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प्राकृतिक आपदा
प्राकृतिक आपदा से हार क्यों बार-बार
Posted on 22 Sep, 2011 10:44 AMजब आपदाओं के प्रति हम सब गंभीर और जागरूक होंगे। प्राकृतिक आपदाओं के प्रति जागरूकता के लिए 13 अक
भूकंप में कितने सेफ हैं आपके घर
Posted on 19 Sep, 2011 11:52 AMसिक्किम में रविवार शाम को आए भूकंप से जान-माल का जबर्दस्त नुकसान हुआ। ऐसे में दिल्ली एनसीआर के लोगों के मन में यह कशमकश है कि नया फ्लैट खरीदते या प्लॉट पर मकान बनाते हुए वे किन बातों का ध्यान रखें कि भूकंप के झटकों का उनके घर पर कोई असर न हो। एक्सपर्ट्स से बात करके पूरी जानकारी दे रहे हैं अमित कुश :
भूकंप
Posted on 17 Sep, 2011 12:40 PMभूकंप प्राकृतिक आपदा का सर्वाधिक विनाशकारी रूप माना जाता है। इसके कारण व्यापक तबाही और मानव जीवन की भारी क्षति होती है। लोग भारी संख्या में हताहत होते हैं। आमतौर पर इसका प्रभाव अत्यंत व्यापक क्षेत्र में महसूस किया जाता है लेकिन इनका परिणाम कितना भी भयावह क्यों न होता हो, साथ ही यह भी सत्य है कि इनके आने की संभावना कम होती है। इसलिए भूकंप आने के बाद उसके प्रभावों का सामना करने की कार्रवाई बिना किसीहिमाचल:असामान्य बर्फबारी और बारिश से लोगों में दहशत का माहौल
Posted on 09 Mar, 2024 12:43 PMहिमाचल शब्द संस्कृत के दो शब्दों हिमा (बर्फ) और अचला (पर्वत) से बना है, जिसका अर्थ है बर्फीले-पहाड़ या बर्फीली-श्रृंखला। इसी प्रकार हिमालय शब्द हिमा और आलय (निवास) से बना है, जिसका अर्थ है घर या बर्फ का निवास।
नैनीताल भू-स्खलन: विशेष सिविल अधिकारी की रिपोर्ट
Posted on 02 Mar, 2024 03:24 PMशेर-का-डांडा पहाड़ी के 18 सितंबर, 1880 के भू-स्खलन के बाद इस क्षेत्र में तैनात विशेष सिविल अधिकारी मिस्टर एच. सी. कोनीबीयरे, ( ई.एस.क्यू.सी. एस.) ने 11 अक्टूबर, 1880 को नॉर्थ वेस्टर्न प्रोविंसेस एण्ड अवध के सचिव को भू-स्खलन के बारे में एक विस्तृत रिपोर्ट भेजी। इस रिपोर्ट का हिन्दी भावार्थ निम्न प्रकार थाः-
अफगानिस्तान से दिल्ली तक भूकम्प बड़ी तबाही का सिग्नल तो नहीं!
Posted on 18 Dec, 2023 12:33 PMदिल्ली -एनसीआर, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान सहित उत्तर भारत के लगभग सभी राज्यों में 3 अक्टूबर के बाद से बार-बार भूकम्प के झटके महसूस किए जा रहे हैं। 3 अक्टूबर की दोपहर को तो भूकम्प के जोरदार झटके महसूस किए गए थे, जिसका केन्द्र नेपाल के बझांग जिले में था। उत्तर भारत में उस दौरान लगातार दो बार धरती कांपी थी। हालांकि भारत में भूकम्प के उन झटकों से जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ था ले
भूकंप कब आता है और क्यों आता है? (When does an earthquake occur and why does it occur? In Hindi)
Posted on 23 Nov, 2023 12:40 PMलातूर और उस्मानाबाद जिलों में तीस सितम्बर 1993 को प्रातः का समय अचानक धरती के थरथरा उठने से वहां के निवासियों पर जो कहर ढला, उससे अभी तक वहां के निवासी उबर नहीं पाये हैं। इसके पूर्व 20 अक्टूबर 1991 को उत्तरकाशी तथा निकटवर्ती जिलों में प्रकृति की यह विनाश लीला देखने को मिली थी। इस भयंकर विनाश का कारण था - भूकम्प, जिसने देश के विभिन्न भागों को झकझोर दिया था।
हिमालय के गढवाल क्षेत्र की प्राकृतिक आपदाऐं
Posted on 17 Nov, 2023 03:02 PMप्राकृतिक संसाधनों के अन्धाधुंध दोहन ने हिमालय के अस्तित्व को संकट में डाल दिया है। विभिन्न अध्ययनों से पता चलता है कि हिमालय का अपरदन तेज हो रहा है। भूस्खलनों की संख्या बढ़ रही है, बाढ़ों का क्रम तेज हो रहा है। जिससे न सिर्फ हिमालय के निवासियों अपितु मैदानी क्षेत्रों पर भी इसका अत्यधिक प्रभाव पड़ रहा है। मैदानी क्षेत्रों में बाढ़ों तथा जल में गाद के घनत्व में अप्रत्याशित वृद्धि ने खेतों, नहरों
नेपाल भूकंप (Nepal Earthquake In Hindi )
Posted on 13 Oct, 2023 03:34 PMऐसा माना जाता है कि भगवान शिव जब अपना तीसरा नेत्र खोलते हैं तो तवा मच जाती है। नेपाल में भूकंप की तस्वीरें देखकर तो यही लगता कि शिव ने अपना तीसरा नेत्र खोल दिया है। पशुपतिनाथ शिव ने अपना तीसरा नेत्र खोला और देखते ही देखते पूरा इलाका मानो शान बन गया। नेपाल में दसों हज़ार लोगों के मरने की आशंका हजारों लोग जख्मी है। मौत के इस सन्नाटे की पूरी दुनिया में है। लोग खौफ में हैं, दहशत में हैं और जीने की
हिमालयी नदियों द्वारा बढ़ती तबाहीः कारण तथा निवारण (Increasing Devastation by Himalayan Rivers: Reasons and Remedy)
Posted on 17 Jul, 2023 01:14 PMप्रस्तावना
हिमालय पृथ्वी का सबसे युवा तथा कच्चा पर्वत है। इसलिए यह प्राकृतिक आपदाओं के लिहाज से बेहद संवेदनशील है। हिमालय में जो नदियां बहती हैं वो अपने साथ गाद लेकर आती हैं। इस कारण यहां नालों तथा छोटी नदियों का निश्चित मार्ग नहीं है वो अक्सर अपना रास्ता बदलते हैं। भारी बारिश हिमालयी क्षेत्र में मौसम का सामान्य हिस्सा है। भूस्खलन और बाढ़ पहले भी पहाड़ों पर आते