मनरेगा

नरेगा और कन्वर्जेंस
Posted on 21 Mar, 2011 12:25 PM

प्रस्तुत एपिसोड में नरेगा के साथ विभिन्न योजनाओं का जुड़ाव के बारे में बताया है। सरकार द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों का नरेगा के साथ कन्वर्जेंस कैसे हो सकता है और इससे सरकार, समाज और कार्यकर्ताओं को कैसे लाभ हो सकता है जानने के लिये सुनिये-

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नरेगा और सोशल ऑडिट
Posted on 21 Mar, 2011 11:44 AM

मनरेगा के पारदर्शिता और जवाबदेही समूह के सदस्य शेखर सिंह की जुबानी- मनरेगा में सोशल ऑडिट की कहानी। शेखर सिंह यहां अपनी बातचीत में राजस्थान और आंध्र प्रदेश के सोशल ऑडिट के बारे में बता रहे है।

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नरेगा में जिम्मेदार व्यक्ति
Posted on 21 Mar, 2011 11:18 AM

नरेगा में कौन क्या है

 

केंद्र –

ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार

 

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प्रतिबद्ध पत्रकार बड़ा बदलाव ला सकते हैं
Posted on 07 Mar, 2011 09:47 AM

1. झारखंड की स्थापना का एक दशक पूरा हुआ। झारखंड के बारे में आपका मूल्यांकन क्या कहता है ?

मनरेगा पर नहीं रहा मेहरबान बजट
Posted on 03 Mar, 2011 10:17 AM

जब 2009 के आम चुनावों में जीत हासिल कर संप्रग दोबारा सत्ता में लौटी तो कई राजनीतिक विश्लेषकों ने इस गठबंधन की जीत का बड़ा कारण राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना लागू किया जाना माना था।

महिलाएं और मनरेगा
Posted on 22 Feb, 2011 03:34 PM

जिन राज्यों में गरीबी अधिक है वहां उम्मीद की जा रही थी कि मनरेगा के अंतर्गत महिलाओं की भागीदारी में बढ़ोत्तरी होगी। लेकिन वास्तविकता यह है कि जिन राज्यों में अत्यधिक गरीबी है वहां पर महिलाएं मनरेगा में कम भागीदारी कर रही हैं। वहीं दूसरी ओर जिन राज्यों में वर्तमान में कुल श्रमशक्ति में महिलाओं की संख्या कम है वहां पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व आश्चर्यजनक रूप से बढ़ा है।

राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारण्टी योजना के तहत क्षेत्र पंचायत फतेहपुर चौरासी, जिला उन्नाव, द्वारा विकास कार्यों का मूल्यांकन
Posted on 16 Feb, 2011 12:06 PM त्रिस्तरीय पंचायत राज व्यवस्था में ग्राम पंचायतों की भांति क्षेत्र पंचायत की भी विकास कराने में अहम भूमिका होती है। क्षेत्र पंचायत में प्रति वर्ष लाखों रूपयों का बजट आता है जिससे क्षेत्र पंचायत के अंदर बड़े-बड़े कार्य कराये जाते हैं। ग्राम पंचायतों में सामाजिक अंकेक्षण से लेकर अन्य निगरानी ग्रामीण करते हैं परन्तु क्षेत्र पंचायत पर किसी का ध्यान नहीं जाता। फतेहपुर चौरासी विकास खण्ड के बीस वर्षों के
मनरेगा की पांच साल की यात्रा
Posted on 14 Feb, 2011 10:26 AM

गरीबी, बेरोजगारी और पलायन से त्रस्त ग्रामीण भारत में राहत का संदेश लेकर आए महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी कानून (मनरेगा) ने पांच साल पूरे तो कर लिए हैं, पर सरकार मनरेगा में पारदर्शिता एवं इसकी खामियों को अब तक दूर नहीं कर सकी है और इस पर चिंतित दिखती है।

मनरेगा और पानी
Posted on 07 Jan, 2011 09:56 AM

बीते तीन सालों से तमाम आशंकाओं और अटकलों के बीच देश में ठीक-ठाक बारिश होती रही है। औसत बारिश का 78 प्रतिशत, जैसा कि विशेषज्ञ बताते हैं। दैनिक ज़रूरतों और दूसरे कामों के लिए हमें जितना पानी चाहिए, उससे दोगुनी मात्रा में पानी बरस कर जल- संकायों एवं धरती के गर्भ में जमा हो रहा है। वर्ष 2009 की सबसे अच्छी बात यह रही कि जब सौ सालों की अवधि में इस दौरान चौथा भयंकर सूखा पड़ने की आशंका बन रही थी तब सरक

मनरेगा 2010: सरकार की कछुआ चाल
Posted on 29 Dec, 2010 01:07 PM

अंग्रेजी में एक कहावत है कि चीजें जितनी बदलती हैं, वो उतनी ही पहले जैसी बनी रहती हैं। ऐसा ही कुछ महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी कानून (मनरेगा) के सिलसिले में है। यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अपना पूरा समर्थन दिया है, दो कांग्रेस मुख्यमंत्रियों ने प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखी है, एक हाई कोर्ट (आंध्र प्रदेश) ने फैसला दिया है कि मौजूदा वेतन दर न्यूनतम मजदूरी कानून 1948का उल्लंघन है- इसके बा

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