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जल सुरक्षा एक चिंता,घटता भूजल भारत के लिए एक चुनौती:पीएम मोदी
जल जन अभियान ऐसे समय में शुरू हो रहा है जब विश्व स्तर पर जल संकट को भविष्य के संकट के रूप में देखा जा रहा है। 21 वीं सदी में दुनिया इस गंभीरता को समझ रही है कि पृथ्वी के पास सीमित जल संसाधन हैं Posted on 16 Feb, 2023 03:52 PM

पीएम नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये राजस्थान के सिरोही में ब्रह्मा कुमारियों द्वारा आयोजित जल-जन अभियान का शुभारंभ किया। इस मौके पर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अभियान ऐसे समय में शुरू हो रहा है जब पूरी दुनिया जल संकट को भविष्य के संकट के रूप में देख रही है। उन्होंने कहा कि  21वीं सदी ये दुनिया यह महसूस करने के लिए जाग रही है कि पृथ्वी पर उपयोग करने के लिए पानी सीमित ह

जल सुरक्षा एक चिंता, घटता भूजल भारत के लिए एक चुनौती:पीएम मोदी
उत्तराखंड के अल्मोड़ा में 500 साल पुराना जलाशय राष्ट्रीय स्मारक घोषित हुआ
भारत के पहाड़ी राज्य उत्तराखण्ड के अल्मोड़ा की मशहूर कवि सुमित्रानंदन पंत की जन्मस्थली स्यूनराकोट के नौला-धारा को राष्ट्रीय प्राचीन स्मारक घोषित किया गया है। Posted on 15 Feb, 2023 10:13 AM

भारत के छोटे से पहाड़ी राज्य उत्तराखण्ड के अल्मोड़ा की मशहूर कवि सुमित्रानंदन पंत की जन्मस्थली स्यूनराकोट  के  नौला-धारा (स्वाभाविक रूप से पाए जाने वाले जलभृत) को राष्ट्रीय प्राचीन स्मारक घोषित किया गया है। इस मौके पर  एएसआई देहरादून सर्कल हेड मनोज कुमार सक्सेना ने कहा, "केंद्र सरकार ने हाल ही में स्यूनराकोट नौला को राष्ट्रीय महत्व का संरक्षित स्मारक घोषित कर अधिसूचना जारी की थी। अब भारतीय पुरात

500 साल पुराना जलाशय,(PC:-Toi)
एनजीटी ने मसूरी झील के व्यावसायिक प्रयोग पर लगाई रोक
एनजीटी ने मसूरी झील के पानी के व्यावसायिक प्रयोग पर रोक लगा दी है साथ ही समिति को दो महीने के अंदर एक विस्तृतअनुपालन रिपोर्ट देने का भी निर्देश दिया है और अगली सुनवाई 3 अप्रैल को तय की गई है। Posted on 08 Feb, 2023 12:22 PM

नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने होटलों द्वारा मसूरी झील से अवैध रूप से पानी निकालने पर नाराजगी जताई है और उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (यूपीसीबी) और जिला मजिस्ट्रेट को टैंकरों के माध्यम से व्यावसायिक उपयोग के लिए झील के पानी की आपूर्ति बंद करने का आदेश दिया है। ग्रीन ट्रिब्यूनल ने पहले झील से पानी की अनियमित निकासी के प्रतिकूल प्रभाव का आकलन करने के लिए एक समिति का गठन किया था क्योंकि माना जा रहा

मसूरी झील, (PC- holidify)
जोशीमठ व हिमालय में हो रही भीषण आपदाओं के मुद्दे पर मातृ सदन में तीन दिवसीय (12 से 14 फरवरी, 2023) अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन
जोशीमठ व हिमालय में हो रही भीषण आपदाओं को लेकर मातृ सदन में तीन दिवसीय (12 से 14 फरवरी, 2023) अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया जा रहा है। सम्मेलन में श्री जयसीलन नायडू, जो दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति व महान राजनीतिज्ञ श्री नेल्सन मंडेला जी के सरकार में मंत्री रह चुके हैं, देश के विभिन्न अन्य बुद्धिजीवी व पर्यावरणविद मौजूद रहेंगे। Posted on 07 Feb, 2023 10:24 AM

दिनांक : 12 - 14 फरवरी 2023

स्थान - मातृ सदन, जगजीतपुर, कनखल, हरिद्वार, उत्तराखण्ड (भारत) 249408

जोशीमठ व हिमालय में हो रही भीषण आपदाओं को लेकर मातृ सदन में तीन दिवसीय (12 से 14 फरवरी, 2023) अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया जा रहा है, जिसके लिए देश-विदेश से कई गणमान्य हिस्सा लेने पहुँच रहे हैं। सम्मेलन में तीन सत्र हैं और तीनों में अलग अलग पहलुओं पर विचार किया जाएगा।

मातृ सदन
जलयात्रा - भारतीय संस्कृति की झलक थाइलैंड में दिखती है
जलवायु परिवर्तन के कारण थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक आने वाले 15-20 सालों में लगभग आधी डूब जाएगी। दलदली जमीन को पाट करके बसाया गया बैंकॉक शहर समुद्र से महज डेढ़ मीटर यानी 4-5 फुट की ऊंचाई पर ही स्थित है। अगर समुद्र का जल स्तर इतना बढ़ जाएगा तो शहर में समुद्र का पानी घुस जाएगा। जकार्ता, मनीला जैसे कई दक्षिण एशियाई शहर भी समुद्री जल स्तर बढ़ने के कारण खतरे में हैं। Posted on 01 Feb, 2023 05:34 PM

थाइलैंड दक्षिण पूर्व एशिया में स्थित है। इसका प्राचीन नाम श्यामदेश या स्याम है। इसकी पूर्वी सीमा पर लाओस और कम्बोडिया, दक्षिण सीमा पर मलेशिया और पश्चिम सीमा पर म्यान्मार है। इस देश के इतिहास में देखें तो सन्‌ 1767 में बर्मा द्वारा अयुध्या के पतन के बाद थोम्बुरी राजधानी बनी। सन्‌ 1782 में बैंकॉक में चक्री राजवंश की स्थापना हुई उसी को इसका आरंभ माना जाता है। द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद अमेरिका में

जलयात्रा - भारतीय संस्कृति की झलक थाइलैंड में दिखती है  (PC-Wanderlust Crew)
जलयात्रा - विकास हेतु वैचारिक क्रांति और परिवर्तनशीलता वाला देश फिलीपींस
फिलीपींस द्वीपों से बना हुआ एक देश है। कारण इसके पर्यावरणीय संकट काफी ज्यादा हैं। फिर भी फिलीपींस अपने पर्यावरण संकट से निपटने की भरपूर कोशिश कर रहा है। फिलीपींस में वन क्षेत्र कभी 70 फीसदी हुआ करता था लेकिन आज मात्र 20 फीसदी रह गया है। उन्होंने एक बहुत मजेदार कानून बनाया है जिसकी वजह से फिलीपींस की काफी चर्चा रही है, कि ग्रेजुएशन पूरा करने से पहले हर छात्र को कम से कम 10 पौधे लगाना अनिवार्य है और अगर आप साबित कर देंगे कि आप के पौधे हैं तभी आपको ग्रेजुएशन की डिग्री दी जाएगी।
Posted on 01 Feb, 2023 05:22 PM

फिलीपीन्स दक्षिण-पूर्व एशिया में स्थित एक देश है। इसका आधिकारिक नाम 'फिलीपींस गणतंत्र" है। उसकी राजधानी मनीला है। पश्चिमी प्रशांत महासागर में स्थित 7107 द्वीपों से मिलकर यह देश बना है। फिलीपीन द्वीप-समूह पूर्व में फिलीपींस महासागर से, पश्चिम में दक्षिण चीन सागर से और दक्षिण में सेलेबस सागर से घिरा हुआ है। इस द्वीप-समूह से दक्षिण पश्चिम में देश बोर्नियो द्वीप के करीबन सौ

फिलीपींस में पानी आपूर्ति स्थापित पंप और पाइप लाइनों के माध्यम से पानी प्रदान किया जाता (PC-British Geological Survey)
पर्यावरण संरक्षण के लिए सरकार का बड़ा ऐलान
पर्यावरण संरक्षण के लिए सरकार ने बड़ा ऐलान किया है देश में कार्बन उत्सर्जन को कम करने के अलावा कर्नाटक को सूखे से निपटने के लिए 53 हजार करोड़ का फंड देने की घोषणा की है
Posted on 01 Feb, 2023 12:26 PM

जैसे उम्मीद थी कुछ हद तक ऐसा ही हुआ है इस बार सरकार ने वित्त वर्ष 2022- 2023 बजट में पर्यावरण संरक्षण के लिए बड़ा ऐलान किया है आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए बजट पेश किया। इस दौरान वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार का फोकस हरित विकास पर है सरकार हरित विकास को ध्यान रखकर कई प्रोग्राम को चलाएगी। देश के अलग-अलग इकोनॉमिक सेक्टर में एनर्जी के बेहतर इस्तेमाल के लिए रिनुअल ग्री

पर्यावरण संरक्षण के लिए सरकार का बड़ा ऐलान (photo-economics times)
जल कुप्रबंधन के कारण बेपानी हो रहा म्यांमार
म्यांमार का संकट अब बहुआयामी हो चुका है। कृषि संकट-पर्यावरण संकट से म्यांमार में आर्थिक संकट। उसके बाद आंतरिक तनाव और फिर शरणार्थी संकट। क्रम म्यांमार में बन चुका है और यह एक चक्र बन चुका है। म्यांमार से लगभग 10लाख रोहिंग्या शरणार्थी बांग्लादेश, भारत, पाकिस्तान आदि में फैल चुके हैं।






Posted on 31 Jan, 2023 12:18 PM

हिन्दुकुश राष्ट्रों की सूची में म्यान्मार एक समृद्ध राष्ट्र था। इसका ज्ञान, संस्कार और व्यवहार भी प्रकृति प्रिय था। लेकिन यहां की सरकारों व बहुराष्ट्रीय कम्पनियों की सांठ-गांठ से अब यह राष्ट्र लुट-पिटकर गरीबतम्‌ की सूची में आ गया। यहां के जल का कुप्रबंधन भी एक मिसाल बन गया है। यहां की नदियां बहुत प्रदूषित और शोषित होकर मर गई हैं। समाज और राज दोनों ही साझे भविष्य को बेहतर बनाने के लिए चिंतनशील द

जल कुप्रबंधन के कारण बेपानी हो रहा म्यांमार (photo- myanmar water portal)
विस्थापन व विश्वयुद्ध से बचाव हेतु विश्वशांति जल-साक्षरता यात्रा : नेपाल
हिन्दुकुश के आठ देशों में से दो देश पाकिस्तान व चीन, इसके संचालन के लिए भारत में इसका मुख्यालय नहीं बनने देना चाहते हैं। इसलिए यह संगठन उतना प्रभावशाली नहीं रहा। इस काम को गति देने के लिए हिन्दुकुश हिमालय यात्रा आयोजित करना आवश्यक है । Posted on 30 Jan, 2023 01:07 PM

नेपाल के काठमाण्डु में 5 दिसम्बर 2017 से 7 दिसम्बर 2017 तक एक हिन्दुकुश देशों का सम्मेलन हुआ था। इसमें भूटान, चीन, भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल और हिमालय से जुड़े सभी देशों के सरकारी व गैर-सरकारी प्रतिनिधि मौजूद थे। नेपाल की राष्ट्रपति ने इस सम्मेलन का उद्घाटन किया था। हिमालय से पलायन होना बड़ी समस्या है। सभी ने हिमालय की हरियाली और नदियों के प्रवाह को बनाये रखने हेतु बातचीत की थी। सभी के

विस्थापन व विश्वयुद्ध से बचाव हेतु विश्वशांति जल-साक्षरता यात्रा : नेपाल
पाकिस्तान में पर्यावरण संकट 
पाकिस्तान भारत का पड़ोसी देश है। लेकिन यहां कुदरत की हिफाज़त करने की चिंता भारत जैसी दिखाई नहीं देती।  इस देश में भी कमोबेश चीन जैसी स्थिति नजर आती है। आजादी के बाद यहां भी भौतिक व आर्थिक विकास तो नजर आता है, जिसके कारण प्रकृति (कुदरत) में बिगाड़ बहुत तेजी से नजर आ रहा है। मैंने अपनी यात्राओं के दौरान इस देश में जलवायु परिवर्तन का बहुत बिगाड़ देखा है। Posted on 28 Jan, 2023 04:35 PM

पाकिस्तान भारत का पड़ोसी देश है। लेकिन यहां कुदरत की हिफाज़त करने की चिंता भारत जैसी दिखाई नहीं देती।  इस

पाकिस्तान में  जलवायु परिवर्तन के कारण ये विनाशकारी घटनाएं अधिक से अधिक आम होती जा रही हैं
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