पुस्तकें और पुस्तक समीक्षा

Term Path Alias

/sub-categories/books-and-book-reviews

नीली जल सतह
Posted on 23 Jul, 2011 09:13 AM बड़ी झील!
तुम्हारी ऊपरी नीली जल सतह
और उसके ऊपर नीला आसमान
दोनों के बीच उड़ते परिन्दों से
ख्यात चित्रकार जगदीश स्वामीनाथन के
कैनवास की उड़ती चिड़िया
नीले रंग पर बातचीत में मगन है
इसी नीलांश में
सालिम अली के पंक्षी-प्रेम पर
अपनी बोली-बानी में परिन्दे कर रहे हैं विचार-विमर्श

बूँदें चुगने के बाद
उड़ते परिन्दे कभी-कभी
पीने के पानी का विनियमन
Posted on 23 Jul, 2011 09:08 AM

यूरोपीय संघ में पीने के पानी का विनियमन

बड़ी झील हँसी
Posted on 23 Jul, 2011 09:05 AM बड़ी झील हँसी
तो भोपाल खिलखिला उठा
बड़ी झील सूखी
तो भोपाल तिलमिला उठा

रात गहराई
तो बड़ी झील ने
शहर को सोने का कह दिया
सुबह हुई तो कहा लग जाओ
काम पे

गर मेहमान कोई आया
तो कायल हुआ यहाँ की
खातिर की रिवायत पर
बड़ी झील से जब मुलाकात हुई

तो उसके भी जिगर में
ज़िन्दगी का प्यार आया-
खूब ! इतना खूब !
सुरक्षित पीने के पानी के संकेतक
Posted on 23 Jul, 2011 09:00 AM सुरक्षित पेयजल तक पहुंच का संकेत उचित स्वच्छता स्रोतों का उपयोग करने वाले लोगों की संख्या से मिलता है. इन संशोधित जल स्रोतों में घरेलू कनेक्शन, सार्वजनिक स्टैंडपाइप, बोरहोल की स्थिति, संरक्षित कुएं, सरंक्षित झरने और वर्षा जल संग्रह शामिल हैं.
कैसा हो पीने का पानी?
Posted on 23 Jul, 2011 08:43 AM पीने का पानी कैसा हो?
भूकंपमापी (Seismometer in Hindi)
Posted on 22 Jul, 2011 04:45 PM भूकंपमापी (Seismometer) भूगति के एक घटक को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष विधि से अधिक यथार्थतापूर्वक अभिलिखित करने वाला उपकरण है। सुपरिचित प्राकृतिक भूकंपों, भूमिगत परमाणु परीक्षण एवं पेट्रोलियम अन्वेषण आदि में मनुष्यकृत विस्फोटों तथा तेज हवा, समुद्री तरंग, तेज मानसून एवं समुद्री क्षेत्र में तूफान या अवनमन आदि से उत्पन्न सूक्ष्मकंपों (microseism)श् के कारण भूगति उत्पन्न हो सकती है। उचित रीति से अनुस्थाप
अनलिखी
Posted on 22 Jul, 2011 09:47 AM बड़ी झील !
कितनी उथली है मेरे भीतर
तुम्हारी पहचान

मेरा उथला ज्ञान -
उथली अनुभूति
कैसे कहेगी तुम्हारी गहराई
थाहेगी कैसे तुम्हारी दहार

तैर रहा हूँ पर मछली की तरह
कहाँ है मेरा पानी से प्रेम

लहरें मुझे बाँधती तो हैं
कितनी जकड़नों से मुक्त कर
प्रवाह मुझे बहाता तो है
पानी का तनाव दुरुस्त तो करता है
बड़ी झील में ताल है
Posted on 21 Jul, 2011 09:33 AM भोपाल ताल
बड़ी झील की चाल-ढाल
पूरी सांगीतिक:
लहरों की लय
पानी का ताल
मौसमी राग-रंग
बजते हुए से चैड़े पूरे घाट
घाट पर पीपल की अखण्ड धुन
पत्ती-पत्ती साज़ है
पाखियों के कोरस हैं
सबको हैं जो बहुत पसन्द
मछलियाँ भी कुछ न कुछ गाती ही हैं मीठा-मधुर
पानी की महफि़ल में
हज़ार साल की हो चुकी है बड़ी झील
निर्मल मन बोलता है जिसे
सुन्दरता का आलाप
Posted on 20 Jul, 2011 09:44 AM मुल्क हिन्दुस्तान में
शहर भोपाल
भोपाल में बड़ी झील:
जोड़ती शहर-गाँव

फिक्र हो बहुत-सिर भारी हो
मिलिए झील से-बात करिए जी खोल
फिर आपका रहे नहीं मन-मलीन
उदासी जाय झर
प्रवासी पाखियों की निहार-निहार
क्रीड़ा-काकलि
(गूलर-मछरी भी कम खिलण्दड़े नहीं)

बड़ी झील कृतार्थ करती है
लम्बे आलाप की तरह वह
ग्रह
Posted on 19 Jul, 2011 12:28 PM सूर्य या किसी अन्य तारे के चारों ओर परिक्रमा करने वाले खगोल पिण्डों को ग्रह कहते हैं। अंतर्राष्ट्रीय खगोलीय संघ के अनुसार हमारे सौर मंडल में आठ ग्रह हैं - बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल, बृहस्पति, शनि, युरेनस और नेप्चून. इनके अतिरिक्त तीन बौने ग्रह और हैं - सीरीस, प्लूटो और एरीस।
×