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जल घोषणापत्र बनाकर करें नये साल का आगाज
Posted on 05 Jan, 2012 03:41 PM

महान गुरु गुरुनानक जी ने जिस नदी के किनारे बैठकर तप किया था, वह ही सूखने के कगार पर है। पंचनद

tehri dam landslide
शेखावाटी के किसानों को मोरारका फाउंडेशन की देन: कम पानी और मिट्टी के बिना खेती कैसे करें
Posted on 04 Jan, 2012 05:06 PM

विदेशी तरीके से बने वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को लगाने में 50-60 लाख रुपये का खर्च आता है, जबकि मो

ज्यादा कारगर साबित हुए हैं छोटे बांध
Posted on 04 Jan, 2012 12:59 PM

बड़े बांधों से जुड़े विवादों की अंतहीन श्रृंखलाओं को देखते हुए इनकी जगह छोटे बांध प्रासंगिक बन

शौचालय के विकल्प
Posted on 03 Jan, 2012 01:00 PM वर्तमान में सेनिटेशन अपने आप में एक बड़ा मुद्दा बना हुआ है। लाखों लोगों को सेनिटेशन की बेसिक सुविधाए तक उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं जिसके चलते हवा-पानी और पर्यावरण सब कुछ प्रदूषित हो रहा है। स्थानीय जरूरतों के अनुसार कम से कम लागत में शौचालय कैसे बनाएं यही बताने का प्रयास प्रस्तुत पुस्तिका में किया गया है.....
शौचालय के विकल्प
जल, जंगल, जमीन से उपजी मेधा
Posted on 31 Dec, 2011 11:57 AM

आदिवासी नेतृत्व के सामने दूसरा मार्ग अपने को गैर आदिवासी से काट लेने का है। यह रास्ता उग्रवाद

हिमालय की पुकार
Posted on 29 Dec, 2011 01:28 PM

इन सब हालात पर दुनिया भर में विकल्पों की तलाश, सरकारी पहल और योजनाओं पर बहस होती है। पिछले एक

जल की शुद्धिकरण में आधुनिक प्रौद्योगिकी की प्रांसगिकता
Posted on 28 Dec, 2011 05:32 PM
यह सर्वविदित और अकाट्य सत्य है कि हवा के बाद पानी ही मनुष्य की सर्वाधिक महत्वपूर्ण आवश्यकता है। हमारे देश में पानी की समस्या बाकी विकासशील देशों की तुलना में ज्यादा नाजुक है। जल प्रदूषण के पीछे औद्योगिकीकरण का हाथ तो है ही, साथ ही बढ़ती जनसंख्या भी जिम्मेदार है।
विभिन्न जलवायु परिवर्तन के अंतर्गत जल संसाधन निर्धारम के लिए वितरित बेसिन स्केल निदर्श
Posted on 28 Dec, 2011 05:23 PM जलवायु परिवर्तन के पूर्वानुमान के अनुसार निकट भविष्य ने तापमान में वृद्धि एवं वर्षण अभिलक्षणों में परिवर्तन को संभावना है जिसके कारण जल चक्र के विभिन्न घटकों पर प्रभाव पड़ेगा। इसके फलस्वरूप समय एवं स्थान में जल की उपलब्धता में परिवर्तन आयेगा। जल संसाधनों पर जलवायु परिवर्तन के प्रभावों के कारण उत्पन्न खतरों से निपटने के लिए तथा अनुकूल युक्तियों का विकास करने के लिए यह महत्वपूर्ण हो जाता है कि बेसिन
गंगा स्वच्छता अभियान: आज तक
Posted on 28 Dec, 2011 05:04 PM इस अभिभाषण में 1985 में गंगा की सफाई को लेकर आरंभ हुई ‘गंगा कार्य योजना’ ‘केंद्रीय गंगा प्राधिकरण’ के गठन से लेकर आज तक इस दिशा में हुई प्रगति की समीक्षा की गई है, कार्य योजना की परिणतियों और निष्पत्तियों पर विमर्श भी किया गया है। योजना की खामियों को लेकर पर्यावरण एवं वन मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की विवेचना की गई है और भारत सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्यों की रूपरेखा भी प्रस्तुत की
जीवनदायिनी गंगा अब मैली हो रही है
जल संसाधन के क्षेत्र में समस्थानिक तकनीकों का प्रयोग-एक नवीन युक्ति
Posted on 28 Dec, 2011 04:55 PM
समस्थानिक ऐसे तत्वों के परमाणु होते हैं जिनकी परमाणु संख्या समान होती है लेकिन परमाणु भार भिन्न होते हैं। समस्थानिक रेडियोएक्टिव एवं स्थायी प्रकृति के हो सकते हैं। आजकल, पर्यावरणीय समस्थानिक (स्थायी एवं रेडियोएक्टिव) का जल विज्ञानीय अन्वेषणों के लिए काफी उपयोग हो रहा है। समस्थानिक जलविज्ञान जल संसाधन विकास एवं प्रबंधन में ट्रेसर्स के अनुप्रयोग का विज्ञान है।
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