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जलवायु परिवर्तन कार्य योजना के लिए महज  27 प्रतिशत निधि का ही हुआ उपयोग
केंद्र सरकार ने जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभाव को कम करने और अनुकूल बनाने के लिए 2008 में 'जलवायु परिवर्तन कार्य योजना' शुरू की थी। समिति की रिपोर्ट में आगे खुलासा हुआ कि हरित भारत के राष्ट्रीय मिशन के तहत धन का उपयोग जिसका उद्देश्य भारत के वन क्षेत्र की रक्षा करना, पुनर्स्थापित करना और बढ़ाना है
Posted on 16 Mar, 2023 12:56 PM

पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय 'जलवायु परिवर्तन कार्य योजना' के लिए वर्ष 2022-23 में आवंटित धन का केवल 27 प्रतिशत ही उपयोग कर सका बुधवार को राज्यसभा में पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की अनुदान मांगों (2023-2024) पर संसद की स्थायी समिति की रिपोर्ट में 'कार्य योजना' के तहत धन के कम उपयोग का खुलासा हुआ।

पर्यावरण मंत्रालय,PC-Samajho Learning
टॉप 50 प्रदूषित शहरों में 39 भारतीय शहर: रिपोर्ट
हर साल 60 लाख से अधिक मौतें होती हैं। जो  कुल आर्थिक लागत के अनुसार  $8 ट्रिलियन डॉलर के बराबर और वैश्विक वार्षिक सकल घरेलू उत्पाद के 6.1 प्रतिशत से अधिक है। वायु प्रदूषण के संपर्क में आने से कई बीमारियां पैदा होती हैं।
Posted on 15 Mar, 2023 01:44 PM

दुनिया में प्रदूषण का दायरा बढ़ाता जा रहा है। प्रदूषण को लेकर समय-समय पर कई रिपोर्ट जारी होती रहती है। हाल ही में स्विस फर्म IQAir ने मंगलवार को अपनी 'वर्ल्ड एयर क्वालिटी रिपोर्ट' जारी की है  जिसमें वर्ष 2022 में भारत को  दुनिया का आठवां सबसे प्रदूषित देश बताया गया है।  विश्व के सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में 50 शहरों में से 39 भारत के हैं। वही शीर्ष 10 सबसे प्रदूषित देशों में चाड, इराक, पाकिस्

टॉप 50 प्रदूषित शहरों में 39 भारतीय शहर,Pc:-(Hwp) flicker
हिमालय में सूख रहे प्राकृतिक जल स्रोत
उत्तराखंड में लगभग 461 झरनों का पानी जिसे स्थानीय भाषा में "गदेरा" कहा जाता है। वह  वर्ष  2018 और 2019 के बीच कम से कम 10% तक सूख चुके है। Posted on 14 Mar, 2023 12:10 PM

हिमालय अपने जल संसाधनों, वन विविधता, अद्वितीय वन्य जीवन, समृद्ध संस्कृति और पवित्र हिंदू तीर्थस्थल के लिए प्रसिद्ध रहा है। विभिन्न बारहमासी नदियों का निवास स्थान होने के कारण हिमालय को एशिया का जल मीनार माना जाता है। गंगा और यमुना देश की दो सबसे पवित्र नदियाँ हैं इन प्रमुख नदियों  के स्रोत गढ़वाल हिमालय (उत्तराखंड) में हैं और इस क्षेत्र को बहुत प्राचीन काल से तीर्थ यात्रा का केंद्र बनाते हैं। इ

हिमालय में सूख रहे प्राकृतिक जल स्रोत, PC(Twitter-Anoop Nautiyal)
हर घर नल, मगर जल नहीं
उत्तराखंड के बागेश्वर जिला स्थित गरुड़ ब्लॉक से 27 किमी की दूरी पर बसा सलानी गांव इसका उदाहरण है. जहां नल तो है, मगर जल नहीं है. इस गांव में स्वच्छ जल का अभाव है. लोग आज भी पीने के साफ़ पानी को तरस रहे हैं Posted on 03 Mar, 2023 03:19 PM

हर घर नल, मगर जल नहीं,फोटो:-चरखा फीचर
पर्वतीय क्षेत्रों में आधुनिकीकरण बन सकता है विनाश का कारण
अंधाधुंध विकास अब विनाश का कारण बनता जा रहा है। इसका प्रभाव केवल महानगरों तक ही सीमित नहीं है बल्कि पर्वतीय राज्य भी इससे प्रभावित हो रहे हैं। Posted on 02 Mar, 2023 10:58 AM

आधुनिकीकरण किसी भी देश के विकास का अहम पैमाना होता है. लेकिन अंधाधुंध विकास अब विनाश का कारण बनता जा रहा है.

तबाही के दर्द.
गर्मी से पहले पानी की समस्या का समाधान ज़रूरी
पानी की ऐसी ही समस्या केंद्रशासित प्रदेश जम्मू के कठुआ जिला स्थित तहसील बिलावर के गांव जोड़न में है। गांव में पानी के लिए केवल एक ही कुआं उपलब्ध है । जो ग्रामीणों की दैनिक पूर्ति के लिए कम पड़ जाता है। Posted on 28 Feb, 2023 01:38 PM

जैसे जैसे तापमान चढ़ रहा है पानी की समस्या को लेकर वैज्ञानिक से लेकर विशेषज्ञ तक की चेतावनी बढ़ती जा रही है. लगातार यह बताया जा रहा है कि यदि गंभीरता से किसी ठोस और सतत योजना पर अमल नहीं किया गया तो जल्द ही पानी के लिए हाहाकार मच सकता है.

गर्मी से पहले पानी की समस्या का समाधान ज़रूरी
जल सुरक्षा एक चिंता,घटता भूजल भारत के लिए एक चुनौती:पीएम मोदी
जल जन अभियान ऐसे समय में शुरू हो रहा है जब विश्व स्तर पर जल संकट को भविष्य के संकट के रूप में देखा जा रहा है। 21 वीं सदी में दुनिया इस गंभीरता को समझ रही है कि पृथ्वी के पास सीमित जल संसाधन हैं Posted on 16 Feb, 2023 03:52 PM

पीएम नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये राजस्थान के सिरोही में ब्रह्मा कुमारियों द्वारा आयोजित जल-जन अभियान का शुभारंभ किया। इस मौके पर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अभियान ऐसे समय में शुरू हो रहा है जब पूरी दुनिया जल संकट को भविष्य के संकट के रूप में देख रही है। उन्होंने कहा कि  21वीं सदी ये दुनिया यह महसूस करने के लिए जाग रही है कि पृथ्वी पर उपयोग करने के लिए पानी सीमित ह

जल सुरक्षा एक चिंता, घटता भूजल भारत के लिए एक चुनौती:पीएम मोदी
उत्तराखंड के अल्मोड़ा में 500 साल पुराना जलाशय राष्ट्रीय स्मारक घोषित हुआ
भारत के पहाड़ी राज्य उत्तराखण्ड के अल्मोड़ा की मशहूर कवि सुमित्रानंदन पंत की जन्मस्थली स्यूनराकोट के नौला-धारा को राष्ट्रीय प्राचीन स्मारक घोषित किया गया है। Posted on 15 Feb, 2023 10:13 AM

भारत के छोटे से पहाड़ी राज्य उत्तराखण्ड के अल्मोड़ा की मशहूर कवि सुमित्रानंदन पंत की जन्मस्थली स्यूनराकोट  के  नौला-धारा (स्वाभाविक रूप से पाए जाने वाले जलभृत) को राष्ट्रीय प्राचीन स्मारक घोषित किया गया है। इस मौके पर  एएसआई देहरादून सर्कल हेड मनोज कुमार सक्सेना ने कहा, "केंद्र सरकार ने हाल ही में स्यूनराकोट नौला को राष्ट्रीय महत्व का संरक्षित स्मारक घोषित कर अधिसूचना जारी की थी। अब भारतीय पुरात

500 साल पुराना जलाशय,(PC:-Toi)
एनजीटी ने मसूरी झील के व्यावसायिक प्रयोग पर लगाई रोक
एनजीटी ने मसूरी झील के पानी के व्यावसायिक प्रयोग पर रोक लगा दी है साथ ही समिति को दो महीने के अंदर एक विस्तृतअनुपालन रिपोर्ट देने का भी निर्देश दिया है और अगली सुनवाई 3 अप्रैल को तय की गई है। Posted on 08 Feb, 2023 12:22 PM

नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने होटलों द्वारा मसूरी झील से अवैध रूप से पानी निकालने पर नाराजगी जताई है और उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (यूपीसीबी) और जिला मजिस्ट्रेट को टैंकरों के माध्यम से व्यावसायिक उपयोग के लिए झील के पानी की आपूर्ति बंद करने का आदेश दिया है। ग्रीन ट्रिब्यूनल ने पहले झील से पानी की अनियमित निकासी के प्रतिकूल प्रभाव का आकलन करने के लिए एक समिति का गठन किया था क्योंकि माना जा रहा

मसूरी झील, (PC- holidify)
जोशीमठ व हिमालय में हो रही भीषण आपदाओं के मुद्दे पर मातृ सदन में तीन दिवसीय (12 से 14 फरवरी, 2023) अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन
जोशीमठ व हिमालय में हो रही भीषण आपदाओं को लेकर मातृ सदन में तीन दिवसीय (12 से 14 फरवरी, 2023) अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया जा रहा है। सम्मेलन में श्री जयसीलन नायडू, जो दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति व महान राजनीतिज्ञ श्री नेल्सन मंडेला जी के सरकार में मंत्री रह चुके हैं, देश के विभिन्न अन्य बुद्धिजीवी व पर्यावरणविद मौजूद रहेंगे। Posted on 07 Feb, 2023 10:24 AM

दिनांक : 12 - 14 फरवरी 2023

स्थान - मातृ सदन, जगजीतपुर, कनखल, हरिद्वार, उत्तराखण्ड (भारत) 249408

जोशीमठ व हिमालय में हो रही भीषण आपदाओं को लेकर मातृ सदन में तीन दिवसीय (12 से 14 फरवरी, 2023) अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया जा रहा है, जिसके लिए देश-विदेश से कई गणमान्य हिस्सा लेने पहुँच रहे हैं। सम्मेलन में तीन सत्र हैं और तीनों में अलग अलग पहलुओं पर विचार किया जाएगा।

मातृ सदन
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