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समाचार और आलेख
जलवायु परिवर्तन कार्य योजना के लिए महज 27 प्रतिशत निधि का ही हुआ उपयोग
Posted on 16 Mar, 2023 12:56 PMपर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय 'जलवायु परिवर्तन कार्य योजना' के लिए वर्ष 2022-23 में आवंटित धन का केवल 27 प्रतिशत ही उपयोग कर सका बुधवार को राज्यसभा में पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की अनुदान मांगों (2023-2024) पर संसद की स्थायी समिति की रिपोर्ट में 'कार्य योजना' के तहत धन के कम उपयोग का खुलासा हुआ।
![पर्यावरण मंत्रालय,PC-Samajho Learning](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-03/%E0%A4%AA%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A4%B0%E0%A4%A3%20%E0%A4%AE%E0%A4%82%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%B2%E0%A4%AF%20%27.png?itok=2yh6PMT2)
टॉप 50 प्रदूषित शहरों में 39 भारतीय शहर: रिपोर्ट
Posted on 15 Mar, 2023 01:44 PMदुनिया में प्रदूषण का दायरा बढ़ाता जा रहा है। प्रदूषण को लेकर समय-समय पर कई रिपोर्ट जारी होती रहती है। हाल ही में स्विस फर्म IQAir ने मंगलवार को अपनी 'वर्ल्ड एयर क्वालिटी रिपोर्ट' जारी की है जिसमें वर्ष 2022 में भारत को दुनिया का आठवां सबसे प्रदूषित देश बताया गया है। विश्व के सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में 50 शहरों में से 39 भारत के हैं। वही शीर्ष 10 सबसे प्रदूषित देशों में चाड, इराक, पाकिस्
![टॉप 50 प्रदूषित शहरों में 39 भारतीय शहर,Pc:-(Hwp) flicker](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-03/polluted%20city.png?itok=ZIC-ogEx)
हिमालय में सूख रहे प्राकृतिक जल स्रोत
Posted on 14 Mar, 2023 12:10 PMहिमालय अपने जल संसाधनों, वन विविधता, अद्वितीय वन्य जीवन, समृद्ध संस्कृति और पवित्र हिंदू तीर्थस्थल के लिए प्रसिद्ध रहा है। विभिन्न बारहमासी नदियों का निवास स्थान होने के कारण हिमालय को एशिया का जल मीनार माना जाता है। गंगा और यमुना देश की दो सबसे पवित्र नदियाँ हैं इन प्रमुख नदियों के स्रोत गढ़वाल हिमालय (उत्तराखंड) में हैं और इस क्षेत्र को बहुत प्राचीन काल से तीर्थ यात्रा का केंद्र बनाते हैं। इ
![हिमालय में सूख रहे प्राकृतिक जल स्रोत, PC(Twitter-Anoop Nautiyal)](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-03/%E0%A4%B9%E0%A4%BF%E0%A4%AE%E0%A4%BE%E0%A4%B2%E0%A4%AF%20%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82%20%E0%A4%B8%E0%A5%82%E0%A4%96%20%E0%A4%B0%E0%A4%B9%E0%A5%87%20%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%95%E0%A5%83%E0%A4%A4%E0%A4%BF%E0%A4%95%20%E0%A4%9C%E0%A4%B2%20%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A5%8B%E0%A4%A4.jpeg?itok=WTUVRBzt)
पर्वतीय क्षेत्रों में आधुनिकीकरण बन सकता है विनाश का कारण
Posted on 02 Mar, 2023 10:58 AMआधुनिकीकरण किसी भी देश के विकास का अहम पैमाना होता है. लेकिन अंधाधुंध विकास अब विनाश का कारण बनता जा रहा है.
![तबाही के दर्द.](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-03/%E0%A4%A4%E0%A4%AC%E0%A4%BE%E0%A4%B9%E0%A5%80%20%E0%A4%95%E0%A5%87%20%E0%A4%A6%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%A6.jpg?itok=REtgxgRw)
गर्मी से पहले पानी की समस्या का समाधान ज़रूरी
Posted on 28 Feb, 2023 01:38 PMजैसे जैसे तापमान चढ़ रहा है पानी की समस्या को लेकर वैज्ञानिक से लेकर विशेषज्ञ तक की चेतावनी बढ़ती जा रही है. लगातार यह बताया जा रहा है कि यदि गंभीरता से किसी ठोस और सतत योजना पर अमल नहीं किया गया तो जल्द ही पानी के लिए हाहाकार मच सकता है.
![गर्मी से पहले पानी की समस्या का समाधान ज़रूरी](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-02/People%20of%20Jodan%20village%20helpless%20to%20drink%20and%20wash%20clothes%20from%20the%20only%20well%20pic%201.jpg?itok=9_d25Pi2)
जल सुरक्षा एक चिंता,घटता भूजल भारत के लिए एक चुनौती:पीएम मोदी
Posted on 16 Feb, 2023 03:52 PMपीएम नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये राजस्थान के सिरोही में ब्रह्मा कुमारियों द्वारा आयोजित जल-जन अभियान का शुभारंभ किया। इस मौके पर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अभियान ऐसे समय में शुरू हो रहा है जब पूरी दुनिया जल संकट को भविष्य के संकट के रूप में देख रही है। उन्होंने कहा कि 21वीं सदी ये दुनिया यह महसूस करने के लिए जाग रही है कि पृथ्वी पर उपयोग करने के लिए पानी सीमित ह
![जल सुरक्षा एक चिंता, घटता भूजल भारत के लिए एक चुनौती:पीएम मोदी](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-02/20220907123L.jpg?itok=88nw2H8R)
उत्तराखंड के अल्मोड़ा में 500 साल पुराना जलाशय राष्ट्रीय स्मारक घोषित हुआ
Posted on 15 Feb, 2023 10:13 AMभारत के छोटे से पहाड़ी राज्य उत्तराखण्ड के अल्मोड़ा की मशहूर कवि सुमित्रानंदन पंत की जन्मस्थली स्यूनराकोट के नौला-धारा (स्वाभाविक रूप से पाए जाने वाले जलभृत) को राष्ट्रीय प्राचीन स्मारक घोषित किया गया है। इस मौके पर एएसआई देहरादून सर्कल हेड मनोज कुमार सक्सेना ने कहा, "केंद्र सरकार ने हाल ही में स्यूनराकोट नौला को राष्ट्रीय महत्व का संरक्षित स्मारक घोषित कर अधिसूचना जारी की थी। अब भारतीय पुरात
![500 साल पुराना जलाशय,(PC:-Toi)](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-02/%E0%A4%89%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%A4%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%96%E0%A4%82%E0%A4%A1%20%E0%A4%95%E0%A5%87%20%E0%A4%85%E0%A4%B2%E0%A5%8D%E0%A4%AE%E0%A5%8B%E0%A4%A1%E0%A4%BC%E0%A4%BE%20%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82%20500%20%E0%A4%B8%E0%A4%BE%E0%A4%B2%20%E0%A4%AA%E0%A5%81%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%A8%E0%A4%BE%20%E0%A4%9C%E0%A4%B2%E0%A4%BE%E0%A4%B6%E0%A4%AF%20%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%B7%E0%A5%8D%E0%A4%9F%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A5%80%E0%A4%AF%20%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%AE%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A4%95%20%E0%A4%B9%E0%A5%81%E0%A4%86%20%E0%A4%98%E0%A5%8B%E0%A4%B7%E0%A4%BF%E0%A4%A4%20.png?itok=aZ2D4wKu)
एनजीटी ने मसूरी झील के व्यावसायिक प्रयोग पर लगाई रोक
Posted on 08 Feb, 2023 12:22 PMनेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने होटलों द्वारा मसूरी झील से अवैध रूप से पानी निकालने पर नाराजगी जताई है और उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (यूपीसीबी) और जिला मजिस्ट्रेट को टैंकरों के माध्यम से व्यावसायिक उपयोग के लिए झील के पानी की आपूर्ति बंद करने का आदेश दिया है। ग्रीन ट्रिब्यूनल ने पहले झील से पानी की अनियमित निकासी के प्रतिकूल प्रभाव का आकलन करने के लिए एक समिति का गठन किया था क्योंकि माना जा रहा
![मसूरी झील, (PC- holidify)](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-02/%E0%A4%AE%E0%A4%B8%E0%A5%82%E0%A4%B0%E0%A5%80%20%E0%A4%9D%E0%A5%80%E0%A4%B2.jpg?itok=0bK7R2eR)
जोशीमठ व हिमालय में हो रही भीषण आपदाओं के मुद्दे पर मातृ सदन में तीन दिवसीय (12 से 14 फरवरी, 2023) अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन
Posted on 07 Feb, 2023 10:24 AMदिनांक : 12 - 14 फरवरी 2023
स्थान - मातृ सदन, जगजीतपुर, कनखल, हरिद्वार, उत्तराखण्ड (भारत) 249408
जोशीमठ व हिमालय में हो रही भीषण आपदाओं को लेकर मातृ सदन में तीन दिवसीय (12 से 14 फरवरी, 2023) अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया जा रहा है, जिसके लिए देश-विदेश से कई गणमान्य हिस्सा लेने पहुँच रहे हैं। सम्मेलन में तीन सत्र हैं और तीनों में अलग अलग पहलुओं पर विचार किया जाएगा।
![मातृ सदन](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-02/matri_Sadan.jpg?itok=OnTBgDIo)