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भारत
विनाश और विकास | Development or Destruction
Posted on 04 Jan, 2024 01:31 PMकेरल के विझिंजाम में निर्माणाधीन बंदरगाह को लेकर विरोध जारी है। सरकार का दावा है कि यह बंदरगाह 'भारत का सिंगापुर' साबित होगा, जिससे राज्य में समृद्धि आएगी। पर्यावरण विज्ञानियों और अर्थशास्त्रियों का अध्ययन कुछ और ही कहता है। जितने भी भारतीय राज्यों को मैं जानता हूं, उनमें केरल में नागरिक समाज संगठन सबसे अधिक सक्रिय हैं, जो सरकारों और राजनीतिक पार्टियों के हस्तक्षेप से परे स्वतंत्र रूप से फलते-फ
![विनाश और विकास | Development or Destruction](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-01/Vikas%20aur%20vinash%20%28100%29.jpeg?itok=XfJL05K6)
सौरा नदी रह गई मैली | Causes of pollution of river Saura
Posted on 04 Jan, 2024 01:03 PMप्रमंडलीय मुख्यालय के शहर को दो हिस्सों में बांटने वाली सौरा नदी का सिकुड़ता आकर और इसमें बढ़ता प्रदूषण आने वाले दिनों में तबाही का संकेत दे रहा है. शहर से गुजरने वाली यह अब अकेली नदी बची है, जिसे प्रदूषण से बचाने की जरूरत महसूस की जा रही है। मगर, विडंबना है कि प्रदूषण से मैला होते नदी के पानी पर नियंत्रण की पहल नहीं हो रही है।
![सौरा नदी रह गई मैली](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-01/ganga%20.jpeg?itok=_TWt6vIy)
अर्घ्यम द्वारा दिल्ली में "Water track at Livelihoods India Summit” का आयोजन
Posted on 03 Jan, 2024 05:27 PMपिछले कई सालों से जल एवं पर्यवारण पर काम करनीं वाली संस्था अर्घ्यम दिल्ली में 17-18 जनवरी को "Water track at Livelihoods India Summit” का आयोजन करने जा रही है। जिसमें जल और उसके आयामों में काम करने वाले सरकारी तंत्र के वर्कर, उनकी आजीविका बातचीत के केंद्र में होगा। जो एक तरह से स्वास्थ्य सेक्टर के आशा-वर्कर की तरह या जैसा है,यानि जल सेक्टर में भी कोई इंसेंटिव-नियमित-प्रशिक्षित वर्कर हो जो कि आ
![Water track at Livelihoods India Summit का आयोजन](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-01/Summit%20.jpeg?itok=DFZdTSZ2)
जल की अग्निपरीक्षा
Posted on 03 Jan, 2024 12:16 PMमुझे नहीं लगता कि हम कभी पानी के लिए युद्ध लड़ेंगे या शहरों से पानी पूर्णतया खत्म हो जाएगा या फिर हमारे पास पीने योग्य पानी नहीं बचेगा। हालांकि मैं यह भी स्वीकार करती हूं कि हमारे देश में पानी की कमी का भीषण और गंभीर संकट दिन प्रतिदिन गहराता जा रहा है। लगातार बढ़ती आबादी वाले शहरों और उद्योगों की बढ़ती संख्या पानी के अंधाधुंध उपभोग के लिए जिम्मेदार है। जलवायु परिवर्तन इस संकट की एक नई कड़ी के र
![जल की अग्निपरीक्षा](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-01/Jal%20ki%20agani%20pariksha%20.jpeg?itok=YlfVWDbW)
छोटे-छोटे प्रयासों से करें पर्यावरण की रक्षा
Posted on 02 Jan, 2024 04:56 PMआज के दौर में यदि सबसे बड़ी समस्या के बारे में बात की जाए तो वह ग्लोबल वॉर्मिग है, जिससे पृथ्वी का तापमान निरंतर चढ़ता ही जा रहा है और यह हर किसी की जिम्मेदारी है कि पर्यावरण को बचाया जाए। लोगों में पर्यावरण के प्रति जागरुकता फैलाने के लिए हर साल 5 जून को पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। सही मायने में देखा जाए तो महिलाएं पर्यावरण बचाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सकती है, यूं भी किसी भी योगदान की
![छोटे-छोटे प्रयासों से करें पर्यावरण की रक्षा](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-01/Protect%20trees%20%20jpeg.jpeg?itok=hEpWV-oh)
क्या आपका मेकअप ईको-फ्रेंडली है
Posted on 01 Jan, 2024 12:44 PMप्राचीन काल में महिलाएं सजने-संवरने के लिए कुदरती चीजों का ही उपयोग किया करती थीं परंतु आज के आधुनिक दौर में तरह-तरह के मेकअप प्रोडक्ट्स बाजार में उपलब्ध हैं। हालांकि, इनमें से कुछ ईको फ्रैंडली होने का दावा करते हैं परंतु अनेक हमारे पर्यावरण को ही नहीं, त्वचा को भी बहुत हानि पहुंचाते हैं। वैसे आप चाहें तो ईको फ्रेंडली मेकअप को भी आसानी से अपना सकती हैं जिनसे त्वचा को किसी प्रकार के कैमिकल के नु
![मेकअप ईको-फ्रेंडली](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-01/ecofriendly.jpeg?itok=pe-uWtQP)
अनेक रूपों में मौजूद है बांस | Bamboo Characteristics & Uses
Posted on 01 Jan, 2024 12:18 PMसदियों पुरानी घास की प्रजाति बांस सिर्फ वंश बढ़ने का आशीर्वाद ही नहीं देता, दूसरे पौधे को कटने से भी बचाता है। मांगलिक कार्यों के गवाह बनने वाले बांस की खेती अब आधुनिक तकनीक के साथ मिलकर कई नए रूपों में सामने आ रही है। बांसुरी तो बजती ही हैं, इस खेती ने रोजगार के कई और राग भी छेड़े हैं।
![अनेक रूपों में मौजूद है बांस](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-01/bamboo%20tree.jpeg?itok=GmGSiAer)
हरनंदी में प्रदूषण रोकने में असमर्थ अफसरों पर केस दर्ज हो
Posted on 01 Jan, 2024 11:35 AMहरनंदी में प्रदूषण को रोकने में नाकाम जिम्मेदार अधिकारी अब सीधे कानूनी कार्रवाई की जद में आएंगे। राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण (एनजीटी) ने एक याचिका पर सुनवाई करते हुए उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (यूपीपीसीबी) को इसके निर्देश दिए हैं।एनजीटी ने आदेश में कहा कि हरनंदी के प्रवाह क्षेत्र में आने वाले सात जिलों के स्थानीय निकायों अभिष्ट कुसुम गुप्ता की याचिका पर सुनवाई करते हुए राष्ट्रीय हरित न्
![हरनंदी में प्रदूषण रोकने में असमर्थ अफसरों पर केस दर्ज हो](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-01/harnanadi.jpeg?itok=f6y65Vxr)
भूजल में आर्सेनिक, फ्लोराइड के विषाक्तता मामले पर एनजीटी का राज्यों, केंद्रशासित प्रदेशों को नोटिस
Posted on 30 Dec, 2023 02:13 PMभूजल में आर्सेनिक और फ्लोराइड जैसे जहरीले तत्वों की मौजूदगी, मानव शरीर पर गंभीर विषाक्त प्रभाव डालती है, केंद्रीय भूजल प्राधिकरण (सीजीडब्ल्यूए) ने स्वीकार भी किया है, लेकिन कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया गया है। इस मुद्दे पर दिनांक 30.11.2023 को हिंदुस्तान ने समाचार प्रकाशित किया था, समाचार का शीर्षक था “25 राज्यों के भूजल में आर्सेनिक, 27 राज्यों में फ्लोराइड पाया गया: सरकार।” एनजीटी ने इस मीडिया
![भूजल में आर्सेनिक,फ्लोराइड जैसे जहरीले तत्व](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-12/OIG%20-%202023-12-30T142711.500.jpeg?itok=YLaU9zK4)