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प्राचीन जल विज्ञान - बादलों की उत्पत्ति, वर्षा और इसका मापन (Part-I)
प्राचीन भारतीय साहित्य में वर्णित विभिन्न प्रक्रियाओं जैसे कि बादलों की उत्पत्ति, सूर्य और महासागर और पृथ्वी की सतह के बीच अंतःक्रिया, संघनन और वर्षा पर चर्चा की गई है। यह अध्याय प्राचीन भारत में वर्षा मापन के लिए उपयोग की जाने वाली तकनीकों पर भी प्रकाश डालता है।
Posted on 25 Mar, 2023 10:18 AM

वर्षा उन तीन मुख्य प्रक्रियाओं (वाष्पीकरण, संघनन, और वर्षा) में से एक है जिनके द्वारा जलविज्ञानीय चक्र, वायुमंडल और पृथ्वी की सतह के बीच पानी का निरंतर आदान-प्रदान संचालित होता है। इस अध्याय में प्राचीन भारतीय साहित्य में वर्णित विभिन्न प्रक्रियाओं जैसे कि बादलों की उत्पत्ति, सूर्य और महासागर और पृथ्वी की सतह के बीच अंतःक्रिया, संघनन और वर्षा पर चर्चा की गई है। यह अध्याय प्राचीन भारत में वर्षा

चित्र 3.1: बादलों की उत्पति की प्रक्रिया (स्त्रोत: https://climate.ncsu.edu/edu/CloudFormation)
सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश पर लगाए गए 120 करोड़ के जुर्मानें पर लगाई रोक
भारत के मुख्य न्यायाधीश सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ जस्टिस पी एस नरसिम्हा और जस्टिस जेबी पारदी की खंड पीठ ने एनजीटी के 13 सितंबर 2022 के आदेश को चुनौती देने वाली उत्तर प्रदेश सरकार की याचिका पर नोटिस जारी करते हुए यूपी राज्य को मुआवजे के रूप में 120 करोड़ रुपए जमा करने के एनजीटी के आदेश पर फिलहाल रोक लगा दी है Posted on 24 Mar, 2023 11:41 AM

सुप्रीम कोर्ट ने गोरखपुर जिले की नदियों में अनट्रीटेड सीवेज छोड़ने और अनुचित ठोस अपशिष्ट प्रबंधन को लेकर उत्तर प्रदेश पर 120 करोड़ रुपए का पर्यावरणीय मुआवजा लगाने के नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेश पर रोक लगा दी है  भारत के मुख्य न्यायाधीश सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ जस्टिस पी एस नरसिम्हा और जस्टिस जेबी पारदी की खंड पीठ ने एनजीटी के 13 सितंबर 2022 के आदेश को चुनौती देने वाली उत्तर प्रदेश सरकार की याच

सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश पर लगाए गए 120 करोड़ के जुर्मानें पर लगाई रोक,Pc-ht
नदियों को बचाने के लिए बनाने होंगे ट्रिब्यूनल
ऋषिकेश- हरिद्वार में कई आश्रमों का सीवरेज आज भी नदियों में मिल रहा है। जबकि मैदानी क्षेत्र में अवैज्ञानिक तरीके से खनन किया जा रहा है। गंगा की सहायक नदियां ना सिर्फ प्रदूषित हो रही हैं बल्कि सूखती भी जा रही हैं।   Posted on 24 Mar, 2023 10:51 AM

देहरादून में आयोजित एक कार्यक्रम में जाने माने राष्ट्रीय चिंतक एवं विचारक के एन गोविंदाचार्य ने कहा कि देश की नदियों को बचाने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर एक अधिकार प्राप्त ट्रिब्यूनल बनाया जाना चाहिए। इसके अलावा गंगा की निर्मलता, अविरलता एवं जल संरक्षण के लिए अगल से गंगा एक्ट बनाना चाहिए दो दिन के प्रवास पर उत्तराखंड पहुंचे गोविंदाचार्य ने राजपुर रोड स्थित विश्व संवाद केंद्र में कहा कि नदियों को ब

नदियों को बचाने के लिए बनाने होंगे ट्रिब्यूनल,Pc(flicker hindi water portal)
विश्व जल दिवस : क्या स्वच्छ पेयजल की समस्या से जूझ रहा है विश्व, जानें क्या कहती है यूएन रिपोर्ट
भारत में दुनिया की 18% आबादी रहती है, लेकिन इसके पास केवल 4% पानी है, जो इसे सबसे अधिक जल-तनावग्रस्त देशों में शामिल कराता है ।
Posted on 22 Mar, 2023 02:29 PM

इस वर्ष संयुक्त राष्ट्र द्वारा 22 मार्च को विश्व जल दिवस घोषित किए जाने के 30 वर्ष पूरे हो गए हैं, जो दुनिया भर में स्वच्छ जल तक पहुंच के बारे में जागरूकता बढ़ाने का एक बेहतर अवसर है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार विश्व स्तर पर चार में से केवल एक व्यक्ति के पास ही साफ पीने के पानी तक पहुंच है। डब्ल्यूएचओ और यूनिसेफ की एक रिपोर्ट के अनुसार 2000 के बाद से  लगभग  1.8 बिलियन लोगों के

क्या स्वच्छ पेयजल की समस्या से जूझ रहा है विश्व,जानें क्या कहती है यूएन रिपोर्ट,Pc-Earth reminder h
जलवायु परिवर्तन कार्य योजना के लिए महज  27 प्रतिशत निधि का ही हुआ उपयोग
केंद्र सरकार ने जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभाव को कम करने और अनुकूल बनाने के लिए 2008 में 'जलवायु परिवर्तन कार्य योजना' शुरू की थी। समिति की रिपोर्ट में आगे खुलासा हुआ कि हरित भारत के राष्ट्रीय मिशन के तहत धन का उपयोग जिसका उद्देश्य भारत के वन क्षेत्र की रक्षा करना, पुनर्स्थापित करना और बढ़ाना है
Posted on 16 Mar, 2023 12:56 PM

पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय 'जलवायु परिवर्तन कार्य योजना' के लिए वर्ष 2022-23 में आवंटित धन का केवल 27 प्रतिशत ही उपयोग कर सका बुधवार को राज्यसभा में पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की अनुदान मांगों (2023-2024) पर संसद की स्थायी समिति की रिपोर्ट में 'कार्य योजना' के तहत धन के कम उपयोग का खुलासा हुआ।

पर्यावरण मंत्रालय,PC-Samajho Learning
टॉप 50 प्रदूषित शहरों में 39 भारतीय शहर: रिपोर्ट
हर साल 60 लाख से अधिक मौतें होती हैं। जो  कुल आर्थिक लागत के अनुसार  $8 ट्रिलियन डॉलर के बराबर और वैश्विक वार्षिक सकल घरेलू उत्पाद के 6.1 प्रतिशत से अधिक है। वायु प्रदूषण के संपर्क में आने से कई बीमारियां पैदा होती हैं।
Posted on 15 Mar, 2023 01:44 PM

दुनिया में प्रदूषण का दायरा बढ़ाता जा रहा है। प्रदूषण को लेकर समय-समय पर कई रिपोर्ट जारी होती रहती है। हाल ही में स्विस फर्म IQAir ने मंगलवार को अपनी 'वर्ल्ड एयर क्वालिटी रिपोर्ट' जारी की है  जिसमें वर्ष 2022 में भारत को  दुनिया का आठवां सबसे प्रदूषित देश बताया गया है।  विश्व के सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में 50 शहरों में से 39 भारत के हैं। वही शीर्ष 10 सबसे प्रदूषित देशों में चाड, इराक, पाकिस्

टॉप 50 प्रदूषित शहरों में 39 भारतीय शहर,Pc:-(Hwp) flicker
हिमालय में सूख रहे प्राकृतिक जल स्रोत
उत्तराखंड में लगभग 461 झरनों का पानी जिसे स्थानीय भाषा में "गदेरा" कहा जाता है। वह  वर्ष  2018 और 2019 के बीच कम से कम 10% तक सूख चुके है। Posted on 14 Mar, 2023 12:10 PM

हिमालय अपने जल संसाधनों, वन विविधता, अद्वितीय वन्य जीवन, समृद्ध संस्कृति और पवित्र हिंदू तीर्थस्थल के लिए प्रसिद्ध रहा है। विभिन्न बारहमासी नदियों का निवास स्थान होने के कारण हिमालय को एशिया का जल मीनार माना जाता है। गंगा और यमुना देश की दो सबसे पवित्र नदियाँ हैं इन प्रमुख नदियों  के स्रोत गढ़वाल हिमालय (उत्तराखंड) में हैं और इस क्षेत्र को बहुत प्राचीन काल से तीर्थ यात्रा का केंद्र बनाते हैं। इ

हिमालय में सूख रहे प्राकृतिक जल स्रोत, PC(Twitter-Anoop Nautiyal)
हर घर नल, मगर जल नहीं
उत्तराखंड के बागेश्वर जिला स्थित गरुड़ ब्लॉक से 27 किमी की दूरी पर बसा सलानी गांव इसका उदाहरण है. जहां नल तो है, मगर जल नहीं है. इस गांव में स्वच्छ जल का अभाव है. लोग आज भी पीने के साफ़ पानी को तरस रहे हैं Posted on 03 Mar, 2023 03:19 PM

हर घर नल, मगर जल नहीं,फोटो:-चरखा फीचर
पर्वतीय क्षेत्रों में आधुनिकीकरण बन सकता है विनाश का कारण
अंधाधुंध विकास अब विनाश का कारण बनता जा रहा है। इसका प्रभाव केवल महानगरों तक ही सीमित नहीं है बल्कि पर्वतीय राज्य भी इससे प्रभावित हो रहे हैं। Posted on 02 Mar, 2023 10:58 AM

आधुनिकीकरण किसी भी देश के विकास का अहम पैमाना होता है. लेकिन अंधाधुंध विकास अब विनाश का कारण बनता जा रहा है.

तबाही के दर्द.
गर्मी से पहले पानी की समस्या का समाधान ज़रूरी
पानी की ऐसी ही समस्या केंद्रशासित प्रदेश जम्मू के कठुआ जिला स्थित तहसील बिलावर के गांव जोड़न में है। गांव में पानी के लिए केवल एक ही कुआं उपलब्ध है । जो ग्रामीणों की दैनिक पूर्ति के लिए कम पड़ जाता है। Posted on 28 Feb, 2023 01:38 PM

जैसे जैसे तापमान चढ़ रहा है पानी की समस्या को लेकर वैज्ञानिक से लेकर विशेषज्ञ तक की चेतावनी बढ़ती जा रही है. लगातार यह बताया जा रहा है कि यदि गंभीरता से किसी ठोस और सतत योजना पर अमल नहीं किया गया तो जल्द ही पानी के लिए हाहाकार मच सकता है.

गर्मी से पहले पानी की समस्या का समाधान ज़रूरी
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