उत्तराखंड

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सामूहिक सम्पदा पर माफियाओं का बढ़ता कब्जा
Posted on 23 Nov, 2017 11:53 AM

उल्लेखनीय हो कि इस पर्वतीय राज्य में 1960-64 के दौरान एक भूमि बन्दोबस्त हुआ था जिसे फिर 40 वर्ष बाद यानि 2

बुरांश
चोपड़ियाली गाँव के कृषि-कर्मयोगी मंगलानंद
Posted on 21 Nov, 2017 04:41 PM
पहले सब्जी, फिर फूल और इसी क्रम में फलोत्पादन जैसे तमाम स्वावलम्बन के कामों के बलबूते सफलता की सीढ़ियाँ चढ़ रहे मंगलानन्द डबराल उत्तराखण्ड में किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। उन्होंने विदेशी फल ‘‘किवी’’ का सफल उत्पादन किया, तो वहीं आड़ू में नये प्रयोग करके आड़ू के उत्पादन को बेमौसमी बना डाला। बिना सरकारी बजट के ऐसे नये प्रयोग उत्तराखण्ड के मसूरी-धनोल्टी-चंबा मोटर मार्ग पर स्थित चोपड़ियाली गाँव म
नीति आयोग ने की आपदाग्रस्त गाँवों की सुनवाई
Posted on 21 Nov, 2017 03:16 PM
वैसे भी उत्तराखण्ड राज्य आपदा की दृष्टि से पूर्व से ही संवेदनशील रहा है। राज्य बनने के बाद तो राज्य को आपदाग्रस्त राज्य घोषित ही किया गया। इस हेतु सामान्य अवस्था में एक हेक्टेयर तक तथा आपदा ग्रस्त क्षेत्रों में 05 हेक्टेयर तक वन भूमि हस्तान्तरण का राज्य को अधिकार प्राप्त था, जो नवम्बर 2016 में समाप्त हो गया है। इस बात की पुष्टि सरकार ने नीति आयोग के समक्ष प्रस्तुत करके इसकी समय सीमा बढ़ाए जा
सरकार ने कसी कमर, होंगे 14 निकाय ओडीएफ
Posted on 21 Nov, 2017 12:26 PM
खुले में शौच से मुक्ति कब होगी यह कोई नहीं बता सकता। यहाँ सरकार बता रही है कि फलां गाँव व शहर शौचालययुक्त हो गये हैं या ओडीएफ घोषित कर दिये हैं। इसी तरह उत्तराखण्ड राज्य के 14 नगर निकायों को केन्द्र सरकार ने खुले में शौच से मुक्ति के लिये चयन किया है। लोगो में खास उत्साह है कि उनके वार्ड और रास्ते सरकारी बजट से साफ-सुथरे रहेंगे। हर व्यक्ति के पास शौचालय होगा, तो हर सार्वजनिक स्थलों पर शौचाल
बंजर होते हिमालय
Posted on 19 Nov, 2017 10:56 AM
जाने-माने जलविज्ञानी जेएस रावत ने हाल ही में चेतावनी दी है कि हिमालय क्षेत्र के बंजर होने की दिशा में बढ़ने की शुरुआत हो चुकी है। इससे पहाड़ी क्षेत्रों की पारिस्थितिकी को खतरा पैदा हो गया है। लम्बे समय से इसके लक्षण दिखाई दे रहे हैं। मसलन, ग्लेशियर आश्रित नदियाँ धीरे-धीरे कम हो रही हैं, पहाड़ के ढलान बढ़ रहे हैं, भूमिगत जलस्तर तेजी से कम हो रहा है, प्राकृतिक झरने खत्म हो रहे हैं, नदियों की ध
भारतीय वैज्ञानिकों ने जल शोधन के लिये बनाया नैनो 2डी-मैट (IIT Roorkee researchers develop Nanofibrous membrane filter)
Posted on 17 Nov, 2017 04:34 PM
नई दिल्ली : भारतीय शोधकर्ताओं ने सिंथेटिक रेशों के ताने-बाने से नैनो-फाइबर युक्त एक नया पोर्टेबल 2डी-मैट बनाया है, जो पानी से आर्सेनिक जैसी भारी धातुओं को अलग करने के साथ-साथ उसमें मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया को नष्ट करने में भी मददगार साबित हो सकता है।
अपनी बदहाली पर रोता उत्तराखण्ड
Posted on 09 Nov, 2017 03:52 PM

भले ही उत्तर प्रदेश से अलग हुए 17 साल हो गए है परन्तु आज भी देहरादून में बैठी सरकार वही काम कर रही है जो ल

उत्तराखण्ड
स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार में पिछड़ गया उत्तराखण्ड
Posted on 07 Nov, 2017 12:45 PM
स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार पोर्टल पर यदि अमुक विद्यालय का शिक्ष
Prem Pancholi
इलाहाबाद से पहले भी है गंगा यमुना का संगम
Posted on 06 Nov, 2017 12:16 PM


शायद किसी ने कभी सुना ही होगा या स्थानीय लोग जानते होंगे कि गंगा और यमुना का संगम इलाहाबाद से पहले भी होता है। यह संगम है यमुना नदी के किनारे उतरकाशी जनपद के अन्तर्गत गंगनाणी नामक स्थान पर। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इन दोनों नदियों की जल धाराएँ प्रयाग से पहले गंगनाणी में भी संगम बनाती हैं।

गंगनाणी कुंड
गधेरों का संरक्षण भी जरूरी
Posted on 03 Nov, 2017 11:07 AM
लोहाघाट/चम्पावत/टनकपुर। गंगा बचाओ-नदी बचाओ, बहुत सुन लिये तुम्हारे ये नारे। क्या बिना गाड़-गधेरों के संरक्षण के ही ये नदियाँ अधिक दिनों तक बची रह सकेंगी?
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