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जलवायु परिवर्तन
पर्वतीय क्षेत्रों पर जलवायु परिवर्तन के प्रभाव
Posted on 17 Jul, 2023 04:45 PMवन पर्वतीय पारिस्थितिक तंत्र के अभिन्न अंग हैं। हाल ही के कुछ वर्षो में भारतीय पर्वतीय प्रदेश से दावानलों की संख्या में वृद्धि देखी गयी है। जंगलों की आग की घटनाओं में वृद्धि भी जलवायु परिवर्तन के साथ जुड़े हुये प्रमुख बदलावों में से एक है । जंगलों की आग की आवृत्ति, परिमाण, तीव्रता, प्रकार आदि वनों की संरचना और प्रकार के अलावा स्थानीय मौसम और जलवायु पर भी निर्भर करती है । इन सब के अलावा जलवायु प
![पर्वतीय क्षेत्रों पर जलवायु परिवर्तन के प्रभाव,फोटो क्रेडिट :-IwpFlicker](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-07/climate%20change_0.png?itok=Wz7jIPXI)
प्रकृति का बढ़ता प्रकोप : कारण एवं निवारण (Increasing Fury Of Nature:Causes & Remedies)
Posted on 17 Jul, 2023 11:55 AMप्रकृति का बढ़ता प्रकोप : कारण एवं निवारण
प्रकृति अथवा 'Nature' जिसमें ब्रह्मांड समाया हुआ है। हमारी पृथ्वी इस अनादि अनन्त ब्रह्माण्ड का एक ऐसा पिण्ड है जो खगोलीय अन्य पिण्डों की भाँति ही अपने पर लगाने वाले मूलभूत बलों के प्रभव से प्रभावित होती रहती है। पृथ्वी पर इसके बाहरी पिण्डों एवं स्थितियों के प्रभाव के फलस्वरूप विद्युत चुम्बकीय एवं गुरुत्वीय बलों में परि
![प्राकृतिक आपदा,PC-विकिपीडिया](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-07/images.jpg?itok=u9I2rNTT)
पर्यावरणीय चेतना
Posted on 17 Jul, 2023 11:33 AMआज का युग पर्यावरणीय चेतना का युग है। हर व्यक्ति अपने पर्यावरण के प्रति चिंतित है। ज्ञान और विज्ञान की हर शाखा के विद्वान, चिन्तक पर्यावरण की सुरक्षा और संचालन के प्रति जागरूक हैं। आज हर व्यक्ति स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त पर्यावरण में रहने के अपने अधिकारों के प्रति सजग होने लगा है और अपने दायित्वों को समझने लगा है। पर्यावरण का अर्थ है- परि + आवरण, परि अर्थात चारों ओर आवरण अर्थात ढका हुआ वे सारी स्
![हमारा पर्यावरण,PC-विकिपीडिया](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-07/Hopetoun_falls.jpg?itok=eMZqpGVy)
हरित धारा से ही जलवायु परिवर्तन पर नियंत्रण संभव
Posted on 12 Jul, 2023 02:32 PMमौसम की मार झेलते किसान एक बार और आस खो चुके हैं. खरीफ फसलों की तैयारी बेकार हो गई है. उप्र, बिहार, झारखंड सहित अन्य राज्यों की खेती चौपट होती जा रही है. किसानों के चेहरे पर मायूसी के बादल साफ दीख रहे हैं. गांवों में किसान इंद्रदेव को प्रसन्न करने के लिए प्रार्थनाएं कर रहे हैं.
![जलवायु परिवर्तन पर नियंत्रण,फोटो क्रेडिट :- चरखा फीचर](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-07/%E0%A4%9C%E0%A4%B2%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%AF%E0%A5%81%20%E0%A4%AA%E0%A4%B0%E0%A4%BF%E0%A4%B5%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%A4%E0%A4%A8%20%E0%A4%AA%E0%A4%B0%20%E0%A4%A8%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A4%82%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%A3%20pic%202.jpg?itok=fvFrcM9D)
मानसून सत्र की शुरुआत में आफत की बारिश, जलवायु परिवर्तन के कारण
Posted on 11 Jul, 2023 02:09 PMबारिश की आमद गर्मी से राहत देने के लिए जानी जाती थी। मगर अब, यह राहत बन रही है आफत। भारत में चरम मौसम की घटनाओं में वृद्धि का पैमाना हर गुजरते साल के साथ नई ऊंचाई छू रहा है। साल 2023 की शुरुआत अगर सर्दी की जगह अधिक गर्मी के साथ हुई, तो फरवरी में तापमान ने 123 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया। आगे पूर्वी और मध्य भारत में अप्रैल और जून में उमस भरी गर्मी की संभावना जलवायु परिवर्तन के कारण 30 गुना अधिक
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दरवाजे तक पहुंचा जलवायु परिवर्तन का प्रभाव अब सिर्फ बात करने से नहीं बनेगी बात
Posted on 10 Jul, 2023 12:56 PMकुछ माह पहले तक जोशीमठ के धंसते जाने की खबर देशव्यापी चर्चा का विषय थी, अब न्यूयॉर्क के निरंतर धंसते जाने की खबर विश्वव्यापी चर्चा का विषय है। एक रिपोर्ट में बताया गया है कि न्यूयॉर्क शहर धीरे-धीरे डूब रहा है और इसकी गगनचुंबी इमारतें इसे नीचे ला रही हैं। न्यूयॉर्क की ऊंची और लंबी इमारतें आसपास के पानी स्त्रोतों के पास वसती जा रही हैं। इस प्रक्रिया को अवतलन कहा जाता है। न्यूयॉर्क में स्थित 10 ला
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खाद्यान्न सुरक्षा और बदलता पर्यावरण
Posted on 06 Jul, 2023 12:11 PMधरती की आबोहवा बदल रही है और भविष्य की खाद्यान्न सुरक्षा खतरे में है। 132 करोड़ की जनसंख्या वाले देश के नीति-निर्माता और वैज्ञानिक परेशान हैं कि बढ़ती आबादी, शहरीकरण, जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण के गिरते स्तर के कारण फसलोत्पादन में होने वाली गिरावट को कैसे रोका जाए।
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अम्लीय वर्षा पर्यावरण के लिए चुनौती
Posted on 04 Jul, 2023 04:15 PMजब वर्षा जल में कार्बन डाइऑक्साइड के साथ वायुमंडल में प्रदूषित हवा में मौजूद सल्फर डाइऑक्साइड और नाइट्रोजन ऑक्साइड की मात्रा मिश्रित होती है, तो यह वर्षा जल से क्रिया करके सल्फ्यूरिक एसिड और नाइट्रिक एसिड में बदल जाती है और यही जल जब पृथ्वी पर गिरता है, तो इसे एसिड रेन अथवा अम्लीय वर्षा कहते है । वर्षा जल में अमूलों की बड़ी मात्रा को या उपस्थिति को अम्लीय वर्षा कहा जाता है। प्राकृतिक कारणों से
![अम्लीय वर्षा का प्रभाव,फोटो क्रेडिट- IWP Flicker](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-07/ACID%20RAIN.png?itok=BFmTBY9T)
यू -पी बिहार में लू की चपेट में लोगों की मौत की संख्या बढ़ गयी है
Posted on 22 Jun, 2023 04:39 PMबिहार में लोग गर्मी से बेहाल हो रहे हैं और हर दिन कई लोगों की मौत हो रही है। अभी तक उत्तर प्रदेश के सिर्फ एक जिले में ही कम से कम 70 और बिहार के एक जिले में 50 से अधिक मौतें हो चुकी हैं। भीषण गर्मी के प्रकोप से मरने वाले लोगों की संख्या इतनी बढ़ चुकी है कि बिहार में दाह संस्कार के लिए उपयोग में लाने वाली लकड़ियों की कमी हो गयी है बक्सर के डीएम अंशुल अग्रवाल ने कहा कि सामान्य दिनों में शहर के म
![UP में गर्मी का कहर,PC- इंडिया पोस्ट](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-06/b53b4bdfae.jpg?itok=V3KSm8vm)
जलवायु परिवर्तन और अनुकूल कृषि(वार्षिक रिपोर्ट्स-2019-20)
Posted on 07 Jun, 2023 12:54 PMभारतीय कृषि के अति संवेदनशील जिला स्तरीय मानचित्र:-
जलवायु परिवर्तन के संबंध में भारतीय कृषि के अति संवेदनशील जिला स्तरीय मानचित्रों को 5वीं मूल्यांकन रिपोर्ट (आईपीसीसी 2014 ) के साथ अद्यतन किया गया। 'रिप्रजेंटेटिव कंसंट्रेशन पाथवेज' (आरसीपी) के आधार पर ये मानचित्र जलवायु पूर्वानुमान में सहायता करते हैं। जलवायु परिवर्तन खतरे को 2020-49 की समयावधि के लिए आरपीसी
![जलवायु परिवर्तन और अनुकूल कृषि,Pc-Krishi-jagat](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-06/Jal%20vayu%20parivartamn.jpg?itok=BX8TgTlK)