दिल्ली

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मथुरा से फिर दिल्ली पहुँचा यमुना आन्दोलन
Posted on 21 Feb, 2015 09:46 AM नई दिल्ली। यमुना आन्दोलन एक बार फिर से दिल्ली पहुँच चुका है। बरसाना मथुरा से शुरू हुई यह यात्रा बुधवार को बदरपुर बार्डर पहुँची। जहाँ इस यात्रा का जोरदार स्वागत किया गया। इस यात्रा में पिछली बार की तरह ही साधु-सन्त से लेकर बड़ी संख्या में किसान शामिल हैं।
मैं नदी आँसू भरी
Posted on 19 Feb, 2015 12:31 PM (मंच पर चार कलाकार गीत गाते हुए आते हैं)
गंगा में मिलते कचरा एवं गंदे नालेरहीमन पानी राखिए, बिन पानी सब सून,
समुद्र पीछे खिसक रहा है
Posted on 18 Feb, 2015 04:25 PM समुद्र पीछे खिसक रहा है
पीछे खिसक रहा है कच्छप
अपनी पीठ पर धरती को धारण किये

जैसे दिनों-दिन कम होता जाता है
पूर्णिमा के बाद चाँद
कम होती जा रही हैं उम्मीदें
आदमी पर आदमी का भरोसा
कम होता जा रहा है

यह घूमती हुई पृथ्वी
डायनासॉर-से खुले हुए
जबड़े ने आ गई है

पेड़ स्तब्ध हैं, हवा शांत
देह पसीने से तर
घर की ऐतिहासिक याद
Posted on 18 Feb, 2015 03:28 PM जब हम घर बनाते हैं
तब आकाश को गुफा में बदल रहे होते हैं
उतनी जमीन पर जंगल या खेती को कम कर रहे होते हैं
हमारा स्वभाव एकदम उस घर जैसा होता जाता है
जिसमें जंगल, जानवर और गुफाएं शामिल रही हों

वीराने ने जड़ जमाये किसी खंडहर में
जैसे कोई वनस्पति खिलने-खिलने को हो
हर नये में एक खंडहर होता है पहली बार टूटे दांत-सा
जवाबदेह नागरिक भूमिका की माँग करता जनादेश- 2015
Posted on 18 Feb, 2015 12:16 PM भारत में एक सक्षम जन निगरानी तन्त्र की माँग कर रहा है। इस माँग की ओ
Arun Tiwari
विज्ञान पर्यावरण केन्द्र जारी करेगा ताप विद्युत संयन्त्र ग्रीन रेटिंग रिपोर्ट
Posted on 18 Feb, 2015 11:19 AM विज्ञान पर्यावरण केन्द्र द्वारा कोयले और लिग्नाइट पर आधारित ताप विद
Green rating project
अब पानी चुराया तो धर लिए जाएंगे
Posted on 18 Feb, 2015 10:57 AM नई दिल्ली, 17 फरवरी : गर्मियों में पानी के टैंकरों से पानी की चोरी रोकने और पानी को सही समय पर सही स्थान तक पहुंचाने के लिए दिल्ली जल बोर्ड ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस) से लैस पानी के टैंकरों से पानी सप्लाई करेगा। सभी टैंकर स्टेनलैस स्टील के होंगे और राजधानी के करीब 400 स्थानों पर रोजाना टैंकरों से पानी भेजा जाएगा। इन टैंकरों के जरिए पानी की सप्लाई उन इल
दुनिया कुछ ठीक-सी
Posted on 17 Feb, 2015 04:30 PM अब एक दिन क्या
थोड़-सा समय भी नहीं होता
जब दुनिया कुछ ठीक-सी लगे
सुबह उठो तो हरियाली में चहकती चिड़ियां
और हलकी ठंडी हवा में कांपती पत्तियां
सुन्दर तो लगती हैं
पर यह यकीन नहीं दिला पातीं
कि सब ठीक चल रहा है
कहने को यह उनका काम भी नहीं है

सुबह-सुबह रेडियो पर आती है भजनावली
या कि गुजरी तोड़ी या अहीर भैरव की सुरलहरियां
मैया नहीं, वोट दिलाने वाली नदी है गंगा
Posted on 17 Feb, 2015 04:14 PM जल प्रबन्धन को लेकर नदियों को जोड़ना और मोक्षदायिनी गंगा की सफाई मोदी सरकार अपने साथ चुनाव प्रचार से ही लेती आई है। इसे लेकर चाहे केन्द्र सरकार और कुछ राजनैतिक दलों में उत्साह हो, लेकिन कई मानते हैं कि यह न तो व्यवहारिक और न ही सम्भव- दोनों नदियों को जोड़ना और गंगा की सफाई! इन दोनों ही मुद्दों पर राजेन्द्र सिंह से नीतिश द्वारा बातचीत पर आधारित लेख।
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