उत्तरकाशी जिला

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शंकराचार्यों ने केन्द्र को चेताया
Posted on 11 Feb, 2009 02:45 PM
द्वारिका पीठ व ज्योर्तिमठ के शंकराचार्य के उत्तराधिकारी श्री अविमुक्तेश्वरा नन्द ने भागीरथी में नैसर्गिक प्रवाह की मांग को लेकर अनशन पर बैठे प्रसिद्ध पर्यावरणविद् डॉ. जी.डी. अग्रवाल के समर्थन में बोलते हुए केन्द्र सरकार को चेतावनी दी है कि यदि उसने सही दिशा में सही कदम नहीं उठाया तो उसे आगामी चुनाव में इसके नतीजे भुगतने होंगे। कल शाम यहां पंजाबी भवन में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में डा.
सुरंग में गंगा
Posted on 30 Jan, 2009 08:16 AM इस पावन नदी को मीलों तक सुरंग में डालकर हम उसे नहर में ही तो बदल रहे हैं

गंगा से उसकी गति छीन रही हैं परियोजनाएं - राजीव नयन बहुगुणा

कई बार हम दुर्घटना से पहले सबक नहीं ले पाते। उत्तरकाशी में गंगा को सुरंगों में कैद करने के विरुद्ध अनशन पर बैठे प्रोफेसर गुरुदास अग्रवाल का कदम भी ऐसा ही सबक है। जब हम पर्वत, सरिता, सघन वन और समुद्र जैसी अलौकिक प्राकृतिक संपदाओं को भौतिक संपत्ति के रूप में देखना और बरताव करना शुरू कर देते हैं, तो हम उनके स्वाभाविक वरदान से वंचित हो जाते हैं। हमें अपनी सभ्यता को कायम रखने और आगे बढ़ाने के लिए सचमुच विद्युत शक्ति की जरूरत है, लेकिन जिस सभ्यता की बुनियाद संस्कृति के शव पर रखी जाती है, उसका ढहना भी तय है।
गंगा सामान्य नहीं-होगा सर्वनाश
Posted on 27 Jan, 2009 09:45 AM

डा. जी डी अग्रवाल के आमरण अनशन का 12 वां दिन
डॉ अग्रवाल और गोपाल मणि जीउच्चस्तरीय समिति के एक और सदस्य ने दिया इस्तिफा

आमरण अनशन
Posted on 20 Jan, 2009 04:41 PM

आमरण अनशनआमरण अनशन

गुरूदास अग्रवाल का आमरण अनशन


अनशन स्थल, अखिल भारत हिन्दू महासभा भवन।

भागीरथी गंगा के गंगोत्री से उत्तरकाशी तक नैसर्गिक प्रवाह को बनाये रखने के लिये आज दिनांक 19.01.2009, डॉ0 गुरूदास अग्रवाल के आमरण अनशन का 6वां दिन है। अभी तक प्रशासन द्वारा न तो किसी भी तरह की स्वास्थ परिक्षण की व्यवस्था की गई और न ही किसी भी तरह का कोई प्रशासनिक व्यक्ति उनसे मिलने आया। पिछली बार डॉ0 अग्रवाल के अनशन के दौरान

GD Agrawal
भागीरथी धारा सूखी
Posted on 17 Jan, 2009 10:03 AM

डॉ.जी.डी. अग्रवाल का आमरण अनशन


लोहारी नागपाला जल विद्युत परियोजना और मनेरी परियोजना की वजह से गंगा की भागीरथी धारा सूख गयी है। परियोजना रोकने को डॉ.जी.डी. अग्रवाल ने आमरण अनशन आरम्भ कर दिया है। नई दिल्ली, 16 जनवरी 2009 देश के सर्वश्रेष्ठ पर्यावरण वैज्ञानिक डा. जी.डी. अग्रवाल जी ने 14 जन. से पुन: अखिल भारतीय महासभा भवन नई दिल्ली से अपना आमरण अनशन शुरु कर दिया है।
बाड़ ही खेत खाए तो बचाए कौन
जानिए उत्तराखण्ड के 84 प्रतिशत सुरक्षित वन क्षेत्र वाले उत्तरकाशी जिले में वन क्यों असुरक्षित होते जा रहे है Posted on 23 Mar, 2024 12:40 PM

उत्तरकाशी जिले में 84 प्रतिशत क्षेत्र सुरक्षित वन का है और इस जिले में तीन वन प्रभाग है। उत्तर प्रदेश वन निगम से प्राप्त नवीनतम आंकड़ों के अनुसार टौंस वन प्रभाग से सन् 1985-86 में व्यापार के लिए 37,844,739 घन मीटर लकड़ी निकाली गई लेकिन गांव वालों की लघु मांग को दी गई 1004.44184 घन मीटर लकड़ी ही। टिहरी वन प्रभाग में जहां कार्य योजना के अनुसार गांव के लोगों को 10,088 घन मीटर लकड़ी निःशुल्क दी जान

बाड़ ही खेत खाए तो बचाए कौन
उत्तरकाशी की लोहारीनाग पाला जलविद्युत परियोजना रद्द
प्रोफेसर जीडी अग्रवाल (स्वामी सानंद) के गंगा आंदोलन का उद्देश्य गंगा नदी को बांधने से बचाना और उसकी अविरल प्रवाह सुनिश्चित करना था। इस आंदोलन को संतों, विभिन्न सामाजिक संगठनों और पर्यावरणविदों ने लंबे समय से नदी की रक्षा के लिए शुरू किया था। इसी तरह, पर्यावरणविद प्रोफेसर जी.डी. अग्रवाल ने हरिद्वार के मातृ सदन में भागीरथी नदी पर बन रही लोहारीनाग पाला जलविद्युत परियोजना के विरोध में अनशन किया था। इस आंदोलन को ऐतिहासिक सफलता मिली, जब केंद्र सरकार ने गोमुख से 50 किलोमीटर दूर लोहारीनाग पाला जलविद्युत परियोजना को रद्द करने का फैसला लिया था। Posted on 03 Nov, 2023 12:47 PM

(गंगा के संदर्भ में जून, 2008 में कानपुर आईआईटी के पूर्व प्रोफेसर गरूदास अग्रवाल ने उत्तरकाशी और दिल्ली में आमरण अनशन किया था। उनके आंदोलन के चलते उत्तराखण्ड सरकार ने जून, 2008 में मनेरी भाली द्वितीय चरण एवं पाला मनेरी परियोजना को निलंबित करने के आदेश जारी किए। जनवरी, 2009 में प्रोफेसर अग्रवाल ने दुबारा अनशन पर बैठने व हिंदू संतों व संगठनों के आंदोलित हो जाने के कारण केंद्र सरकार ने लोहारीनाग प

उत्तरकाशी की लोहारीनाग पाला जलविद्युत परियोजना रद्द,PC-Wikipedia
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