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पुस्तकें और पुस्तक समीक्षा
परियों की दुनिया सा सुंदर मिलम
Posted on 02 Jan, 2010 02:39 PMउत्तराखंड के अनेक सुंदर पर्वतीय क्षेत्रों में से एक है मिलम ग्लेशियर। मिलम गांव के नाम से प्रसिद्ध यह हिमनद नेपाल और तिब्बत की सीमाओं के समीप है। कुमाऊं डिवीजन में मुंसियारी से आगे 56 किलोमीटर पैदल चलकर मिलम ग्लेशियर पहुंचा जाता है। इस रमणीक और कुछ कठिन यात्रा को पूरा करने में आम तौर पर चार से पांच दिन लगते हैं, लेकिन खूबसूरत हरदयोल शिखर के दर्शन चौथे दिन हो ही जाते हैं। यही वह जगह है जिसके वक्
पर्यावरण की रक्षा करने के लिए आप घर पर क्या कर सकते हैं
Posted on 29 Dec, 2009 09:01 AMऐसी बहुत सी चीजें हैं जिन्हें घर पर करते हुए आप पर्यावरण पर अपने प्रभाव को कम कर सकते हैं।
शिक्षा के माध्यम से वर्षावन को बचाना
Posted on 29 Dec, 2009 08:31 AMशिक्षा दुनिया के वर्षावन की सुरक्षा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। लोगों को इन वनों की सुन्दरता को देखना चाहिए और इनके महत्त्व को समझना चाहिए, इससे वे उनकी रक्षा करना चाहेंगे। पर्यावरण शिक्षण संयुक्त राज्य अमेरिका जैसे पश्चिमी देशों में तो होना ही चाहिये और साथ ही ऐसे देशों में भी होना चाहिए जहां वर्षावन हैं जैसे बोलिविया (Bolivia) और मैडागास्कर (Madagascar)।वर्षावन क्या हैं?
Posted on 26 Dec, 2009 12:07 PMउष्ण कटिबंधिय वर्षावन (Tropical Rainforest) लम्बे पेङों, उष्ण जलवायु़ और भारी वर्षा से युक्त वन है। कुछ वर्षावनों में प्रतिदिन एक इंच से अधिक वर्षा होती है।
वर्षावन अफ्रीका (Africa), एशिया (Asia), आस्ट्रेलिया (Australia), और मध्य और दक्षिणी अमेरिका (America) में पाये जाते हैं। विश्व में सबसे बङा वर्षावन अमेज़न (Amazon) वर्षावन है।
नरेगा- दिशा निर्देश
Posted on 23 Sep, 2009 08:26 AMइस अध्याय में राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारण्टी अधिनियम के मुख्य प्रावधानों का सारांश दिया गया है जिसमें केन्द्रिय ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा जारी अधिकारिक दिशा निर्देश का भी समावेश किया गया है।2.1 अधिनियम के उद्देश्य
नरेगा-संदर्भ एवं राष्ट्रीय महत्त्व
Posted on 22 Sep, 2009 10:22 PMराष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारण्टी अधिनियम:संदर्भ एवं राष्ट्रीय महत्त्व
1.1 संदर्भ
आर्थिक वृद्धि दर में बढ़त और स्टाक मार्केट की आक्रमक चढ़ाई ने भारत को दुनिया की सबसे आकर्षक अर्थव्यवस्थाओं की श्रेणी में ला खड़ा किया है। भारत ने विदेशी निवेश के मामले में तो अमेरिका को भी विश्व के दूसरे स्थान से हटा दिया है। अब इस संदर्भ में प्रथम स्थान पर चीन के बाद भारत की ही गिनती होती है। किन्तु यह अप्रत्याशित प्रदर्शन भारत की उस दुखती रग को छिपाता है जिसको लोगों ने 2004 के ऐतिहासिक चुनावों में अपने मत के माध्यम से उजागर किया -
भूमिका
Posted on 22 Sep, 2009 07:21 PMदिसंबर 2005 में भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय ने समाज प्रगति सहयोग से निवेदन किया कि हाल ही में पारित राष्ट्रीय ग्रामीण रोज़गार गारण्टी अधिनियम पर संस्था एक प्रशिक्षण पुस्तक तैयार करे। इससे पूर्व समाज प्रगति सहयोग ने संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यू.एन.डी.पी) द्वारा नई दिल्ली में आयोजित एक बैठक में प्रशिक्षण पुस्तक के संभावित आकार पर एक प्रस्तुति की थी। अप्रैल 2006 तक पुस्तक का पहला मसौदहाथ उठें निर्माण में
Posted on 22 Sep, 2009 07:11 PMआज देश में विश्वास और विश्वसनीयता कासंकट पैदा हो गया है। दूर-दराज़ के ग्रामीणआदिवासी क्षेत्रों में तो एकता का यह सूत्रा बहुतही कमज़ोर है। हम सभी को अपने ग्रामीण,आदिवासी भाई-बहनों की ओर हाथ बढ़ाना है,उनके दुख-दर्द, उनकी वेदना को समझना हीनहीं, अनुभव भी करना है। विकास की एक नवीनपरिभाषा स्थापित करनी है। इस सृजनात्मक संघर्षमें देश के युवा वर्ग का नेतृत्व रहेगा, ऐसी मेरीआशा है। इस संघर्ष में आवश्य
जलागम कार्य प्रशिक्षण पुस्तक
Posted on 22 Sep, 2009 06:47 PMराष्ट्रीय ग्रामीण रोज़गार गारण्टी अधिनियम
जलागम कार्य प्रशिक्षण पुस्तक
बाबा आमटे लोक सशक्तिकरण केन्द्र
समाज प्रगति सहयोग
जुलाई 2006