दिल्ली

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ग्रामीण विकास
Posted on 07 Oct, 2015 10:41 AM

विभिन्न ग्रामीण विकास कार्यक्रमों का उद्देश्य गरीबी दूर करना है। इसके लिए कोष को अधिक से अधिक ब

गर्दिश में गंगा डॉल्फिन
Posted on 06 Oct, 2015 03:41 PM
गंगा डॉल्फिन का निवास स्थल भारत के गंगा, ब्रह्मपुत्र, मेघना, बांग्लादेश के करनाफुली, सांगू और नेपाल के करनाली और सप्तकोशी नदी में है। कभी यह जीव नदियों के सभी हिस्सों में विचरण करता था, लेकिन 1966 में नरौरा, 1975 में फरक्का और 1984 में बिजनौर में बैराज बनने से इसका घर तीन भागों में बँट गया। दूसरे परिप्रेक्ष्य में देखें तो बैराजों ने गंगा नदी को निचले, मध्य और अगले भागों में बाँट दिया है,
भूजल प्रबन्धन मार्गदर्शिका
Posted on 06 Oct, 2015 12:35 PM भाग -1

भूजल का महत्व


जल चक्र

जल क्षति रोकते हैं ‘वाटर कॉप’
Posted on 05 Oct, 2015 10:56 AM

शहर में प्रति व्यक्ति पानी की दैनिक खपत 446 लीटर है जो जर्मनी की 120 लीटर खपत से तीन गुणा अधिक

प्रदूषित झील पर अदालत ने जताई नाराजगी
Posted on 05 Oct, 2015 09:41 AM

मनोज कुमार की जनहित याचिका पर सुनवाई कर रही थी। याचिका में कहा गया है कि तुगलकाबाद किले के निकट

मिट्टी और बालू की जगह अब फ्लाईएश
Posted on 05 Oct, 2015 09:31 AM उपजाऊ मिट्टी और जलीय जीवों को बचाने के लिए एनजीटी ने उठाया कदम
उत्तराखण्ड में धारे-नौले थे कभी जीवन और जीवन-दर्शन भी
Posted on 03 Oct, 2015 03:09 PM जीव-जगत के लिये जल के महत्त्व के बारे में लिखने की आवश्यकता नहीं है। प्राणवायु ऑक्सीजन के पश्चात जल सबसे महत्त्वपूर्ण है। ऑक्सीजन के बिना तो जीवन कुछ पल के बाद ही समाप्त हो जाता है। और, जल के बिना भी जीवन अधिक समय तक नहीं रह सकता है। यह तो रही जीवमात्र की बात, पर मनुष्य के लिये तो जल जीवन के साथ-साथ पूरा जीवन-दर्शन भी हैं।

इसीलिये विभिन्न जीवन-पद्धतियों में जल का सांस्कृतिक और सामाजिक महत्त्व ही नहीं बल्कि धार्मिक माहात्म्य भी है। भारतीय संस्कृति में तो आज भी जल को ईश्वर के रूप में देखा जाता है। युगों-युगों से भारतीय जल-दर्शन व्यवहार में है और उसके अनेक रूप हैं। जीवन-शैलियों और संस्कृतियों का स्वरूप गढ़ने में जल की अत्यन्त महत्त्वपूर्ण भूमिका रही है।
आर्सेनिक के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल और उनके जवाब - Frequently Asked Questions (FAQs) on Arsenic
Posted on 03 Oct, 2015 10:18 AM
.आर्सेनिक क्या है?
आर्सेनिक (As) एक गंधहीन और स्वादहीन उपधातु है जो ज़मीन की सतह के नीचे प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है। यह रसायन-विज्ञान पीरियोडिक टेबल में नाइट्रोजन, फास्फोरस, एंटीमनी और बिस्मथ सहित ग्रुप VA का सदस्य है। इसका परमाणु क्रमांक (एटोमिक नंबर) 33 है और परमाणु भार (एटोमिक मास) 74.91 है।

प्रकृति में आर्सेनिक किन-किन रूपों में उपलब्ध है?
आर्सेनिक और इसके यौगिक रवेदार (क्रिस्टेलाइन), पाउडर और एमोरफस या काँच जैसी अवस्था में पाये जाते हैं। यह सामान्यतः चट्टान, मिट्टी, पानी और वायु में काफी मात्रा में पाया जाता है। यह धरती की तह का प्रचुर मात्रा में पाए जाना वाला 26वाँ तत्व है।
गेहूँ सघनीकरण विधि अपनाओ, उत्पादन बढ़ाओ
Posted on 01 Oct, 2015 11:53 AM
1980 के दशक में फ्रांसीसी पादरी हेनरी डे लाउलानी ने मेडागास्कर में धान के ऊपर महत्त्वपूर्ण प्रयोग किया, जिसको धान सघनीकरण पद्धति (श्री विधि) नाम दिया गया। पिछले एक दशक में इस विधि का काफी प्रचार प्रसार हुआ है। इसके लाभदायक परिणामों की वजह से इस विधि का प्रयोग अन्य फसलों में भी होने लगा है, जैसे गेहूँ, मड़ुआ, राजमा, बैगन आदि सब्जी के फसलों में भी होने लगा है। अब इस पद्धति को ‘फसल सघनीकरण’
Wheat
स्वच्छ भारत अभियान
Posted on 01 Oct, 2015 10:01 AM

स्वच्छता दिवस, 02 अक्टूबर 2015 पर विशेष

Clean India Movement
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