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मौसम विज्ञान से संबंधित डाटा
Posted on 19 Sep, 2008 11:00 AM मेट डाटा (Met Data)

आपके क्षेत्र में पिछली सबसे अच्छी बारीश कब हुई थी? आपके तालुका में पिछले कुछ सालों में औंसत तापमान कितना रहा है? क्या आप जानना चाहते हैं कि आपके क्षेत्र का जल का संतुलन कितना है? पिछले 100 सालों में वैज्ञानिक अभ्यास के द्वारा प्राप्त की गई मौसम की जानकारी में से ऐसे ही कुछ प्रश्नों का उत्तर ढूँढ़े।मौसम से संबंधित जानकारी ढूँढ़े।
संगठन
Posted on 19 Sep, 2008 10:25 AM

संस्थायें(Organisations)

रोज 4000 की जान लेता है दूषित पानी
Posted on 17 Sep, 2008 08:40 AM एजेंसी / सिंगापुर/ प्रदूषित पानी पीने से होने वाली बीमारियों के कारण दुनियाभर में रोजाना 4000 लोगों की मौत हो जाती है। यदि सरकारों ने जल आपूर्ति व्यवस्था को साफ-सुथरा बनाने के ठोस उपाय नहीं किए तो प्रदूषित जल से इस साल करीब 16 लाख लोगों की मौत हो जाएगी। यह चेतावनी विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने सोमवार को जारी एक रिपोर्ट में दी है।
बिन पानी सब सून
Posted on 17 Sep, 2008 08:32 AM पूनम गुजरानी/ पाश्चात्य देशों में टायलेट वॉटर पर शोध की विस्तृत कार्य-योजना चल रही है ताकि उसे पीने योग्य बनाया जा सके।
बाल वाटिका
Posted on 14 Sep, 2008 12:56 PM

जल क्या है ?

जल ही जीवन है । आप भोजन के बिना एक माह से अधिक जीवित रह सकते हो, परन्तु जल के बिना आप एक सप्ताह से अधिक जीवित नहीं रह सकते । कुछ जीवों (जैसे जैली फिश) में उनका 90 प्रतिशत से अधिक शरीर का भार जल से होता है । मानव शरीर में लगभग 60 प्रतिशत जल होता है - मस्तिष्क में 85 प्रतिशत जल है, रक्त में 79 प्रतिशत जल है तथा फेफड़ों में लगभग 80 प्रतिशत जल होता है ।

बूंद
बेसिन-वार जल उपलब्धता
Posted on 11 Sep, 2008 01:22 PM

भारत अनेक नदियों और पहाड़ों का देश है। लग भग 329 मिलियन हैक्टेयर के इसके भौगोलिक क्षेत्र में अनेक छोटी-बड़ी नदियां प्रवाहित हो रही हैं जिसमें से कुछ नदियां विश्र्व की सर्वाधिक विशाल नदियों के रूप में गिनी जाती हैं। भारत की सांस्कृतिक उन्नति, धार्मिक और आध्यात्मिक जीवन में नदियों और पहाड़ों का बहुत अधिक महत्व है।

जल संसाधन
नदियां
Posted on 11 Sep, 2008 12:30 PM भारत में नदियों की भरमार है। 252.8 मिलियन हैक्टेयर (एमएचए) के आवाह क्षेत्र सहित 12 नदियां वृहद नदियों के रूप में वर्गीकृत हैं। वृहद नदियों में गंगा-ब्रह्मपुत्र मेघना प्रणाली, जिसका आवाह क्षेत्र लगभग 110 मिलियन हैक्टेयर है जो कि देश की सभी वृहद नदियों के आवाह क्षेत्र के 43 प्रतिशत से बढ़ कर है सबसे विशाल प्रणाली है।
कृषि-जलवायु क्षेत्र
Posted on 11 Sep, 2008 12:26 PM कृषि अर्थव्यवस्था के क्षेत्रीकरण सम्बन्धी पूर्व अध्ययनों की जांच करने के बाद योजना आयोग ने यह सिफारिश की कि कृषि-आयोजना कृषि-जलवायु क्षेत्रों के आधार पर तैयार की जानी चाहिए। संसाधन विकास के लिए देश को कृषि-जलवायु विशेषताओं, विशेष रूप से तापमान और वर्षा सहित मृदा कोटि, जलवायु और जल संसाधन उपलब्धता के आधार पर स्थूलतः निम्नानुसार पंद्रह कृषि जलवायु क्षेत्रों में बांटा गया हैः
तापमान
Posted on 11 Sep, 2008 12:15 PM तापमान में भिन्नताएं भी भारतीय उप-महाद्वीप की विशेष पहचान है। नवम्बर से फरवरी तक के सर्दियों के महीनों के दौरान देश के अधिकांश हिस्से में महाद्वीपी हवाओं के कारण तापमान में दक्षिण से पश्चिम की तरफ गिरावट आ जाती है।
वर्षा
Posted on 11 Sep, 2008 12:11 PM भारत में वर्षा दक्षिण-पश्चिम और उत्तर-पूर्वी मानसून की घटती-बढ़ती मात्रा, उथले चक्रवातीय अवनमन और विक्षोभ तथा तेज स्थानीय तूफानों पर निर्भर करती है जो ऐसे क्षेत्रों का निर्माण करते हैं जिनमें समुद्र की ठंडी नमीदार बयार पृथ्वी से उठने वाली गरम सूखी बयार से मिलती है और तूफानी स्थिति को प्राप्त होती है। भारत में (तमिलनाडु को छोड़कर) अधिकांश वर्षा जून से सितम्बर के बीच दक्षिण-पश्चिम मानसून के कारण होत
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