धकेली जाने लगी है। बढ़ती जनसंख्या, गरीबी शहरीकरण, औद्योगिकीकरण और विकास संबंधी कार्य, वनोन्मूलन तीव्र यातायात के
![पर्यावरण संरक्षण के लिए श्रेयस्कर है गांधी मार्ग, Pc-NT](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-05/pic.png?itok=IIWbmfA_)
मानव- पर्यावरण संबंध का मानव स्वास्थ्य पर प्रभावः एक भौगोलिक अध्ययन
Posted on 06 May, 2023 05:34 PMसारांश-
मानव अपनी जीवन की उत्पत्ति से ही पर्यावरण से संबंधित रहा है। मानव पर्यावरण का संबंध मनुष्य के लिए अपेक्षाकृत अधिक लाभकारी रहा है। पिछली चार शताब्दियों में मानव की गतिविधियों के कारण पृथ्वी के मूल तत्वों हवा, पानी, मिट्टी तथा रासायनिक संगठन में परिवर्तन हुआ है, जिसके कारण पृथ्वी के भौतिक और रासायनिक विशेषताओं में तेजी से रूपांतरण हुआ है इस रूपांतरण के का
![मानव- पर्यावरण संबंध का मानव स्वास्थ्य पर प्रभाव,PC-H&F](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-05/%E0%A4%AE%E0%A4%BE%E0%A4%A8%E0%A4%B5-%20%E0%A4%AA%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A4%B0%E0%A4%A3%20%E0%A4%B8%E0%A4%82%E0%A4%AC%E0%A4%82%E0%A4%A7%20%E0%A4%95%E0%A4%BE%20%E0%A4%AE%E0%A4%BE%E0%A4%A8%E0%A4%B5%20%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%A5%E0%A5%8D%E0%A4%AF%20%E0%A4%AA%E0%A4%B0%20%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A4%83.png?itok=Ptdjwn9L)