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भारत की बदबूदार तस्वीर
Posted on 18 Jun, 2012 10:55 AM

भारत के अधिकांश कस्बों एवं नगरों में स्वच्छता की समुचित सुविधाएं न होने के कारण लोग स्वास्थ्य के लिए हानिकारक पर

वैकल्पिक ऊर्जा का बेहतर स्रोत पवन चक्की (विंडमिल)
Posted on 16 Jun, 2012 10:32 AM पवन चक्की (विंडमिल)पवन चक्की (विंडमिल) वैकल्पिक ऊर्जा का बेहतर स्रोत है, लेकिन इसका सीधा लाभ आम लोगों तक नहीं पहुंच पा रहा है। वजह है कि पवन चक्की बनाने वाली कंपनियों के हाथों में ही इसका संचालन रह गया है। कंपनियां पठारी इलाकों में पवन चक्की स्थापित कर बिजली तैयार कर रही हैं और इसे बेचकर लाभ
पवन चक्की (विंडमिल)
नदियों, वनों और भूजल के रिश्तों को समझें
Posted on 15 Jun, 2012 10:44 AM अनादिकाल से मनुष्य के जीवन में नदियों का महत्व रहा है। विश्व की प्रमुख संस्कृतियाँ नदियों के किनारे विकसित हुई हैं। भारत में सिन्धु घाटी की सभ्यता इसका प्रमाण है। इसके अलावा भारत का प्राचीन सांस्कृतिक इतिहास भी गंगा, यमुना, सरस्वती और नर्मदा तट का इतिहास है। ऐसा माना जाता है कि सरस्वती नदी के तट पर वेदों की ऋचायें रची गईं, तमसा नदी के तट पर क्रौंच-वध की घटना ने रामायण संस्कृति को जन्म दिया। उसी
पानी की आत्मकथा
Posted on 14 Jun, 2012 12:22 PM जल ही जीवन है यह एक वैज्ञानिक सत्य है। आज कल की परिस्थिति यह हो गयी है की पानी के लिए हर जगह त्राहिमाम मचा हुआ है गर्मी में खाना मिले या न मिले पर पानी जरुर चाहिए। पानी की समस्या सिर्फ शहरों या महानगरों में ही नहीं अब तो गाँवो में भी पीने का पानी सही ढंग से नई मिल पा रहा है। हम पानी की समस्या से इतने जूझ रहे हैं फिर भी हम पानी का सही इस्तेमाल कैसे करें या पानी को कैसे ज्यादा से ज्यादा बचाएं इसक
वनभूमि और वनाधिकार
Posted on 14 Jun, 2012 11:43 AM लगभग 25 सालों तक हजारों लोग अपनी ही जमीन पर अवैध निवासी बने रहे मगर सरकार ने वनभूमि पर वनवासी समुदायों के परंपरागत अधिकार की न तो पहचान की और ना ही उसे मंजूर किया। वन संरक्षण कानून और इसी से जुड़े वन और पर्यावरण मंत्रालय के दिशानिर्देशों में वनभूमि पर वनवासी समुदायों के जिन परंपरागत अधिकार को मान्यता दी गई थी उन्हें भी सरकार ने सीमित करने के प्रयास किये। वनाधिकार अधिनियम पारित होने तथा राष्ट्री
संसद की लोक लेखा समिति द्वारा पर्यावरण मंत्रालय की खिंचाई
Posted on 12 Jun, 2012 02:33 PM संसद की लोक लेखा समिति द्वारा वन एवं पर्यावरण मंत्रालय में व्याप्त अनियमितताओं, लेट-लतीफी, भ्रष्टाचार एवं लापरवाही को उजागर किए जाने के बाद जो तस्वीर उभरी है वह चौका देने वाली है। लोक लेखा समिति ने पाया कि पर्यावरण एवं वन मंत्रालय को भारत से बाहर ले जाए गए अनेक वानस्पतिक संसाधनों को लेकर दिए गए बौद्धिक सम्पदा अधिकारों के संबंध में भी कोई जानकारी नहीं है। अब देखना यह है कि पर्यावरण मंत्रालय में
विकास के साथ पर्यावरण पर ध्यान देना होगा
Posted on 11 Jun, 2012 12:37 PM मानव पर्यावरण में वायु, जल, भूमि, विभिन्न प्रकार की वनस्पतियां एवं जीव-जंतु प्रमुख घटक माने गये हैं। हमारे देश में इन सभी घटकों की हालत बिगड़ चुकी है एवं सभी में प्रदूषण का जहर फैल गया है। राष्ट्रीय तथा विश्व स्तर पर भी कई संगठनों एवं संस्थानों द्वारा किये गये अध्ययनों से पता चला है कि भारत में पर्यावरण की हालत काफी बिगड़ चुकी है। पर्यावरण अब स्वास्थ्यवर्धक न रहकर रोगजन्य हो गया है। वायु जीवन क
जलवायु परिवर्तन और वंचित समाज
Posted on 10 Jun, 2012 01:02 PM
धरती के गर्म होते मिजाज, इसकी वजह से हो रहे जलवायु परिवर्तन और अंतत: मानव के साथ-साथ तमाम जंतुओं और वनस्पतियों, वृक्ष प्रजातियों, फसलों इत्यादि पर हो रहे असर को कम करने के लिए लोगों में जागरूकता बढ़ाने और उन्हें इन तमाम विषयों के प्रति संवेदनशीलता की परम आवश्यकता है। आज पूरे विश्व की निगाह आगामी दिसंबर में संयुक्त राष्ट्र के कोपेनहेगेन सम्मेलन पर टिकी है। इस सम्मेलन में जलवायु परिवर्तन से जुड़े उन तमाम विषयों पर चर्चा होनी है जिनका संबध संपूर्ण मानवता, जीव-जंतुओं और वनस्पतियों की सुरक्षा, संरक्षण और संवर्धन से है। आज के हालात में जलवायु परिवर्तन गंभीर और संवेदनशील मामला बन गया है इसलिए जलवायु में आ रहे बदलाव को रोकने के लिए तरह-तरह के उपाय जारी हैं।
गंभीर पर्यावरणीय खतरे की ओर अग्रसर भारत
Posted on 09 Jun, 2012 11:10 AM देश में बढ़ते प्रदूषण के चलते गंभीर स्थिति हो गई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 90 देशों के एक हजार शहरों में अध्ययन कर बताया है कि वायु प्रदूषण के कारण भारत तथा चीन के शहरों में फेफड़ों के कैंसर रोग बढ़े हैं। गैसीय एवं कणीय पदार्थों के साथ-साथ ध्वनि प्रदूषण भी बढ़ता जा रहा है। आधुनिक विकास की अंधी दौड़ में देश की 150 नदियां नाले में तब्दील हो चुकी हैं। भारत पर्यावरण के आपातकाल की ओर बढ़ता जा रहा
दिल्ली जलबोर्ड के सप्लाई पानी में प्रदूषण
Posted on 08 Jun, 2012 02:18 PM दिल्ली जलबोर्ड के पानी की जांच दिल्ली नगर नीगम के लोगों ने की है। इनका कहना है कि दिल्ली जलबोर्ड का पानी प्रदूषित है। दिल्ली नगर निगम और दिल्ली जल बोर्ड के बीच इस रस्सा कस्सी के बावजूद भी लोगों को साफ पानी उपलब्ध नहीं है।
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