उत्तराखंड

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नदियाँ बचाने को सार्क देश करें सामूहिक पहल
Posted on 02 Dec, 2017 11:31 AM
दून विवि में आयोजित अन्तरराष्ट्रीय सेमिनार के समापन पर बोले प्रो. गोपाल, विकास के लिये हो प्राकृतिक सम्पदा का दोहन
सिकुड़ते जा रहे प्राकृतिक संसाधन
Posted on 01 Dec, 2017 04:42 PM
जंगल सतत एवं सन्तुलित विकास के लिये प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षणोन्मुखी उपयोग आवश्यक होता है, लेकिन वर्तमान सदी में औद्योगिक विकास ने जहाँ इस तथ्य की अनदेखी करते हुए संसाधनों का अविवेकपूर्ण ढंग से अधिकाधिक दोहन किया और संरक्षण की दिशा में कोई व्यावहारिक परिणाममूलक कार्य योजना प्रस्तुत नहीं की। वहीं उपभोक्तावाद को चरम पर पहुँचाकर संरक्षणवादी विचार को ही विलुप्तप्राय कर दिया। इसका परिणाम हमार
समस्याओं के भँवर से राज्य को उबारना बड़ी चुनौती
Posted on 01 Dec, 2017 04:34 PM
देहरादून। देखते ही देखते पर्वतीय राज्य उत्तराखण्ड 17 साल का सफर पूरा कर चुका है।

आपदा
छोटे राज्य के बड़े सवाल
Posted on 28 Nov, 2017 11:36 AM

भारत सरकार के जल संसाधन मंत्री के तौर पर मैंने तालाब संवर्धन की एक बड़ी योजना बनायी, जिसका फायदा राजस्थान,

14 साल में 10 बार शून्य के स्तर पर पहुँची नैनी झील
Posted on 28 Nov, 2017 10:48 AM
जिस नैनी झील के कारण देश व दुनिया में नैनीताल को सरोवर नगरी के नाम से जाना जाता है, उसके इस ट्रेड मार्क पर समय के साथ संकट गहरा रहा है। पीने के पानी पर बढ़ती निर्भरता व झील के स्रोतों के संरक्षण के अभाव में पिछले 14 वर्षों में झील 10 बार शून्य के स्तर पर जा पहुँची। यह वह स्तर होता है, जब किसी स्रोत का पानी न्यूनतम कमी के स्तर को भी पार कर जाता है। नैनी झील में 90.99 फीट की सतह से जब पानी का
नैनी झील के लिये एक्शन मोड की जरूरत
Posted on 28 Nov, 2017 10:38 AM
नैनी झील पुनर्जीवीकरण को लेकर आयोजित सेमीनार में राज्यपाल डॉ. केके पाल ने कही दो टूक
पानी में डिवाइस डालते ही आएगा एसएमएस
Posted on 28 Nov, 2017 10:30 AM


यूसर्क और बिड़ला संस्थान बना रहा नई डिवाइस

 

 

water testing
बाढ़ सुरक्षा योजनाओं में धन आवंटन से ठेकेदारों को राहत
Posted on 25 Nov, 2017 10:36 AM

राज्य सरकार द्वारा उत्तराखण्ड राज्य स्थापना दिवस की वर्षगाँठ के उपलक्ष्य में जब एक बड़ा तोहफा उत्तराखण्ड क

संचयन से ही सुधरेगी कहानी
Posted on 23 Nov, 2017 03:38 PM
पर्वतीय इलाकों में बारिश का पानी प्रबन्धन के अभाव में व्यर्थ बह जाता है। अगर इसके संचय का इन्तजाम कर लिया जाए तो मैदान में जल अभाव की समस्या खत्म की जा सकती है।
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