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जलवायु परिवर्तन
2050 तक आर्कटिक होगा बर्फहीन
Posted on 26 Oct, 2010 09:14 AMपृथ्वी के बढ़ते तापमान को नियंत्रित करने में आर्कटिक (उत्तरी ध्रुव) और अंटार्कटिक (दक्षिणी ध्रुव) की बहुत बड़ी भूमिका है। ग्लोबल वार्मिंग के परिणामों पर दोनों क्षेत्र विपरीत प्रभाव डालते रहे हैं। रूसी मौसम केंद्र ने यह दावा किया है,आर्कटिक पर 21वीं सदी के मध्य की गर्मी तक बर्फ नहीं रहेगी।
केंद्र के प्रमुख अलेक्जेंडर फ्रॉलोव ने जलवायु परिवर्तन रिपोर्ट पर अंतरसरकारी समूह (आईपीसीसी) के आकड़ों का हवाला देते हुए बताया, 'अगले 30-40 सालों में उत्तरी ध्रुव सहित आर्कटिक पर गर्मी के समय बर्फ नहीं रहेगी।'
बढ़ रहा है आर्कटिक का तापमान
Posted on 23 Oct, 2010 02:26 PMआर्कटिक को पृथ्वी का फ्रिज (रेफ्रिजरेटर) भी कहा जाता है, क्योंकि पृथ्वी का ध्रुव यह बहुत अधिक ठंडा है। लेकिन वायुमंडल में प्रदूषण फैलने की वजह से अब यह भी अभूतपूर्व दर से गर्म होता जा रहा है। आर्कटिक का गर्म होना पूरी पृथ्वी के अस्तित्व के लिए खतरे का संकेत है। आर्कटिक के लगातार गर्म होने की घटना के कारण पूरा उत्तरी गोलार्ध सबसे अधिक संकट में है। यह बात अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिकों की एक टीम ने
अफ्रीकी टिड्डों के हमले की आशंका
Posted on 17 Sep, 2010 02:01 PM
इस साल बारिश के सभी पुराने रिकार्ड टूट गए हैं। राजस्थान व गुजरात के वे इलाके जो बूंद-बूंद पानी के लिए तरसते हैं, के बाशिंदे बाढ़ से जूझ चुके हैं।
वापस लौटने का क्षण
Posted on 26 Aug, 2010 11:51 AM बदलता तापमान और उससे लगातार गरम होती जा रही धरती के मामले में पेट्रोलियम पदार्थों के प्रति हमारी यह निर्भरता अतिक्रमण ही कहलाएगी। हवा, पानी व धूप से तैयार की गई ऊर्जा, बिजली की ओर लौटना प्रतिक्रमण होगा। हमारे प्रतिक्रमण की शुरुआत का पहला कदम होगा उपभोक्तावाद पर लगाम लगाना। इन दिनों चारों तरफ निराशा है। वैज्ञानिक, पर्यावरणवादी व मौसम विज्ञानी- सभी तो यही दावा कर रहे हैं कि प्रलय करीब है और मानव सभ्यता अपने विनाश की ओर बढ़ चली है। एक के बाद एक आने वाली नई किताबें हमें बताती हैं कि हमने उस चरम बिंदु को पार कर लिया है और हम एक ऐसे बिंदु पर पहुंच गए हैं, जहां से लौटने का कोई रास्ता नहीं है। हमारा आसमान कार्बन डाईआक्साइड जैसी जहरीली गैसों से भर गया है और वातावरण ग्रीनहाउस गैसों से। हमें यह भी बताया जाता है कि हमारी यह धरती गरम हो चली है। अब हम चाहे कुछ भी कर लें, इस बढ़ते तापमान को कम नहीं कर सकते। इस बढ़ते तापमान से उत्तरी-दक्षिणी ध्रुवों की बर्फ पिघलेगीजलवायु परिवर्तन की चुनौतियां
Posted on 07 Aug, 2010 01:22 PMहाल ही में 5 जून विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर दुनिया भर में अनेक चर्चाएं और गतिविधियां आयोजित की गईं। इसी कड़ी में विभिन्न विद्वानों ने जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर चर्चा की। कि आखिर कौन से काऱण और हमारे काम जिम्मेदार हैं इस जलवायु परिवर्तन के लिये। साथ ही हम यह भी जानेंगे कि क्या हम अपने घरेलू और व्यक्तिगत स्तर पर कुछ ऐसा कर सकते हैं कि जलवायु परिवर्तन के खतरे को कम करने में हम कुछ योगदान दे सक
जलवायु परिवर्तन औऱ जीवन
Posted on 07 Aug, 2010 10:21 AMअगर समय रहते हमने पर्यावरण की सुरक्षा के लिये कदम न उठाए तो इससे धरती पर विनाश हो सकता है और हमारे जीवन के लिये भी खतरा उत्पन्न हो सकता है। आईये जाने कि जलवायु परिवर्तन कैसे मनुष्य और खासकर गरीबों के जीवन के लिये खतरा उत्पन्न कर रहा है.......
कोपेनहेगन यानी एक नाटक
Posted on 14 Dec, 2009 10:06 AMग्लोबल वार्मिंग को रोकने के लिए क्या हम अपनी सुविधाओं में कटौती को तैयार हैं
देश की माटी देश का जल/हवा देश की देश के फल
सरस बनें प्रभु सरस बनें/देश के घर और देश के घाट
देश के वन और देश के बाट/सरल बनें प्रभु सरल बनें
देश के तन और देश के मन/देश के घर के भाई-बहन
विमल बनें प्रभु विमल बनें