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समाचार और आलेख
लाख जतन का लाखोलाव
Posted on 23 Apr, 2011 09:02 AMहमारा यह छोटा-सा शहर मूंडवा इस मामले में एकदम अनोखा है। नगरवासियों और नगरपालिका- दोनों ने मिलकर यहां के तालाबों की रखवाली की है। और शहर को इन्हीं से मिलता है पूरे वर्ष भर मीठा पानी पीने के लिए। शहर के दक्षिण में न जाने कितने सौ बरस पहले बने लाखोलाव तालाब का यहां विशेष उल्लेख करना होगा।
हमारा शहर बड़ा नहीं है। पर ऐसा कोई छोटा-सा भी नहीं है। इस प्यारे से शहर का नाम है मूंडवा। यह राजस्थान के नागौर जिले में आता है। नागौर से अजमेर की ओर जाने वाली सड़क पर कोई 22 किलोमीटर दूर दक्षिण दिशा में है यह मूंडवा। आबादी है कोई चौदह हजार। इसकी देखरेख बाकी छोटे बड़े नगर की तरह ही एक नगरपालिका के माध्यम से की जाती है। शहर छोटा है पर उमर में बड़ा है, काफी पुराना है। इसकी गवाही यहां की सुंदर हवेलियां देती हैं। समय-समय पर इस शहर से कई परिवार बाहर निकले और पूरे भारत वर्ष में व्यापार के लिए गए। हां पर यहां की खास बात यह है कि ये लोग इसे छोड़कर नहीं गए। साल भर ये लोग कोई न कोई निमित्त से,नया रणक्षेत्र: भारत-पाक जल विवाद
Posted on 22 Apr, 2011 12:41 PM
प्रतिबंधित पाकिस्तानी आतंकी गुट लश्कर-ए-ताइबा से जुड़ा संगठन जमात उद दावा (जेयूडी) जल बंटवारे के मसले पर लगातार भारत विरोधी एजेंडे को हवा दे रहा है। जमात के कार्यक्रमों में सत्तारूढ़ पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी और नवाज शरीफ की पीएमएल-एन, जमात ए इसलामी समेत सभी बड़ी पार्टियों के लोग शिरकत कर रहे हैं।
जेयूडी ने पाकिस्तान सरकार को चेताया है कि वह भारत को पाकिस्तान की ओर आने वाली नदियों पर बांध बनाने से रोके या फिर इस मसले को निपटाने की जिम्मेदारी ‘कश्मीरी मुजाहिदीनों’ को दे दी जाए।
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के सलाहकार एवं योजना आयोग के उपाध्यक्ष सरदार आसिफ अहमद अली का मानना है कि भारत नदियों से पाकिस्तान के पानी का हिस्सा चुरा रहा है।
नीर फाउंडेशन को वाटर ओएसिस अवार्ड
Posted on 05 Apr, 2011 09:25 AMसंस्था को वर्ष 2010-11 के वाटर ओएसिस अवार्ड के लिए विश्व प्रतिनिधि के रूप में चुना गया था। संस्था को इस अवार्ड के लिए वाटर एन्वायरन्मेंट फेडरेशन, अमेरिका द्वारा वर्ल्ड वाटर मानिटिरिंग डे कार्यक्रम के तहत चुना गया। इसके अलावा विश्व के अलग-अलग संस्थानों को पैग्विन व रिवर रैपिड अवार्ड दिए गए हैं। यह पुरस्कार वर्ष 2006 से प्रत्येक वर्ष दिया जा रहा है। इसमें उन सनीर फाउंडेशन को मिला वाटर चैम्पियन अवार्ड
Posted on 05 Apr, 2011 09:21 AMनीर फाउंडेशन को वर्ष 2010 के वॉटर चैम्पियन अवार्ड के लिए पुनः चुना गया है। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2009 का भी वाटर चैम्पियन अवार्ड संस्था को मिल चुका है। वर्ष 2010 के लिए विश्व के अलग-अलग देशों में पानी बचाने की अलख जगाने वाले चुनिंदा 12 उम्मीदवारों को वाटर चैम्पियन अवार्ड के लिए चुना गया है। इसमें विश्व के सभी 6 द्वीपों में से दो-दो उम्मीदवारों का चयन किया गया है।नीर फाउंडेशन को वाटर डायजेस्ट अवार्ड
Posted on 04 Apr, 2011 01:38 PMनीर फाउंडेशन को वर्ष 2010-11 का वॉटर डायजैस्ट अवार्ड दिया गया। देश के अलग-अलग राज्यों से पानी बचाने की अलख जगाने वाले गैर-सरकारी संगठनों में से नीर फाउंडेशन को बैस्ट वाटर एनजीओ-वाटर एजूकेशन के लिए चुना गया, जिसके लिए संस्था को वाटर डायजैस्ट अवार्ड दिया गया। वाटर डायजेस्ट की ओर से दिया वाला यह अवार्ड संस्था को यह दिनांक 27 जनवरी को नई दिल्ली स्थित ओबेराय होटहाहाकार में न बदल जाए पानी का शोर
Posted on 24 Mar, 2011 05:14 PMसन् 2020 तक जिस भारत को हम विकसित राष्ट्र की श्रेणी में देखना चाहते हैं, पानी के हाहाकार के आगे
बरगी बांध की डूब में डूबते-उतराते सवाल
Posted on 17 Feb, 2011 11:42 AM
साथियों, 2010 का साल बड़े बाँधों की 50वीं बरसी का साल था। यह 50वां साल हमें समीक्षा का अवसर देता है कि हम यह तय कर सकें कि यह नव-विकास क्या सचमुच अपने साथ विकास को लेकर आ रहा है या इस तरह के विकास के साथ विनाश के आने की खबरें ज्यादा है। इस पूरी बहस में एक सवाल यह भी है कि यह विकास हम मान भी लें तो यह किसकी कीमत पर किसका विकास है? दलित/आदिवासी या हाशिये पर खड़े लोग ही हर बार इस विकास की भेंट क्यों चढ़ें? आखिर क्यों?
ग्रीनपीस ने की “ग्रीन बजट” की मांग
Posted on 15 Jan, 2011 10:54 AM
पर्यावरण अनुकूल खेती और अक्षय ऊर्जा को बढ़ावा देने लिए अधिक फंड आवंटन पर दिया जो़र
बजट पूर्व विमर्श के लिए वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी द्वारा बुलाई गयी बैठक में ग्रीनपीस ने आज कहा कि अब वक्त आ गया है कि सरकार मौजूदा केन्द्रीय बजट 2011-12 को पर्यावरण अनुकूल बनाये।
भू-जल के व्यावसायिक उपयोग पर पाबंदी
Posted on 05 Jan, 2011 10:32 AMगुड़गांव. साइबर सिटी में औद्योगिक इकाइयां एवं होटल अब भू-जल का अत्यधिक दोहन नहीं कर सकेंगे। भू-जल के बेलगाम दोहन पर लगाम कसने के लिए पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट ने ट्यूबवेलों के व्यावसायिक प्रयोग पर प्रतिबंध लगाने का निर्देश दिया है।
फिल्टरेशन पिट से बढ़ेगा कुओं का जल स्तर
Posted on 03 Jan, 2011 09:49 AMवर्षा की कमी व अत्यधिक दोहन के कारण भू जल स्तर में लगातार गिरावट आ रही है। इससे भू जल भंडारण में कमी हो रही है। इसे दूर करने के लिए राज्य सरकार ने नाबार्ड की सहायता से कूप पुनर्भरण योजना बनाई। इसमें कुएं के समीप फिल्ट्रेशन पिट बनाकर कुएं का जल स्तर बढ़ाया जाएगा। इस पिट में वर्षा का जल इकट्ठा किया जाएगा। इसका ग्राम पंचायत क्षेत्र सिलोरा में पहला प्रदर्शनीय प्लांट लगाने के लिए भू-जल विभाग के पदाध